भारतीय रेल ने किया 19,742 फॉग पास डिवाइस का बंदोबस्त
भारतीय रेल ने कोहरे के मौसम के दौरान सुचारू रेल परिचालन सुनिश्चित करने के लिए 19,742 फॉग पास डिवाइस का बंदोबस्त किया
फॉग पास डिवाइस से ट्रेन सेवाओं की विश्वसनीयता में आएगा सुधार
ट्रेनों की लेट-लतीफी में आएगी कमी और समग्र सुरक्षा को मिलेगा बढ़ावा
नई दिल्ली (पीआईबी): हर साल, सर्दियों के महीनों में कोहरे के मौसम के दौरान, विशेष रूप से देश के उत्तरी हिस्सों में बड़ी संख्या में ट्रेनों का निर्धारित समय पर संचालन प्रभावित होता है। सुचारू रेल परिचालन सुनिश्चित करने के लिए, भारतीय रेल ने कोहरे के मौसम के दौरान 19,742 फॉग पास डिवाइस का बंदोबस्त किया है। यह पहल ट्रेन सेवाओं की विश्वसनीयता में सुधार, देरी को कम करने और समग्र यात्री सुरक्षा को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
#फॉग पास डिवाइस एक #जीपीएस आधारित नेविगेशन डिवाइस है, जो लोको पायलट को घने कोहरे की स्थिति में ट्रेन चलाने में मदद करता है। यह लोको पायलटों को सिग्नल, लेवल क्रॉसिंग गेट (मानवयुक्त और मानव रहित), स्थाई गति प्रतिबंध, तटस्थ खंड आदि जैसे निश्चित स्थलों के बारे में ऑन-बोर्ड वास्तविक समय की जानकारी (प्रदर्शन के साथ-साथ आवाज मार्गदर्शन) प्रदान करता है। इस प्रणाली से भौगोलिक क्रम में आने वाले अगले तीन निश्चित स्थलों में से लगभग 500 मीटर तक ध्वनि संदेश के साथ-साथ अन्य संकेतक मिलते हैं।
जोनल रेलों को प्रदान किए गए फॉग पास उपकरणों का विवरण इस प्रकार है:
फॉग पास डिवाइस की सामान्य विशेषताएं:
- सभी प्रकार के अनुभागों जैसे सिंगल लाइन, डबल लाइन, विद्युतीकृत और गैर-विद्युतीकृत अनुभागों के लिए उपयुक्त।
- सभी प्रकार के इलेक्ट्रिक और डीजल इंजनों, ईएमयू/एमईएमयू/डीईएमयू के लिए उपयुक्त।
- 160 किमी प्रति घंटे तक की ट्रेन गति के लिए उपयुक्त।
- इसमें 18 घंटे के लिए बिल्ट-इन रीचार्जेबल बैटरी बैकअप है।
- यह पोर्टेबल, आकार में कॉम्पैक्ट, वजन में हल्का (बैटरी सहित 1.5 किलोग्राम से अधिक नहीं) और मजबूत डिजाइन वाला है।
- लोको पायलट अपनी ड्यूटी फिर से शुरू करने पर डिवाइस को अपने साथ आसानी से लोकोमोटिव तक ले जा सकता है।
- इसे लोकोमोटिव के कैब डेस्क पर आसानी से रखा जा सकता है।
- यह एक स्टैंडअलोन प्रणाली है।
- यह कोहरे, बारिश या धूप जैसी मौसमी स्थितियों से अप्रभावित रहता है।