सनातन संस्कृति का सर्वोच्च प्रतीक है महाकुंभ -अश्विनी वैष्णव
महाकुंभ तैयारियों के लिए भारतीय रेल ने दो वर्षों में ₹5000 करोड़ से अधिक खर्च किया -अश्विनी वैष्णव
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने गहराई से किया महाकुंभ-2025 की तैयारियों का अवलोकन
प्रयागराज क्षेत्र में सुगम रेल परिचालन के लिए 21 रोड ओवर ब्रिजों और रोड अंडर ब्रिजों का किया गया निर्माण
महाकुंभ-2025 के दौरान 3000 स्पेशल गाड़ियों सहित 13000 से अधिक रेल गाड़ियाँ चलाई जाएँगी
प्रयागराज ब्यूरो: रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार, 8, दिसंबर, 2024 को प्रयागराज क्षेत्र में महाकुंभ-2025 के लिए की जा रही तैयारियों का अवलोकन किया। रेलमंत्री ने प्रयागराज में सबसे पहले झूंसी रेलवे स्टेशन पर चल रहे विकास कार्यों एवं महाकुंभ-2025 की तैयारियों का निरीक्षण किया। तत्पश्चात झूंसी स्टेशन के निकट गंगा नदी पर प्रयागराज-वाराणसी रेल मार्ग दोहरीकरण कार्य के अंतर्गत बने नए ब्रिज संख्या-111 का निरीक्षण किया। रेलमंत्री ने निरीक्षण के अगले क्रम में पुनर्विकास योजना के अंतर्गत फाफामऊ स्टेशन पर चल रहे विकास कार्यों को देखा और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये।
इसी क्रम में उन्होंने प्रयाग जं स्टेशन का भी निरीक्षण किया और महाकुंभ 2025 की तैयारियों को परखा। इस निरीक्षण के दौरान उन्होंने यात्री सेवा एवं यात्री हितों की दिशा में किए जा रहे सभी रेल कार्यों तथा निर्माणाधीन परियोजनाओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। इस विषय में संबंधितों को महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने मेला अवधि में इन स्टेशनों पर यात्री सुविधा संबंधी, आपातकालीन, चिकित्सा तथा आकस्मिक सेवा संबंधी, स्वच्छता और सौंदर्यीकरण संबंधी, यात्री सुरक्षा एवं संरक्षा तथा समयानुसार गाड़ी परिचालन संबंधी सभी व्यवस्थाओं का गहनतापूर्वक अवलोकन किया।
इसके साथ ही रेलमंत्री, मेला के दौरान रेलवे द्वारा निर्धारित की जाने वाली अन्य विशेष एवं वैकल्पिक व्यवस्थाओं से भी भलीभांति अवगत हुए। इसके अतिरिक्त उन्होंने उपस्थित अधिकारियों से यात्री एवं भीड़ प्रबंधन की नीतियों एवं मेला के सुगम और सुचारु रूप से संचालन करने की दिशा में किए जाने वाले अन्य प्रयासों के विषय में भी क्रमबद्ध रूप से जानकारी प्राप्त की। इस दौरान रेलमंत्री ने फाफामऊ जं से प्रयाग जं तथा प्रयाग जं से प्रयागराज जं. तक विंडो ट्रेलिंग करते हुए रेलपथ की संरक्षा की जानकारी भी प्राप्त की तथा इस अवसर पर इन दोनों स्टेशनों पर उपस्थित जन प्रतिनिधियों और स्थानीय नागरिकों से भेंट भी की।
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने निरीक्षण के अगले क्रम में प्रयागराज जंक्शन पर महाकुंभ-2025 के लिए की जा रही तैयारियों का निरीक्षण किया। ज्ञातव्य है कि प्रयागराज जंक्शन को स्टेशन पुनर्विकास योजना के अंतर्गत विकसित किया जा रहा है। रेलमंत्री ने प्रयागराज जंक्शन पर यात्री आश्रय का निरीक्षण कर आश्रय के बाहर टिकट काउंटर, कलर कोडिंग और उपलब्ध साइनेज का जायजा लिया। यात्री आश्रयों में कलर कोडिंग की व्यवस्था की गई है। इस कलर कोडिंग के अनुसार यात्री दिशावार यात्रा के लिए सुनिश्चित प्लेटफार्मों पर जाएँगे और अपने गंतव्य की ओर यात्रा करेंगे।
रेलमंत्री ने यात्री आश्रय में खानपान, प्रकाश, पेयजल, चिकत्सा बूथ, जन सुविधाएँ, सुरक्षा व्यवस्था को बारीकी से देखा। महाकुंभ-2025 के दौरान स्टेशन पर यात्रियों के प्रवेश और निकास योजना पर जानकारी के साथ स्टेशन पर यात्रियों को दिशावार-यात्रानुसार गेट से प्रवेश से लेकर गाड़ी तक भेजने की व्यवस्था, यात्रियों को टिकट काउंटर पर भेजना, यात्रियों को टिकट उपलब्ध करवाना, सही गाड़ी की जानकारी देना, भीड़ को नियंत्रित करना, यात्रियों के प्लेटफ़ॉर्म पर पहुँचने पर उन्हें सुरक्षित रूप से गाड़ी के अंदर भेजना और गाड़ी में पर्याप्त यात्री हो जाने पर गाड़ी को प्रस्थान करवाने के लिए प्लेटफार्म से कंट्रोल टावर को सूचना भेजना और अन्य विभागों से समन्वय की कार्यप्रणाली पर भी जानकारी ली।
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रयागराज जंक्शन की सुरक्षा प्रणाली और आपात स्थिति के लिए की गई तैयारियों की भी जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान उन्होंने रैपिड एक्शन टीम एवं क्विक रेस्पांस टीम और फायर फाइटिंग टीम के कर्मचारियों से बातचीत कर उनकी कार्यप्रणाली को परखा, और बेहतर कार्य करने के लिए आवश्यक निर्देश भी दिए। स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए एवं आपात स्थिति से निपटने के लिए रैपिड एक्शन टीम एवं क्विक रेस्पांस टीम और फायर फाइटिंग टीम की व्यवस्था की गई है। आपात स्थिति के लिए सिविल लाइन साइड में फुट ओवर ब्रिज संख्या-3 के निकट एवं सिटी साइड में रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट के निकट रैपिड एक्शन टीम टीम तैनात रहेगी। रैपिड एक्शन टीम में रेलवे के विभिन्न विभागों के 20 कर्मचारी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए 24×7 तैयार रहेंगे।
रेलमंत्री ने निरीक्षण के अगले क्रम में 18 स्क्रीन से सुसज्जित सीसीटीवी कक्ष युक्त मेला टॉवर का निरीक्षण किया। मेला टॉवर से भीड़ नियंत्रण, गाड़ियों का आगमन-प्रस्थान, सिविल प्रशासन के साथ समन्वय, आपात स्थिति से निपटना, यात्रियों की सहायता इत्यादि जैसे कार्यों को किया जाता है। मेला टॉवर के सीसीटीवी कक्ष में प्रयागराज क्षेत्र के स्टेशनों और सिविल एरिया के सीधे प्रसारण को देखकर नियंत्रण और निर्देश की प्रणाली स्थापित की गई है। रेलमंत्री ने कक्ष में तैनात कर्मचारियों से सीसीटीवी के विषय में जानकारी ली और बेहतर समन्वय और त्वरित कार्यप्रणाली के लिए आवश्यक निर्देश दिए।
रेलमंत्री ने स्टेशन रिडेवलपमेंट के अंतर्गत विकसित किए जा रहे प्रयागराज जंक्शन के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया और कार्य को गुणवत्ता और समय के साथ पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रयागराज जंक्शन पर आयोजित प्रेस वार्ता में मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि महाकुंभ-2025 में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने के संभावना को देखते हुए गत 2½ वर्षों से वृहद स्तर पर तैयारियाँ चल रही हैं। इससे संबंधित कार्यों में गत 2 वर्षों में प्रयागराज क्षेत्र में 5000 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि खर्च की गई है। इस धनराशि से बड़े स्तर पर विकास किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि प्रयागराज क्षेत्र में सुगम रेल परिचालन के लिए 21 रोड ओवर ब्रिजों और रोड अंडर ब्रिजों का निर्माण किया गया है। महाकुंभ-2025 के दौरान 3000 स्पेशल गाड़ियों सहित 13000 से अधिक रेल गाड़ियाँ चलाई जाएँगी, जबकि गत कुम्भ मेला में 7000 गाड़ियों का संचालन किया गया था। छोटी दूरी के लिए बड़ी संख्या में मेमू ट्रेनों का इंतजाम किया जा रहा है। महाकुंभ-2025 के लिए रेगुलर गाड़ियों में दोनों तरफ इंजन लगाया जाएगा जिससे समय की बचत होगी। उन्होंने कहा कि बनारस से प्रयागराज के मध्य दोहरीकरण किया गया है। इसी खंड में गंगा नदी पर 100 वर्ष बाद नया ब्रिज बन गया है। फाफामऊ-जंघई के मध्य दोहरीकरण होने से ट्रेन परिचालन क्षमता में वृद्धि हुई है।
रेलमंत्री ने कहा कि महाकुंभ-2025 के दौरान बेहतर सुविधाओं के लिए विभिन्न स्टेशनों पर 43 स्थाई होल्डिंग एरिया का निर्माण किया गया है। प्रयागराज क्षेत्र के सभी स्टेशनों पर सभी फुट ओवर ब्रिजों पर एकदिशा (वन-वे) यातायात की व्यवस्था की गई है। इस अवसर पर उन्होंने मीडिया कर्मियों को महाकुंभ के दौरान दिशावार कलर कोडिंग व्यवस्था और टिकटिंग व्यवस्था के बारे में भी बताया।
इसी क्रम में रेलमंत्री ने डीएफसी द्वारा बनाए गए “अजायबघर” (कंट्रोल सेंटर) को भी देखा, जिसे प्रयागराज आने वाले हर बड़े अधिकारी को पकड़कर दिखाया जाता है। इसके उपरांत रेलमंत्री ने उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में रेल अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि, यदि आवश्यकता हो तो होल्डिंग एरिया की क्षमता और बढ़ाई जाए एवं मेला अवधि में अधिकतम ट्रेनों का परिचालन किया जाए। इसके साथ ही रेलमंत्री ने अयोध्या, चित्रकूट एवं विंध्याचल के लिए भी ज्यादा से ज्यादा ट्रेनें चलाने की बात कही। उन्होंने चित्रकूट एवं विंध्याचल में भी होल्डिंग एरिया विकसित करने के निर्देश दिए।
इसी क्रम में रेलमंत्री श्री वैष्णव ने स्वच्छ एवं प्लास्टिक-फ्री कुंभ की दिशा में प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्होंने मेडिकल संबंधी आवश्यकता के लिए बाहर से अतिरिक्त स्टाफ हायर करने और यात्रियों को बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिए। अपने संबोधन में रेलमंत्री ने कानपुर एरिया को बुंदेलखंड, लखनऊ एवं अयोध्या की दिशा में जाने वाले यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए वहां भी क्षमता बढ़ाने के लिए प्रयास की आवश्यकता जताई।
अंत में उन्होंने जिला प्रशासन एवं रेल विभाग को समन्वय से काम करने के निर्देश दिए और मेला को सुचारु और सुरक्षित बनाने के सभी आवश्यक प्रयास करने की बात कही। इस अवसर पर अध्यक्ष रेलवे बोर्ड सतीश कुमार सहित उत्तर मध्य रेलवे, उत्तर रेलवे एवं पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक एवं संबंधित मंडल रेल प्रबंधकों के साथ अन्य सभी संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।