सवारी मालडिब्बा कोचिंग डिपो, गोरखपुर में इलेक्ट्रॉनिक्स लैब एवं अग्निशामक हाइड्रोस्टैटिक परीक्षण प्रणाली की स्थापना
गोरखपुर ब्यूरो: रेल प्रशासन यात्री सुविधा में उन्नयन, यात्रियों की सुरक्षा एवं संरक्षा तथा संरक्षित रेल संचालन हेतु निरंतर प्रयासरत है। इसी क्रम में 08 मई, 2024 को सवारी मालडिब्बा कोचिंग डिपो, गोरखपुर में नवस्थापित इलेक्ट्रॉनिक्स लैब तथा अग्निशामक हाइड्रोस्टैटिक परीक्षण हेतु स्थापित प्रणाली का उद्घाटन प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर एम. के. अग्रवाल ने किया।
पीसीएमई/पूर्वोत्तर रेलवे एम. के. अग्रवाल ने कहा कि पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा एवं संरक्षा सुनिश्चित करने हेतु दृढ़ संकल्प है। इसी क्रम में रेल कोचों में अग्नि से बचाव हेतु ‘इलेक्ट्रॉनिक लैब‘ तथा अग्नि जांच प्रणाली ‘हाइड्रोस्टैटिक सेटअप‘ सवारी माल डिब्बा कोचिंग डिपो में स्थापित किया गया है।
इलेक्ट्रॉनिक लैब का उपयोग यात्री सुविधा एवं संरक्षा हेतु कोचों में फायर डिटेक्शन सिस्टम, फायर डिटेक्शन एवं संप्रेषण सिस्टम तथा इलेक्ट्रॉनिक प्रेसराइज्ड डिटेक्शन फ्लशिंग सिस्टम के बेहतर अनुरक्षण में किया जाता है। इसके अतिरिक्त अग्निशमन यंत्रों के परीक्षण के लिए हाइड्रोस्टैटिक परीक्षण सेटअप लगाया गया है, जो अग्निशमन यंत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, जिससे गाड़ियों में आग से बचाव सुनिश्चित होगा।
इस अवसर पर खिलाड़ियों के उत्साहवर्धन एवं खेल को बढ़ावा देने के लिए सवारी माल डिब्बा कोचिंग डिपो, गोरखपुर में अधिकारियों एवं कर्मचारियों को खेलने के लिए वालीबाल कोर्ट भी बनाया गया है। जहाँ पर एक मैत्रीपूर्ण वालीबाल टूर्नामेंट का आयोजन किया गया। जिसमें कोचिंग डिपो, गोरखपुर (लखनऊ मंडल), यांत्रिक कारखाना/गोरखपुर एवं पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय की टीमों ने भाग लिया। मैच में यांत्रिक कारखाना, गोरखपुर की टीम, कोचिंग डिपो, गोरखपुर की टीम को हराकर टूर्नामेंट की विजेता बनी। विजेता एवं उपजेता टीम को प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर एम. के. अग्रवाल ने पुरस्कृत कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर मुख्य यांत्रिक इंजीनियर/प्लानिंग राजेश अवस्थी, मुख्य कारखाना प्रबंधक/यांत्रिक कारखाना डी. के. खरे, मुख्य चल स्टॉक इंजीनियर डी. पी. मिश्रा, मुख्य चल स्टॉक इंजीनियर/फ्रेट अनिल कुमार, मुख्यालय एवं लखनऊ मण्डल के अधिकारी, वरिष्ठ पर्यवेक्षण तथा अन्य रेलकर्मी उपस्थित थे।
फोटो परिचय (top): नवस्थापित इलेक्ट्रॉनिक्स लैब का निरीक्षण करते हुए पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर एम. के. अग्रवाल। साथ में हैं मुख्य कारखाना प्रबंधक/यांत्रिक कारखाना डी. के. खरे।