September 21, 2023

एमएसटीसी एवं एसटीटीसी का महाप्रबंधक ने किया निरीक्षण

गोरखपुर ब्यूरो: महाप्रबंधक, पूर्वोत्तर रेलवे चन्द्र वीर रमण ने सभी विभाग प्रमुखों एवं वरिष्ठ रेल अधिकारियों के साथ 18 सितंबर, 2023 को बहुविषयक पद्धति प्रशिक्षण केन्द्र (एमएसटीसी) तथा सिगनल एवं दूरसंचार प्रशिक्षण केन्द्र (एसटीटीसी), गोरखपुर का निरीक्षण किया। इसी क्रम में महाप्रबंधक ने ‘ट्रेन सेट परिचालन अनुदेश और दोष निवारण पुस्तिका‘ का विमोचन किया।

निरीक्षण के आरम्भ में महाप्रबंधक ने मॉडल रूम में एलएचबी फिएट बोगी, एयर ब्रेक कन्ट्रोल पैनल एवं एफआईबीए के वर्किंग मॉडल, विद्युत लोको उपकरण, पेन्टोग्राफ, बीएल बॉक्स, पायलट लैम्प, इंजन कट मॉडल, लुब्रिकेटिंग ऑयल सिस्टम एवं फ्यूल ऑयल सिस्टम आदि उपकरणों का गहन निरीक्षण किया। इसी क्रम में उन्होंने ज्योति कक्ष में स्मार्ट क्लास के माध्यम से प्रशिक्षुओं को दिए जा रहे प्रशिक्षण का अवलोकन किया। कम्प्यूटर लैब एवं प्रशिक्षण कक्ष में प्रशिक्षार्थियों से बातचीत की। मॉडल रूम (इंजीनियरिंग) में कॉम्बीनिशेन फिश प्लेट 60 किग्रा/52 किग्रा, जॉगल फिश प्लेट आदि उपकरणों का निरीक्षण किया। इसके पूर्व, निदेशक/एमएसटीसी अश्वनी कुमार दीक्षित ने महाप्रबंधक को बहुविषयक पद्धति प्रशिक्षण केन्द्र मॉडल के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी।

सिगनल एवं दूरसंचार प्रशिक्षण केन्द्र, गोरखपुर के निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक ने इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग लैब में पैनल इंटरलॉकिंग (पीआई) एवं इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग (ईआई) के बारे में प्रमुख मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर आर. के. पाण्डेय से विस्तृत चर्चा की। उन्होंने इलेक्ट्रिक लिफ्टिंग बैरियर, आईपीएस एवं बैटरी पैनल लैब, ब्लॉक लैब, एक्सल काउन्टर लैब, डबल लाइन ब्लॉक पैनल लैब, व्याख्यान कक्ष, मॉडल क्लास रूम, अनुदेशक कक्ष, ई-लर्निंग कक्ष तथा मॉडल ट्रैक का निरीक्षण किया।

महाप्रबंधक ने बहुविषयक पद्धति प्रशिक्षण केन्द्र में प्रशिक्षण प्रयोगशालाओं के निरीक्षण के दौरान कहा कि बेहतर प्रशिक्षण देकर रेलकर्मियों को और अधिक कार्यकुशल बनाया जाए। सिगनल एवं दूरसंचार प्रशिक्षण केन्द्र के इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग (ईआई) एवं आईपीएस एवं बैटरी पैनल लैब के निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि इन उपकरणों के बेहतर प्रशिक्षण से हमारे रेलकर्मी अधिक कार्यकुशल होंगे, जिससे समान तरह की विफलताओं की पुनरावृत्ति पर रोक लगाई जा सकेगी।

प्रशिक्षण केन्द्र में प्रशिक्षार्थियों से बातचीत करते हुए महाप्रबंधक ने कहा कि यहाँ आप सभी अपना ज्ञान तथा कौशल बढ़ाएं और फील्ड की समस्याओं पर भी यहाँ चर्चा कर उसके समाधान का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि रेलकर्मी के लिए सच्चाई एवं कठिन परिश्रम पहली आवश्यकता है। इस दौरान उन्होंने प्रशिक्षार्थियों की जिज्ञासाओं को भी शांत किया तथा बेहतर भविष्य के लिए उन्हें शुभकामनायें भी दीं।

इस अवसर पर महाप्रबंधक एवं वरिष्ठ रेल अधिकरियों ने बहुविषयक पद्धति प्रशिक्षण केन्द्र परिसर में वृक्षारोपण भी किया।

निदेशक/एमएसटीसी अश्वनी कुमार दीक्षित ने एमएसटीसी मीटिंग हॉल में पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से बहुविषयक पद्धति प्रशिक्षण केन्द्र में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में विस्तार से प्रस्तुति दी। इस अवसर पर महाप्रबंधक ने कहा कि प्रशिक्षण संस्थान के माध्यम से प्रशिक्षुओं को कार्य के प्रति निष्ठा, लगन एवं समर्पण का भाव विकसित किया जाना चाहिए तथा कौशल विकास पर भी विशेष फोकस होना चाहिए। उन्होंने स्मार्ट क्लास रूम, वातानुकूलित लैबोरेटरी एवं अन्य सुविधाओं को बेहतर बनाने हेतु निर्देश दिया। इसके उपरान्त महाप्रबंधक ने ‘ट्रेन सेट परिचालन अनुदेश और दोष निवारण पुस्तिका‘ का विमोचन किया।

उल्लेखनीय है कि निदेशक/एमएसटीसी अश्वनी कुमार दीक्षित के दिशा-निर्देशन में बहुविषयक पद्धति प्रशिक्षण केन्द्र, गोरखपुर के अनुदेशक डॉ महेश कुमार द्वारा ‘ट्रेन सेट परिचालन अनुदेश और दोष निवारण पाठ्य पुस्तिका‘ तैयार की गई है।

इस अवसर पर प्रमुख मुख्य याँत्रिक इंजीनियर एम. के. अग्रवाल, प्रमुख मुख्य इंजीनियर रंजन यादव, प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर संजय सिंघल, प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी मुकेश मेहरोत्रा, प्रमुख मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर आर. के. पाण्डेय, प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी बी. के. सिंह, महाप्रबंधक के सचिव आनन्द ऋषि श्रीवास्तव, मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह, निदेशक/एमएसटीसी अश्वनी कुमार दीक्षित, प्रधानाचार्य/सिगनल एवं दूरसंचार प्रदीप कुमार, प्रधानाचार्य/विद्युत परशुराम, प्रधानाचार्य/इंजीनियरिंग सुधीर कुमार श्रीवास्तव, उप प्रधानाचार्य/स्थापना सुभाष चन्द्रा, वरिष्ठ रेल अधिकारी एवं अनुदेशक उपस्थित थे।