रेलकर्मी द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया नवनिर्मित एनएमजीएचएस यान
गोरखपुर ब्यूरो: यांत्रिक कारखाना, पूर्वोत्तर रेलवे, गोरखपुर द्वारा पुराने आईसीएफ कोच को प्रथम एनएमजीएचएस यान परिवर्तित कर ऑटोमोबाइल कैरियर यान का निर्माण किया गया है। इस कोच को सेवानिवृत्त होने वाले वरिष्ठ रेलकर्मी फरहत महमूद द्वारा वरिष्ठ रेल अधिकारियों की उपस्थिति में यांत्रिक कारखाना से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
रेलवे बोर्ड द्वारा आवंटित आईसीएफ कोच को एनएमजीएचएस यान (ऑटोमोबाइल कैरियर) में परिवर्तन के लक्ष्य के अंतर्गत इस यान का निर्माण किया गया है। यह एनएमजीएचएस यान पुराने एनएमजी यान के मुकाबले ज्यादा भार वहन क्षमता के साथ तेज गति से चलने में सक्षम है। पहले बनाए गये एनएमजी यान 75 किमी प्रति घंटा की गति हेतु फिट थे, परंतु नए बनाए गए एनएमजीएचएस यान अधिक भार वहन करने की क्षमता के साथ 110 किमी प्रति घंटा से चलने हेतु फिट हैं।
इस यान में रिफ्लेक्टर लाइट, छत में नेचुरल पाइल लाइट का प्रावधान एवं खिड़कियां लोअर शटर अरेंजमेंट से युक्त हैं, जिससे यान के अंदर बेहतर रोशनी का प्रबंध है। इस यान में प्लेटफार्म की साइड की बाडी में 4 स्लाइडिंग डोर का प्रबंध भी किया गया है, जिससे मोटरसाइकिल एवं अन्य वाहन तथा बड़ी सामग्री के पैकेज इत्यादि को सीधे प्लेटफार्म से चढ़ाया जा सकता है।
इन यानों का ऑटोमोबाइल परिवहन एवं सामग्रियों के आवागमन की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर निर्माण किया जा रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे को रेलवे बोर्ड द्वारा पुराने 100 अदद् नॉन एसी, आईसीएफ कोचों को एनएमजीएचएस यान के रूप में परिवर्तित करने का लक्ष्य दिया गया है, जिसे निर्धारित समय सीमा में पूरा कर लिया जाएगा।
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