पूर्वोत्तर रेलवे: पावर सप्लाई सिस्टम से रेक अनुरक्षण और पर्यावरण संरक्षण
गोरखपुर ब्यूरो: पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने गाड़ियों के रेकों का अनुरक्षण कार्य करने हेतु 750 वोल्ट बाह्य पावर सप्लाई सिस्टम का उपयोग शुरू किया है, जिससे डीजल की बचत के साथ पर्यावरण संरक्षण भी हो रहा है।
पूर्वोत्तर रेलवे के सवारी एवं माल डिब्बा डिपो, गोरखपुर में गाड़ियों की साफ-सफाई तथा अनुरक्षण कार्य हेतु बनाए गए न्यू वाशिंग पिट एवं ओल्ड वाशिंग पिट पर 750 वोल्ट विद्युत सप्लाई से रेकों का अनुरक्षण कार्य किया जा रहा है।
इस तकनीकी से 750 वोल्ट विद्युत सप्लाई देकर गाड़ियों के कोचों में लगे वातानुकूलन सिस्टम, पंखा, लाइट, यांत्रिक, इलेक्ट्रानिक एवं विद्युत उपकरणों का अनुरक्षण अपेक्षाकृत कम समय में और कम श्रम एवं कम लागत से किया जा रहा है।
ज्ञातव्य है कि पूर्व में रेकों का अनुरक्षण कार्य डीजल इंजन चलाकर किया जाता था, जिससे डीजल की खपत होती थी। अब गाड़ियों के रेकों का अनुरक्षण डीजल इंजन के बजाय सीधे 750 वोल्ट विद्युत सप्लाई से किया जा रहा है।
इसके फलस्वरूप फरवरी से जून, 2022 तक मात्र पांच माह में 2,66,200 लीटर डीजल की बचत की गई, जिससे रेल राजस्व के रूप में ₹1.86 करोड़ की बचत होने के साथ पर्यावरण संरक्षण भी हो रहा है।
#GMNER #NERailway #Rake #Maintenance #IndianRailways