रेल राजस्व की बचत
प्रयागराज ब्यूरो: उत्तर मध्य रेलवे, झांसी मंडल द्वारा चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 में मई माह तक हाई स्पीड डीजल खपत में कमी से रिकॉर्ड ₹2.80 करोड़ रेल राजस्व की बचत की गई है।
मई-22 में 1279 किलोलीटर हाई स्पीड डीजल का उपयोग हुआ, जबकि मई-21 में इसी अवधि के दौरान 1484 किलोलीटर डीजल का उपयोग हुआ था। इस प्रकार वर्तमान में डीजल खपत में 13.80 प्रतिशत की कमी हुई है। मई-22 के दौरान झांसी मंडल द्वारा ₹1.40 करोड़ रेल राजस्व की बचत की गई है।
यह बचत डीजल के स्थान पर बिजली के अधिकतम उपयोग से संभव हो सकी है। डीजल की खपत में आई कमी के साथ ही तकनीक का उपयोग एवं उचित प्रबंधन से डीजल के उपयोग में कमी आई है। डीजल की खपत में कमी के चलते कार्बन उत्सर्जन में भी गिरावट आती है, जो कि पर्यावरण को हरित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है तथा ग्लोबल वार्मिंग की रोकथाम हेतु सहायक है।
वर्तमान में झांसी मंडल के अधिकांश रेल खंड विद्युतिकृत हैं। नयी तकनीक युक्त थ्री फेज लोको (एबीबी) के प्रयोग से मंडल ने 49,07,358 यूनिट बिजली की बचत की है, जिसको यदि ₹5.18 प्रति यूनिट से आंका जाए तो यह ₹2.54 करोड़ के रेल राजस्व की बचत है। थ्री फेज इंजन होने की वजह से इसमें रिजनरेटिव ब्रेकिंग भी होता है, जिससे और ज्यादा ऊर्जा की बचत होती है।
यह भी उल्लेखनीय है मई माह के दौरान झांसी मंडल द्वारा विभिन्न भूमि संशाधनों से भी ₹3.80 करोड़ का रेल राजस्व अर्जित किया गया है।