रेलमंत्री ने किया खजुराहो क्षेत्र की विकास परियोजनाओं का निरीक्षण
खजुराहो-ललितपुर खंड की विद्युतीकरण परियोजना पूरी होने के बाद खजुराहो के लिए शुरू की जाएगी वंदे भारत ट्रेन
प्रयागराज ब्यूरो: भारतीय रेल धार्मिक और पर्यटन महत्व वाले स्टेशनों पर यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। 16 अप्रैल को खजुराहो के अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान रेल, संचार एवं इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खजुराहो-झांसी राष्ट्रीय राजमार्ग/एक्सप्रेस वे का दौरा किया। उन्होंने बुंदेलखंड क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्राम योजना के तहत पूरे हुए कार्यों का भी निरीक्षण किया और लाभार्थियों से बातचीत की।
रेलमंत्री ने महाराजा छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर क्षेत्र में चल रही विकास परियोजनाओं का जायजा लिया, जहां कलेक्टर छतरपुर ने पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन देकर क्षेत्रीय परियोजनाओं का विस्तृत विवरण दिया। इस बैठक में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री/भारत सरकार वीरेन्द्र कुमार, सांसद खजुराहो, विष्णु दत्त शर्मा, सांसद सीधी, श्रीमती रीति पाठक, प्रभारी मंत्री छतरपुर, ओ.पी. सखलेचा, खनिज मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह सहित अन्य जन-प्रतिनिधियों ने भाग लिया। श्री वैष्णव ने रेलवे और जिला अधिकारियों के साथ इस क्षेत्र के विकास के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में चर्चा की।
खजुराहो के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की मांग पर श्री वैष्णव ने कहा कि विद्युतीकरण का कार्य पूरा होने के बाद इसे शुरू किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि स्थानीय व्यापारियों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करते हुए छतरपुर और खजुराहो में रेक प्वाइंट स्वीकृत किए गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वर्तमान में 45 हजार डाकघरों से रेल टिकट प्राप्त किए जा सकते हैं और रेलवे टिकटिंग सुविधाओं के साथ 2 लाख डाकघरों को एकीकृत करने का लक्ष्य है।
खजुराहो के लिए पर्यटक विशेष ट्रेन के मुद्दे पर रेलमंत्री ने भारत गौरव ट्रेनों के संचालन और ऐसी पहली भारत गौरव ट्रेन रामायण एक्सप्रेस को मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया की जानकारी दी। श्री वैष्णव ने कहा कि शासकीय सेवकों में समाज के उत्थान के लिए कठिन परिश्रम करना चाहिए। इस दौरान रेलमंत्री ने खजुराहो स्टेशन के पुनर्विकास के साथ विश्वतरीय स्टेशन बनाने के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने स्थानीय प्रशासन और रेलवे के साथ मिलकर किसानों को अपनी जमीन पर सोलर प्लांट लगाने के लिए प्रोत्साहित किया ताकि उनकी आय में वृद्धि हो सके।
एक स्टेशन एक उत्पाद योजना का भी विस्तार किया जा रहा है ताकि स्टेशनों के माध्यम से स्थानीय स्तर के उत्पादों को बाजार में उपलब्ध कराया जा सके। वर्तमान में चल रहे पायलट प्रोजेक्ट के बाद, जो एक बड़ी सफलता रही है, इस योजना के तहत 1000 स्टेशनों को शामिल किया जाएगा, जिसमें छतरपुर स्टेशन भी शामिल होगा।
इसके बाद रेलमंत्री ने पद्मश्री पुरस्कार विजेता डॉ. ए. के. जड़िया और कुलपति/महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, टी. आर. थापक से भेंट की। उन्होंने प्रेस को संबोधित करते हुए बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास कार्यों की जानकारी दी। इसके अलावा टूरिस्ट गाइड और होटल एसोसिएशन के सदस्यों से क्षेत्र के विकास पर भी चर्चा की।
इस अवसर पर उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक प्रमोद कुमार, पश्चिम मध्य रेलवे के महाप्रबंधक सुधीर कुमार गुप्ता, मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष के साथ जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, रेल एवं जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित रहे।
तत्पश्चात खजुराहो स्टेशन से रवाना होकर रेलमंत्री ने विद्युतीकरण कार्य की प्रगति की समीक्षा के लिए खजुराहो-ललितपुर खंड का विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण किया।
रेलमंत्री ने बीच में रुककर ललितपुर स्टेशन का निरीक्षण किया। सांसद झांसी-ललितपुर अनुराग शर्मा ललितपुर में अश्विनी वैष्णव से मिले और झांसी तक विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण पर रेलमंत्री के साथ गए। निरीक्षण के दौरान सांसद ने ललितपुर में आगामी फ्लाई ओवर, दैलवाड़ा-बिरारी कॉर्ड लाइन, झांसी-बीना तीसरी लाइन परियोजना जैसी विभिन्न चालू परियोजनाओं पर चर्चा की। रेलमंत्री ने सांसद के साथ ललितपुर स्टेशन पर यात्रियों से वार्तालाप किया। यात्रियों ने रेल परिसर में साफ सफाई में व्यापक सुधार को लेकर प्रसन्नता व्यक्त की।