April 1, 2022

सीनियर डीसीएम/कोटा अजय कुमार पाल बीस हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ हुए ट्रैप

राजस्थान पुलिस के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की भरतपुर टीम ने मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय, कोटा में गुरुवार, 31 मार्च 2022 को जाल बिछाकर सीनियर डीसीएम/कोटा अजय कुमार पाल (#IRTS/2012 बैच) को खानपान निरीक्षक, रेलवे स्टेशन, भरतपुर हेमराज मीणा से ₹20,000 की रिश्वत राशि लेते हुए रंगेहाथ उनके चेंबर में ही ट्रैप किया। उक्त रिश्वत राशि एसीबी द्वारा अजय कुमार पाल की टेबल की दराज से बरामद की गई।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, विशेष शाखा (एसीबी, एसयू), भरतपुर के कार्यालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार शिकायतकर्ता हेमराज मीणा, खानपान निरीक्षक, रेलवे स्टेशन, भरतपुर ने एसीबी कार्यालय, भरतपुर में मंगलवार, 29 मार्च 2022 को लिखित शिकायत दर्ज करवाई थी कि उन्हें सीनियर डीसीएम/कोटा अजय कुमार पाल द्वारा 16.03.2022 को जो चार्जशीट जारी की गई थी, वह उन्हें 22.03.2022 को प्राप्त हुई। इसका जवाब उन्होंने 28.03.2022 को भेज दिया था।

शिकायत में हेमराज मीणा द्वारा बताया गया कि 29.03.2022 को हिंडौन सिटी रेलवे स्टेशन पर कैटरिंग कांट्रेक्टर महेश कुमार शर्मा ने उन्हें फोन करके बताया कि “वह उनकी चार्जशीट सीनियर डीसीएम/कोटा अजय कुमार पाल से कहकर माफ (फाइल) करवा देगा, मगर इस काम के लिए उन्हें ₹20,000 नकद देना पड़ेगा।” बिचौलिए कैटरिंग कांट्रेक्टर शर्मा ने उनसे यह भी कहा कि “वह स्वयं उनके साथ चलकर उक्त रकम सीनियर डीसीएम/कोटा अजय कुमार पाल को दिलवा देगा और उनका काम हो जाएगा।”

शिकायतकर्ता हेमराज मीणा की उक्त लिखित शिकायत का सत्यापन उसी दिन एसीबी द्वारा किया गया, जिसमें दलाल बने कैटरिंग वेंडर महेश कुमार शर्मा द्वारा शिकायतकर्ता हेमराज मीणा को दी गई चार्जशीट को आरोपी अजय कुमार पाल से मिलकर फाइल करवाने की एवज में ₹20,000 रिश्वत की मांग की गई, इसकी पुष्टि हो गई।

उक्त मांग के अनुसरण में गुरुवार, 31.03.2022 को आरोपी दलाल महेश कुमार शर्मा शिकायतकर्ता खानपान निरीक्षक हेमराज मीणा को अपने साथ लेकर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय, कोटा पहुंचा और हेमराज मीणा से ₹20,000 रिश्वत राशि लेकर आरोपी अजय कुमार पाल, सीनियर डीसीएम/कोटा को दे दी।

सीनियर डीसीएम पाल ने उक्त राशि लेकर जैसे ही अपनी टेबल की दराज में रखा, वैसे ही एसीबी के अधिकारियों ने चेंबर में घुसकर उक्त राशि उनकी दराज से बरामद कर लिया। इसके साथ ही परिवादी को जारी की गई चार्जशीट की फाइल भी आरोपी अजय कुमार पाल की टेबल से एसीबी ने अपने कब्जे में ले ली। तत्पश्चात आरोपी द्वय अजय कुमार पाल एवं महेश कुमार शर्मा दोनों को एसीबी ने अपनी कस्टडी में ले लिया। आगे की कार्रवाई जारी है।

इस ट्रैप कार्यवाही को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एसीबी, एसयू, भरतपुर महेश मीणा ने संचालित किया। उनके साथ पुलिस निरीक्षक श्रवण बिश्नोई, हेड कांस्टेबल रीतराम सिंह, कांस्टेबल रितेश कुमार, गंभीर सिंह, परसराम, सत्यपाल और रीडर हरभान सिंह तथा स्वतंत्र गवाहों द्वारा संपन्न की गई।

उल्लेखनीय है कि सीनियर डीसीएम/कोटा अजय कुमार पाल पर यह भी आरोप है कि हाल ही में उन्होंने फिटकरी की जगह अघोषित मार्बल पाउडर भेजकर रेलवे को करीब ₹10 करोड़ से ज्यादा का चूना लगाया है! इसके अलावा सीनियर डीसीएम/कोटा रहते हुए भ्रष्टाचार के ऐसे कई आरोप उन पर लगे हैं। परंतु रेल प्रशासन ने उन पर कान नहीं दिया। कई वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि पश्चिम मध्य रेलवे में ऐसे लगभग दर्जन भर भ्रष्ट अधिकारियों को बहुत ज्यादा प्रोत्साहन मिल रहा है,  जिससे वे खुलकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं, मगर किसी भी स्तर पर रेलवे में कोई देखने वाला नहीं है, क्योंकि उन्हें स्थानीय नेताओं सहित बोर्ड स्तर के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों का वरदहस्त प्राप्त है।

ट्रैप के बाद एसीबी भरतपुर की टीम के साथ आरोपी सीनियर डीसीएम/कोटा अजय कुमार पाल और बिचौलिया कैटरिंग लाइसेंसी महेश कुमार शर्मा (घेरे में)।

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