झांसी मंडल के भीमसेन-वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलखंड का वार्षिक निरीक्षण
प्रयागराज ब्यूरो: महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे प्रमोद कुमार ने उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय के विभाग प्रमुखों के साथ 23 फरवरी 2022 को झांसी मंडल का वार्षिक निरीक्षण किया। इस दौरान मंडल के भीमसेन-वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलखंड का निरीक्षण किया गया। भीमसेन स्टेशन से शुरू हुए इस निरीक्षण के दौरान मेजर कर्व, ब्रिज लेवल क्रॉसिंग, गैंग, चार स्टेशनों (पुखरायां, उरई, मुस्तरा एवं एट) यार्ड, टर्न ऑउट, लॉंग वैल्डेड रेल, एसईजे, यूएसएफडी टीम, स्पीड ट्रायल आदि का सघन निरीक्षण किया गया।
कानपुर स्टेशन पर महाप्रबंधक ने ट्रैकमैन से वार्ता कर संरक्षा से संबंधित विषयों की जानकारी ली। वहां से प्रस्थान कर महाप्रबंधक ने रसूलपुर-गोगामऊ-भीमसेन रेलखंड पर किमी सं. 1324/3 पर माइनर ब्रिज का सघन निरीक्षण किया तथा संरक्षा सम्बंधित पहलुओं की बारीकी से परख की।
ब्रिज से रवाना होकर उन्होंने मलासा-पुखरायां रेलखंड के मध्य किमी सं. 1295/2-4 पर नॉन-इंटरलॉक्ड इंजीनियरिंग समपार फाटक सं.207-सी का निरीक्षण किया तथा फाटक की कार्य प्रणाली को परखा। फाटक पर स्थानीय नागरिकों ने महाप्रबंधक से गेट के नियमित अंतराल पर खोले जाने की मांग की।
यद्यपि वार्षिक निरीक्षण एक पूर्णत: पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुरूप होता है, किंतु निरीक्षण कार्यक्रम के तहत महाप्रबंधक ने पुखरायां स्टेशन का औचक निरीक्षण किया। वहां उन्होंने यात्री सुविधाओं को देखने के क्रम में वेटिंग रूम, रिटायरिंग रूम, खानपान इकाईयों तथा वाटर वेंडिंग यूनिट्स आदि का सघन निरीक्षण किया और इसी क्रम में उन्होंने आवश्यक सुधारों से संबंधित निर्देश दिए।
महाप्रबंधक प्रमोद कुमार ने पुखरायां के सर्कुलेटिंग एरिया और यार्ड का भी निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। महाप्रबंधक ने पुखरायां स्टेशन पर उपस्थित स्थानीय जनता से भी वार्ता कर सुविधाओं का फीडबैक लिया।
पुखरायां से प्रस्थान कर उन्होंने ट्रैफिक समपार फाटक संख्या 205 तथा खंड के मध्य लॉंग वैल्डेड रेल तथा एसईजे पर राइडिंग गुणवत्ता एवं अन्य संरक्षा विषय का निरीक्षण किया। महाप्रबंधक द्वारा यमुना नदी पर स्थित ऐतिहासिक कालपी पुल के अनुरक्षण का गहन निरीक्षण किया गया।
उरई स्टेशन के निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक ने स्टेशन पर यात्री सुविधाओं, वेटिंग रूम, पश्चिम तथा पूर्व स्टेशन सर्कुलेटिंग एरिया, रेलवे यार्ड, पॉइंट टेस्टिंग, खानपान इकाईयों तथा स्वास्थ्य इकाई, रिले रूम, आरपीएफ पोस्ट, सीसीटीवी रूम, ओएचई डिपो, जीआरपी थाना आदि का सघन निरीक्षण किया।
महाप्रबंधक ने उरई-जालौन क्षेत्र में रेलवे द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों के संबंध में उपस्थित अधिकारियों के साथ एक संक्षिप्त बैठक की। इसी क्रम में महाप्रबंधक द्वारा उरई स्टेशन पर कैरिज एंड वैगन विभाग द्वारा तकनीकी प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया। इसमें वंदे भारत का वर्किंग मॉडल, वाटर रिसाइक्लिंग प्लांट का लाइव डेमो, बायो टॉयलेट एंड क्विक वाटरिंग सिस्टम के मॉडल के अलावा कैरेज एंड वैगन की कार्य प्रणाली संबंधी उपकरणों का प्रदर्शन किया गया जिसकी महाप्रबंधक ने सराहना की।
कार्मिक विभाग द्वारा स्थापित एचआरएमएस हेल्प डेस्क का भी उदघाटन महाप्रबंधक द्वारा किया गया। इसके माध्यम से कर्मचारी एचआरएमएस संबंधी किसी भी सभी समस्या का उरई में ही समाधान पा सकेंगे।
महाप्रबंधक ने उरई में व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों और मीडिया से वार्ता की। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कानपुर-झांसी (वीरांगना लक्ष्मीबाई) खंड पर विकास और दोहरीकरण पर चर्चा की। उन्होंने बताया वार्षिक निरीक्षण के दौरान विकास कार्यों की समीक्षा के साथ स्टाफ के कार्य के तरीकों की और उनको काउंसल किया जाता है। उन्होंने किसान रेल, सोलर पैनल ट्रेनों के ठहराव आदि के संबंध में भी मीडिया के प्रश्नों के उत्तर दिए।
उरई से प्रस्थान कर महाप्रबंधक ने एट स्टेशन पर यात्री सुविधाओं, रनिंग रूम एवं नवनिर्मित स्टेशन भवन आदि व्यवस्थाओं का व्यापक निरीक्षण किया। रेलवे द्वारा मोठ-मुस्तरा (46.85 किमी) रेलखंड के मध्य 110 किमी प्रति घंटा की गति से स्पीड ट्रायल कर ट्रैक की राइडिंग क्वालिटी की परख की।
मुस्तरा स्टेशन पहुंचकर उन्होंने ट्रैक्शन सब स्टेशन तथा इंजीनियरिंग गैंग क्रमांक-2 का निरीक्षण किया तथा उनसे वार्ता की। ट्रैक गैंग से मिलने के बाद महाप्रबंधक द्वारा मुस्तरा-झांसी के मध्य किमी संख्या 1132-1134 के मध्य कर्व संख्या-2 एवं गैंग संख्या-1 का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक द्वारा ट्रैकमेन एवं अन्य रेलकर्मियों के साथ वार्तालाप किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कर्मियों से उनके कार्य एवं दायित्वों के विषय में उनके ज्ञान को जांचा। उन्होंने स्टॉफ के वेलफेयर के संबंध में जानकारी प्राप्त की और खंड के संबंधित अधिकारियों को खंड में कार्य कर रहे कर्मचारियों के वेलफेयर पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों की अलग-अलग टीमों का गठन किया गया जिन्हें विशिष्ट कार्य सौंपे गए थे। प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी एम. के. गुप्ता ने पॉइंट और क्रॉसिंग का निरीक्षण करने वाली टीम का नेतृत्व किया। प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक बिप्लव कुमार ने स्टेशन रिकॉर्ड का निरीक्षण करने वाली टीम का नेतृत्व किया। निरीक्षण के दौरान प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधक एस.कपिल, डीआरएम आशुतोष और पीसीई एस. के. मिश्रा महाप्रबंधक के साथ रहे एवं आईजी आरपीएफ रवींद्र वर्मा ने सुरक्षा प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया।
निरीक्षण पूरा होने के बाद उन्होंने मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय सभाकक्ष में मान्यता प्राप्त ट्रेड यूनियन, संगठन, चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स, जेडआरयूसीसी सदस्य डॉ. सुनील सिंह परिहार से वार्ता की तथा उनके द्वारा प्रेषित अमूल्य सुझाव एकत्रित किए।