ट्रैकमैनों की मांगों को रेलवे बोर्ड स्तर पर उठाया जाएगा -डॉ. अशोक त्रिपाठी
ट्रैकमेंटेनर्स की दुर्दशा के लिए जिम्मेदार हैं दोनों मान्यताप्राप्त फेडरेशन -गणेश्वर राव
रेलवे कर्मचारी ट्रैकमेंटेनर एसोसिएशन ने किया संरक्षा सेमिनार का सफल आयोजन
चक्रधरपुर : रेलवे कर्मचारी ट्रैकमेंटेनर एसोसिएशन (आरकेटीए) द्वारा ‘रेलवे ट्रैक की संरक्षा और सुरक्षा’ विषय पर ट्रैकमैनों के लिए एक सेफ्टी सेमिनार का आयोजन बुधवार, 8 अगस्त को दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर स्टेशन के पास स्थित हॉल में किया गया. भारतीय रेल में ट्रेन और ट्रैकमेन की सेफ्टी को सुनिश्चित करने के उद्देश्य और ट्रैकमैनों को अधिक सुविधा देने हेतु आयोजित इस सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में नई दिल्ली से पधारे रेलवे बोर्ड की यात्री सुविधा समिति के सदस्य डॉ. अशोक त्रिपाठी और विशिष्ट अतिथि के तौर पर सामाजिक न्याय एवं महिला सशक्तिकरण मंत्रालय की समिति के सदस्य राधेश्याम शर्मा उपस्थित थे.
इस अवसर पर आरकेटीए के राष्ट्रीय महामंत्री जी. गणेश्वर राव ने सभी ट्रैकमैनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज ट्रैकमेन की जो दुर्दशा है, उसके लिए रेलवे के दोनों मान्यताप्राप्त लेबर फेडरेशन जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि भारतीय रेल पर कार्यरत सभी ट्रैकमैनों को स्वयं अपनी एक अलग पहचान बनाकर एक नए रास्ते की ओर बढ़ना होगा, ताकि वर्षों से लंबित हमारी जायज मांगो की पूर्ति हो सके. राव ने मुख्य अतिथि के रूप में मंच पर उपस्थित डॉ. अशोक त्रिपाठी को ट्रैकमैनों की व्यथा और दुर्दशा से अवगत कराते हुए कहा कि एक ट्रैकमेंटेनर किस प्रकार अपनी जान को जोखिम में डालकर रेलवे की सेफ्टी को सुनिश्चित कर रहा है, फिर भी रेलवे बोर्ड अब तक उनकी मांगों पर गंभीर नहीं हो रहा है. उन्होंने डॉ. त्रिपाठी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अब रेलवे बोर्ड को भी लगने लगा है कि बिना ट्रैकमेन के रेलवे की सेफ्टी सुनिश्चित कर पाना संभव नहीं है.
आरकेटीए की प्रमुख मांगों पर जोर देते हुए राव ने कहा कि भारतीय रेल के सभी जोनों में एकसाथ दो ट्रैकमैनों से नाईट ड्यूटी पेट्रोलिंग का नियम कड़ाई से लागू किया जाए, अन्य विभागों की तरह सीनियर टेक्निशियन का पद सृजन कर 4200 ग्रेड-पे में प्रमोशन दिया जाए, सभी ग्रेड-पे रेलकर्मी को लारजेस का लाभ दिया जाए, एलडीसीई को सभी के लिए खोला जाए, ट्रैकमैनों से भी भोजन अवकाश सहित आठ घंटे की ही ड्यूटी ली जाए, ट्रैकमैनों के वर्किंग टूल्स को हल्का और तकनीकी किया जाए.
कार्यक्रम को आरकेटीए के संस्थापक अध्यक्ष वी. रवि सहित अन्य जोनों एवं मंडलों से आए प्रतिनिधियों ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम के मुख्य अथिति डॉ. त्रिपाठी ने ट्रैकमैनों की मांगों को रेलवे बोर्ड स्तर पर उठाने और सक्षम अधिकारियों के समक्ष रखने का आश्वासन दिया. इससे पहले पूरे देश से आए ट्रैकमैनों ने अपनी मांगों के समर्थन और डॉ. त्रिपाठी के स्वागत में नारेबाजी और गाजे-बाजों के साथ प्रभात-फेरी निकाली. इस मौके पर पूर्व तट रेलवे के तपन बारीक, पूर्व मध्य रेलवे के राजेश कुमार, मध्य रेलवे के रमाशंकर, दक्षिण पूर्व रेलवे के एन. एन. चटर्जी, दिलिप कुमार राय सहित बड़ी संख्या में ट्रैकमैन उपस्तिथ थे. इस अवसर पर आरकेटीए की आमसभा भी संपन्न हुई.