October 13, 2024

डबल्यू बीम ट्रैक फेंसिंग साइट का डीआरएम ने किया निरीक्षण

झाँसी-कानपुर खंड पर शुरु हुआ डबल्यू बीम मेटल टाइप ट्रैक फेंसिंग का कार्य

ट्रैक पर जानवरों की आवजाही पर लगेगी रोक, निर्बाध ट्रेन संचालन से सुनिश्चित होगा समयपालन

झाँसी: भारतीय रेल द्वारा यात्रियों की सुरक्षा और संरक्षा के कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है। इसके तहत उत्तर मध्य रेलवे, झाँसी मंडल में झाँसी से कानपुर लाइन पर एक्सप्रेसवे की तर्ज पर डबल्यू बीम मेटल टाइप फेंसिंग लगाने का काम शुरु किया गया है। डबल्यू बीम मेटल टाइप फेंसिंग का काम ₹189 करोड़ की अनुमानित लागत से कराया जा रहा है। इसमें झाँसी से परौना के बीच ₹67 करोड़ और परौना से कानपुर के बीच ₹122 करोड़ की लागत से यह काम पूरा किया जाएगा।

डबल्यू बीम मेटल टाइप फेंसिंग से ट्रैक पर जानवरों की आवाजाही बंद होगी। इसकी इतनी ऊंचाई रखी जाती है कि जानवर कूदकर भी ट्रैक पर नहीं जा पाएंगे। रेलवे ट्रैक पर जानवरों के आने से ट्रेनों के समयबद्ध और सुचारु संचालन पर विपरीत असर पड़ता है। इससे जानवर भी हताहत होते हैं। डबल्यू बीम फेंसिंग से वाहनों के रेलवे ट्रैक पर पहुंच जाने के मामलों में भी कमी आयेगी। कई बार वाहनों की स्‍टेयरिंग फेल होने या अन्‍य कारणों से वह सीधा रेलवे ट्रैक पर चले आते हैं। अगर उस समय कोई ट्रेन आती है तो हादसे की आशंका रहती है। डब्ल्यू बीम मेटल टाइप लगाने से अगर वाहन किसी कारण से ट्रैक की ओर जाता है तो वह ’सेफ्टी फेंसिंग’ के सहारे सीधा चलता रहेगा। वाहन ट्रैक पर नहीं आ पाएगा। इससे वाहन और ट्रेन दोनों सुरक्षित रहेंगे।

मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा ने बताया कि झाँसी-कानपुर खंड पर डबल्यू बीम मेटल टाइप फेंसिंग का कार्य शुरु कर दिया गया है। इसी क्रम में धौलपुर-बीना खंड पर भी डबल्यू बीम फेंसिंग का कार्य स्वीकृत हो चुका है, जिस पर जल्द ही कार्य शुरू किया जायेगा।  इससे ट्रैक पर आने वाले जानवरों पर रोक लगेगी जिससे पशुधन को नुकसान नहीं पहुंचेगा। इसके साथ ही ट्रेनों का सुचारु और समयबद्ध संचालन भी सुनिश्चित हो सकेगा।

वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी-कानपुर खंड पर चल रहे डबल्यूएम बीम फेंसिंग के कार्य का 12.10.24 को मंडल रेल प्रबंधक दीपक सिन्हा द्वारा निरीक्षण किया गया। यह विशेष फेंसिंग ट्रैक के दोनों तरफ की जा रही है। इस फेंसिंग के लगने से ट्रेनों का सुचारु एवं समयबद्ध संचालन सुनिश्चित हो सकेगा।

क्या है मेटल फेंसिंग: भारतीय रेल मानक संगठन (#आरडीएसओ) द्वारा एक ऐसा मेटल फेंसिंग डिजाइन किया गया है जो ट्रैक पर जानवरों एवं अवरोधों को आने से रोकेगा। इस डिजाइन से फेंसिंग का कार्य शीघ्रता से पूर्ण होगा। लगभग एक किलोमीटर 10 दिन में पूर्ण कर लिया जाएगा।

झाँसी मंडल के झाँसी-कानपुर खंड पर ट्रैक के दोनों तरफ डब्ल्यू बीम मेटल टाइप फेंसिंग का काम तेजी से चल रहा है। उन्होंने ट्रैक के दानों तरफ चल रहे काम की गहनता से जांच की। मंडल रेल प्रबंधक ने कर्मचारियों को फेंसिंग कार्य समय से पूरा करने और उच्च गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए।

इसके साथ ही मंडल रेल प्रबंधक ने संरक्षा के दृष्टिकोण से समपार फाटक संख्या 123 का भी गहन निरीक्षण किया। गेट पर तैनात गेटमैन को डीआरएम श्री सिन्हा ने संरक्षा के पालन के लिए सजग और सतर्क रहने के लिए मोटिवेट किया। उन्होंने स्टाफ के ज्ञान की परख की और कर्तव्य परायणता के प्रति स्टाफ की प्रशंसा की।

मंडल रेल प्रबंधक के साथ निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ मंडल इंजीनियर समन्वय आशुतोष चौरसिया, मंडल इंजीनियर/मुख्यालय हिमांशु गौतम, मूवमेंट इंस्पेक्टर एस के राय और अन्य स्टाफ उपस्थित रहा।