पूर्वोत्तर रेलवे ने अगस्त, 2024 तक कुल 1.58 लाख पौधे लगाए
गोरखपुर: पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बेहतर प्रयास के रूप में हरियाली के लिए प्रधानमंत्री ने देशभर में ‘एक पेड़ माँ के नाम‘ अभियान चलाया है। इस अभियान को सफल बनाने हेतु पूर्वोत्तर रेलवे पर वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे पर वृक्षारोपण सतत प्रक्रिया के रूप में किया जाता है। इसके अन्तर्गत मुख्यालय, मंडलों तथा अन्य रेल परिसरों में लाखों की संख्या में रेल भूमि पर पौधे लगाए जा रहे हैं। इसी क्रम में वर्ष 2024-25 में अगस्त, 2024 तक इस रेलवे पर कुल 1.58 लाख पौधे लगाए गए हैं।
पूर्वोत्तर रेलवे पर पौधारोपण का कार्यक्रम योजनाबद्ध तरीके से किया जा रहा है, वर्ष 2023-24 में वाराणसी मंडल पर 2.05 लाख, लखनऊ मंडल पर 2.45 लाख एवं इज्जतनगर मंडल पर 1.80 लाख पौधे लगाये गये। इस प्रकार पूर्वोत्तर रेलवे पर कुल 6.30 लाख पौधे लगाए गए।
‘एक पेड़ माँ के नाम’ लगाने के लिए रेलकर्मियों को जागरूक किया जा रहा है। महाप्रबंधक, पूर्वोत्तर रेलवे सुश्री सौम्या माथुर ने स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के अन्तर्गत गोरखपुर स्टेशन परिसर में ‘एक पेड़ माँ के नाम‘ लगाया तथा अन्य रेलकर्मियों को भी ‘एक पेड़ माँ के नाम‘ लगाने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर अपर महाप्रबंधक दिनेश कुमार सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने भी ‘एक पेड़ माँ के नाम‘ पर लगाया। 14 सितम्बर से 1 अक्टूबर, 2024 तक मनाए जा रहे स्वच्छता ही सेवा के अन्तर्गत प्रतिदिन रेल अधिकारी एवं कर्मचारी ‘एक पेड़ माँ के नाम‘ पर लगा रहे हैं।
‘एक पेड़ माँ के नाम‘ अभियान के अन्तर्गत वर्ष 2024-25 में अगस्त, 2024 तक पूर्वोत्तर रेलवे पर 1.58 लाख पौधे लगाए गए, जो कि पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों से निपटने हेतु एक उत्तम प्रयास है। वृक्षारोपण रेलवे की कार्यप्रणाली का एक हिस्सा है। प्रत्येक वर्ष जब भी रेलवे पर कोई निरीक्षण अथवा कार्यक्रम होता है, उसमें वृक्षारोपण एक अभिन्न हिस्से की तरह सम्मिलित होता है।
पौधों के बेहतर रख-रखाव के लिए नए प्रयोग के तौर पर पौधे के साथ उसे लगाने वाले अधिकारी एवं कर्मचारी का नाम भी लगा दिया जाता है। पूर्वोत्तर रेलवे के तीनों मंडलों में खाली पड़ी रेलवे भूमि पर भी पौधा लगाने का कार्य निरन्तर जारी है। इसके अतिरिक्त रेलवे के सरकारी आवासों में रहने वाले रेलकर्मी भी स्वयं अपने आवास परिसर में वृक्षारोपण कर उसे पोषित करते हैं।