बहुत जल्द पटरियों पर दौड़ती नजर आएगी वंदे भारत स्लीपर ट्रेन
- अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस है वंदे भारत स्लीपर ट्रेन
- दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष बर्थ और शौचालय की सुविधा
- अधिकतम 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेन
नई दिल्ली: भारतीय रेल द्वारा बहुत जल्द वंदेभारत #स्लीपर ट्रेनों का संचालन शुरू किया जाने वाला है। #वंदेभारत ट्रेन की तरह वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का निर्माण भी स्वदेशी तकनीक से किया जा रहा है। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में पैसेंजर सेफ्टी के साथ-साथ लोको पायलट और अटेंडेट्स की सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखा गया है। लोको कैब को बेहतर बनाया गया है, साथ ही यह ट्रेन टक्कर रोधी #कवच प्रणाली से सुसज्जित है।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का डिजाइन और इसका इंटीरियर काफी आकर्षक बनाया गया है और इसमें विश्वस्तरीय यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इस ट्रेन में #USB चार्जिंग प्रावधान के साथ एकीकृत रीडिंग लाइट, सार्वजनिक घोषणा और विजुअल इन्फॉर्मेशन प्रणाली, इनसाइड डिस्प्ले पैनल और सिक्योरिटी कैमरे के साथ मॉड्यूलर पैंट्री की सुविधा है।
इसके साथ ही दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष बर्थ और शौचालय उपलब्ध कराए गए हैं। इसके अतिरिक्त, फर्स्ट एसी डिब्बे में यात्रियों के लिए गर्म पानी के शॉवर की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का ट्रायल जल्द शुरू होने वाला है और उसके पश्चात इस ट्रेन को देश के विभिन्न रेल मार्गों पर संचालित किया जाएगा। वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों को लंबे रेल रूट्स पर संचालित किया जाएगा। इस ट्रेन से भारत में लंबी दूरी की रेल यात्रा में क्रांति आने की उम्मीद है। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन आराम, सुरक्षा और दक्षता के मामले में नए मानक स्थापित करेगी।
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने बेंगलूरु में उत्पादन इकाई का दौरा किया और वहां वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेट के उत्पादन का निरीक्षण किया। इस दौरान रेल राज्यमंत्री वी. सोमन्ना भी उनके साथ मौजूद रहे। रेलमंत्री ने वंदे भारत स्लीपर के उत्पादन में कार्यरत कर्मचारियों से बातचीत की और उनका उत्साहवर्धन भी किया।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की मुख्य विशेषताएं:
- ऑस्टेनिटिक स्टेनलेस स्टील ट्रेनसेट
- यात्री सुरक्षा के लिए ट्रेनसेट में दुर्घटना-रोधी प्रावधान
- GFRP पैनलों के साथ श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ इंटीरियर
- एरोडायनामिक बाहरी लुक
- मॉड्यूलर पेंट्री
- EN-45545 के अनुसार फायर सेफ्टी जोखिम स्तर: 03
- दिव्यांगों के लिए विशेष बर्थ और शौचालय
- स्वचालित बाहरी यात्री दरवाजे
- सेंसर आधारित इंटर कम्युनिकेशन डोर
- अंतिम दीवार पर दूर से संचालित अग्नि अवरोधक दरवाजे
- एर्गोनॉमिक डिजाइन की दुर्गंध रहित शौचालय प्रणाली
- लोको पायलट के लिए शौचालय
- प्रथम एसी कार में गर्म पानी से स्नान
- USB चार्जिंग प्रावधान के साथ एकीकृत रीडिंग लाइट
- सार्वजनिक घोषणा और दृश्य सूचना प्रणाली
- सामान रखने के लिए बड़ा लगेज रूम