अमृत भारत स्टेशन योजना में होगा पूर्वोत्तर रेलवे के 12 स्टेशनों का विकास
गोरखपुर ब्यूरो: भारत सरकार के विजन ‘नया भारत’ को ध्यान में रखकर भारतीय रेल पर ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के अन्तर्गत रेलवे स्टेशनों पर विश्वस्तरीय यात्रा सुविधायें उपलब्ध कराने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इस योजना के अन्तर्गत भारतीय रेल के 508 स्टेशनों के पुनर्विकास का शिलान्यास प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 6 अगस्त, 2023 को किया जाएगा।
अमृत भारत स्टेशन योजना में दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ रेलवे स्टेशनों का विकास किया जा रहा है। इसमें स्टेशन फसाड, सर्कुलेटिंग एरिया, वेटिंग हॉल, दिव्यांगजन अनुकूल सुविधायें, प्रसाधन, आवश्यकतानुसार लिफ्ट/एस्केलेटर, चौड़े फुट ओवर ब्रिज, पार्किंग एवं हरित ऊर्जा का उपयोग कर पर्यावरण अनुकूल भवन इत्यादि अत्याधुनिक सुविधाओं में विस्तार हेतु योजना तैयार की गई है और चरणबद्ध तरीके से उनका कार्यान्वयन किया जाएगा।
रेलवे स्टेशनों पर आगामी 50 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए बेहतर यात्री सूचना प्रणाली, एग्जीक्यूटिव लाउंज एवं अन्तर्राष्ट्रीय मानक के अनुरूप साइनेज का प्रावधान आदि सम्मिलित है। पूर्वोत्तर रेलवे के 12 स्टेशनों सहित भारतीय रेल के 508 स्टेशनों का प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शिलान्यास किया जाएगा।
इस योजना में पूर्वोत्तर रेलवे पर वाराणसी मंडल के वाराणसी सिटी, बनारस, बलिया, आजमगढ़ एवं देवरिया सदर, लखनऊ मंडल के बस्ती, बादशाह नगर, ऐशबाग एवं सीतापुर तथा इज्जतनगर मंडल के लालकुआँ, कासगंज एवं फर्रुखाबाद स्टेशन सम्मिलित हैं।
अमृत भारत स्टेशन योजना के अन्तर्गत इन स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में सुधार एवं विस्तार किया जाएगा। इस योजना के अन्तर्गत स्थानीय स्थापत्य कला एवं संस्कृति के अनुरूप स्टेशन भवन को आकर्षक स्वरूप दिया जाएगा।
इस योजना में स्टेशन भवन में सुधार एवं विकास, शहर के दोनों हिस्सों के साथ स्टेशन को एकीकृत करने के साथ ही मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी के प्रावधान, दिव्यांगजनों के लिए सुविधायें, स्टैण्डर्ड साइनेज, पर्यावरण अनुकूल कार्य चरणबद्ध तरीके से किए जाएंगे, जिससे ये स्टेशन ‘सिटी सेन्टर‘ के रूप में उभरेंगे।
रेलवे स्टेशनों के सर्कुलेटिंग एरिया, अप्रोच रोड एवं प्लेटफॉर्म पर सुधार का कार्य किया जाएगा। योजना के अन्तर्गत आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित वेटिंग हॉल एवं प्रसाधनों का निर्माण किया जाएगा।
रेलवे स्टेशनों पर आवश्यकतानुसार लिफ्ट, एस्केलेटर के साथ 12 मीटर चौड़े फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) का प्रावधान किया जाएगा। स्टेशनों की सुन्दरता के लिए आकर्षक फसाड लाइटिंग लगाई जाएगी।