पूर्वोत्तर रेलवे ने किया माल लदान एवं स्क्रैप बिक्री में अच्छा प्रदर्शन
गोरखपुर ब्यूरो: पूर्वोत्तर रेलवे ने सुनियोजित कार्य पद्वति अपनाकर एवं आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए वर्ष 2022-23 में माल लदान, निर्माण कार्य, स्क्रैप निस्तारण एवं एलएचबी कोचों के आवधिक अनुरक्षण के क्षेत्र में रिकार्ड स्थापित किया है।
पूर्वोत्तर रेलवे पर मुख्यालय एवं मंडलों के समन्वित विपणन प्रयासों के फलस्वरूप वर्ष 2021-22 में हुए 3.36 मीलियन टन माल लदान की तुलना में वर्ष 2022-23 में 3.66 मीलियन टन माल का लदान हुआ जो कि एक रिकार्ड है। वर्ष 2018-19 में 1.83 मीलियन टन, वर्ष 2019-20 में 2.40 मीलियन टन तथा वर्ष 2020-21 में 2.64 मीलियन टन माल का लदान हुआ था।
पूर्वोत्तर रेलवे पर निर्माण के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि दर्ज की गई है। वर्ष 2022-23 में 240 किमी. दोहरीकरण तथा 35 किमी. आमान परिवर्तन का कार्य पूरा किया गया। 240 किमी. दोहरीकरण एवं 35 किमी. आमान परिवर्तन पिछले एक दशक का सर्वाधिक कार्य सम्पादन है जो कि एक रिकार्ड है।
पूर्वोत्तर रेलवे पर रेलवे बोर्ड द्वारा स्क्रैप निस्तारण से प्राप्त आय हेतु निर्धारित लक्ष्य ₹145 करोड़ के सापेक्ष ₹212.5 करोड़ की आय हुई जो निर्धारित लक्ष्य से 46.6 प्रतिशत अधिक है। इसी प्रकार यांत्रिक कारखाना, गोरखपुर में वर्ष 2022-23 में 739 एलएचबी कोचों का आवधिक अनुरक्षण किया गया जो कि इस कारखाने में एक वर्ष में एलएचबी कोचों का सर्वाधिक अनुरक्षण है।