October 25, 2022

“मिशन शत-प्रतिशत विद्युतीकरण” का देश के विकास पर दूरगामी प्रभाव पड़ेगा! जीएम/उ.म.रे.

उत्तर मध्य रेलवे का पूरा ब्रॉड गेज नेटवर्क हुआ विद्युतीकृत

उत्तर मध्य रेलवे ने ईशानगर-उदयपुरा, झांसी मंडल के विद्युतीकरण के साथ हासिल की यह उपलब्धि

वित्तवर्ष 2022-23 के दौरान 3 जोड़ी मेल/एक्स ट्रेनों को डीजल से इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन में किया गया परिवर्तित, शीघ्र ही 3 और ट्रेनों को भी चलाया जाएगा इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन से

यह उपलब्धि टीम-एनसीआर के अथक प्रयासों का परिणाम है: प्रमोद कुमार, जीएम/उ.म.रे.

प्रयागराज ब्यूरो: झांसी मंडल के ईशानगर – उदयपुरा खंड के विद्युतीकरण के साथ “मिशन 100% विद्युतीकरण” के अनुसरण में अपने अंतिम शेष गैर विद्युतिकृत खंड का भी विद्युतीकरण कार्य पूरा कर उत्तर मध्य रेलवे ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। यह अंतिम खंड था जो उत्तर मध्य रेलवे के कुल 3222 रूट किलोमीटर (आरकेएम) ब्रॉड गेज नेटवर्क में गैरविद्युतीकृत था।

ज्ञातव्य है कि उत्तर मध्य रेलवे अपने सभी मार्गों का युद्धस्तर पर विद्युतीकरण कर रहा था और अब अंतिम चरण में इस शेष बचे 76 किलोमीटर लंबे रेल खंड का विद्युतीकरण भी कर दिया गया है और विद्युत कर्षण के साथ ट्रेन चलाने का प्राधिकार भी प्राप्त हो गया है। अब से पहले उत्तर मध्य रेलवे के दो मंडल आगरा और प्रयागराज में शत-प्रतिशत विद्युतीकरण हो चुका था और इसके साथ ही अब झांसी मंडल के पूरे ब्रॉडगेज नेटवर्क का भी विद्युतीकरण कर दिया गया है।

वित्त वर्ष 2022-23 में निम्नलिखित मार्गों के लिए विद्युत कर्षण वाली ट्रेनों को चलाने के लिए प्राधिकार प्राप्त हुआ है-

1. प्रयागराज मंडल के बरहन-एटा (59 आरकेएम)
2. झांसी मंडल के ईशानगर-उदयपुरा (76 आरकेएम)

पूरे नेटवर्क के विद्युतीकरण के साथ, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान के हिस्सों में स्थित उत्तर मध्य रेलवे के सभी मार्गों को अब विद्युतीकृत रेल सेवा के माध्यम से सेवित किया जा सकेगा।

इन विशाल विद्युतीकरण कार्यों का महत्व इस तथ्य में निहित है कि जब इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव से आने वाली ट्रेन गैर-विद्युतीकृत क्षेत्र में आती है तो कर्षण परिवर्तन के कारण होने वाली बाधा समाप्त हो जाएगी। चूंकि ट्रैक्शन बदलने की आवश्यकता भी समाप्त हो गई है, इससे मोबिलिटी भी बढ़ेगी और इस प्रकार ट्रेनों के समयपालन में भी सहायता मिलेगी।

वित्तीय वर्ष 2022-23 में उत्तर मध्य रेलवे और अन्य क्षेत्रीय रेलों के विभिन्न खंडों में प्रमुख विद्युतीकरण कार्यों के पूरा होने के बाद उत्तर मध्य रेलवे से चलने वाली 3 जोड़ी मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों को डीजल से इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन में ले लिया गया है। जल्द ही तीन जोड़ी और ट्रेनों को इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर ले लिया जाएगा।

इस अवसर पर महाप्रबंधक/उत्तर मध्य रेलवे प्रमोद कुमार ने टीम-एनसीआर विशेषकर बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को यह उपलब्धि हासिल करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह जीवन में एक बार ही हासिल होने वाली उपलब्धि है, और यह बहुत सारे जाने-अनजाने रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों के अथक प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने कहा कि “मिशन शत-प्रतिशत विद्युतीकरण” का देश के विकास पर दूरगामी प्रभाव पड़ेगा।

प्रमुख मुख्य बिजली इंजीनियर सतीश कोठारी ने इस अवसर पर बताया कि नव विद्युतीकृत ईशानगर-उदयपुरा खंड के निरीक्षण के दौरान सभी विद्युत और कर्षण संबंधी प्रतिष्ठानों, पोल, ओएचई, टीएसएस और सभी उपकरणों को परिचालनिक दृष्टि से पूरी तरह से परीक्षण किया गया। सभी प्रतिष्ठानों के कार्य की गुणवत्ता का आंकलन कर उक्त रेल खंड पर 110 किमी प्रति घंटे की गति से विशेष ट्रेन से गति परीक्षण भी किया गया है।

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