प्रथम तिमाही में उत्तर मध्य रेलवे ने प्रारंभिक माल ढ़ुलाई में दर्ज की 21.3% की वृद्धि

जून 2022 में, माल लदान 1.81 मिलियन टन जो उत्तर मध्य रेलवे में किसी भी माह का अब तक का सबसे अच्छा लदान प्रदर्शन

उत्तर मध्य रेलवे ने 2022-23 की प्रथम तिमाही में फ्रेट लोडिंग से अर्जित किया ₹528.56 करोड़ का राजस्व

पिछले वर्ष की तुलना में, प्रारंभिक माल ढुलाई राजस्व में दर्ज की गई 20% की वृद्धि

पार्सल यातायात में 83.7% की वृद्धि

पूरे वित्तीय वर्ष में इसी गति को बनाए रखने की आवश्यकता है: महाप्रबंधक/उत्तर मध्य रेलवे

प्रयागराज: वित्तीय वर्ष की प्रथम तिमाही के समापन पर, उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) ने प्रारंभिक माल ढुलाई में 21.3% की वृद्धि दर्ज की है। उत्तर मध्य रेलवे ने अप्रैल-जून 2022 के दौरान पिछले सभी रिकॉर्ड को पार करते हुए 5.24 मिलियन टन कार्गो लोड किया। यह 2003 में उत्तर मध्य रेलवे की स्थापना के बाद किसी एक तिमाही का अब तक का सबसे अच्छा आंकड़ा है। पिछले वर्ष की इसी अवधि में 4.32 मिलियन टन माल ढुलाई की गई थी।

जून 2022 के महीने में 1.81 मिलियन टन लोडिंग की गई जो कि उत्तर मध्य रेलवे द्वारा एक महीने का अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन है। इससे 181.02 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जन हुआ।

इन तीन महीनों के दौरान मूल माल ढुलाई राजस्व 528.56 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 438.54 करोड़ रुपये की मूल माल ढुलाई से 20.53% अधिक है।

तीन मंडलों में, झांसी मंडल द्वारा 2.32 मिलियन टन माल लदान में योगदान देकर सूची में सबसे ऊपर है, जबकि प्रयागराज और आगरा डिवीजनों ने क्रमशः 1.80 और 1.12 मिलियन टन लदान किया है।

उत्तर मध्य रेलवे, जो यूपी, एमपी, राजस्थान और हरियाणा राज्यों में फैला है, भारतीय रेलवे का एक महत्वपूर्ण घटक है और दादरी, कानपुर, आगरा और मालनपुर से कंटेनरों की लोडिंग में योगदान देता है; कानपुर के पास पनकी से उर्वरक; परीछा (झांसी के पास) और चुनार से सीमेंट; बीएडी रिफाइनरी मथुरा, एचपीटीआर और बीपीसीएल पनकी से पेट्रोलियम आयल लुब्रिकेंट्स (पीओएल); उत्तर प्रदेश के एटा, कानपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, प्रयागराज, फतेहपुर, शंकरगढ़ और ललितपुर एवं  मध्य प्रदेश के टीकमगढ़, दतिया, डबरा और नेवाड़ी जैसे विभिन्न स्थानों से खाद्यान्न का लदान उत्तर मध्य रेलवे द्वारा किया जाता है।

सीमेंट के अतिरिक्त सभी वस्तुओं के लदान में वृद्धि दर्ज की गई है, सीमेंट लदान में पिछले वर्ष की तुलना में मामूली गिरावट दर्ज की गई है।

इसके अलावा, पार्सल यातायात में भी पिछले वर्ष की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। उत्तर मध्य रेलवे  ने पहली तिमाही के दौरान कुल पार्सल आय का ₹7.66 करोड़ हासिल किया है, पिछले वर्ष  की इसी अवधि में ₹4.17 करोड़ की आय हुई थी, जो कि 83.7% की वृद्धि है।

कोविड के पश्चात यात्री ट्रैफिक में वृद्धि के साथ, उत्तर मध्य रेलवे की कोचिंग आय ने आरक्षित और अनारक्षित दोनों क्षेत्रों में उल्लेखनीय आंकड़ों को छू लिया है। अप्रैल से जून 2022 की अवधि के दौरान आरक्षित खिड़कियों (पीआरएस) से ₹512.27 करोड़ की आय, तथा अनारक्षित टिकट बिक्री से ₹138.69 करोड़ का राजस्व अर्जन हुआ है। इसके अलावा टिकट जांच से ₹52 करोड़ की आय हुई है।

महाप्रबंधक/उ.म.रे. प्रमोद कुमार ने जोन के लदान के आंकड़ों का विश्लेषण करते हुए समग्र लदान प्रदर्शन के लिए सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी लेकिन सीमेंट लदान में गिरावट पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सीमेंट लदान में वृद्धि के लिए सभी आवश्यक प्रयास करें और शेष वर्ष में इसी गति को बनाए रखें, ताकि रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित लक्ष्य को पार किया जा सके।

महाप्रबंधक ने तीनों मंडलों के मंडल रेल प्रबंधकों और मुख्यालय के संबंधित अधिकारियों को नियमित माल ढुलाई ग्राहक बैठकें आयोजित करने और व्यापारियों को रेलवे को परिवहन के पसंदीदा साधन के रूप में उपयोग करने की सुविधा देने के निर्देश दिए। महाप्रबंधक ने कहा कि “उपलब्धियां प्रशंसनीय हैं, लेकिन हमें गति को बनाए रखने और रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को पार करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।”