चढ़ते समय असंतुलित होकर नीचे गिरे यात्री को ट्रेन रोककर बचाया
रेल प्रशासन ने सर्वसामान्य यात्रियों से अपील की है कि यात्रीगण चलती गाड़ियों में चढ़ने का प्रयास न करें, यह उनके अमूल्य जीवन को खतरे में डाल सकता है। इस खतरे से बचें, क्योंकि गंतव्य पर उनके आत्मीयजन उनके सकुशल पहुंचने की बड़ी बेसब्री से राह देख रहे होते हैं।
प्रयागराज ब्यूरो: ग्वालियर स्टेशन के प्लेटफार्म सं.1 पर ट्रेन नं. 12550 के रवाना होने के दौरान चलती ट्रेन में गुरुवार, 24 मार्च 2022 को चढ़ते समय एक यात्री संतुलन बिगड़ने से गाड़ी के नीचे चला गया। प्लेटफार्म पर तैनात आरक्षक अंकुर ने तत्काल सूझबूझ का परिचय देते हुए चलती ट्रेन में चढ़कर गाड़ी को चैन पुलिंग कर रोक दिया और आरक्षक राजवीर, महिला आरक्षक सोनिका की मदद से यात्री को ट्रेन के नीचे से निकालकर उसकी जान बचाई।
यात्री के साथ उसके पांच परिवारजन भी उसी गाड़ी में यात्रा कर रहे थे, जिनके साथ उसे गाड़ी में सकुशल बैठा दिया गया। रेल सुरक्षा बल की सतर्कता व सजगता के फलस्वरूप न केवल एक अप्रिय घटना होने से बची, बल्कि एक यात्री का अमूल्य जीवन भी बच गया। इस प्रशंसनीय कार्य के लिए परिजनों एवं उपस्थित यात्रियों द्वारा उनकी अत्यंत प्रशंसा की गई।
उक्त गाड़ी को वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन पर समय 20:26 बजे उपनिरीक्षक सतीश लाठर एवं स्टाफ द्वारा रेलवे डॉक्टर राष्ट्रभूषण के साथ अटेंड किया गया, तब यात्री ने अपना नाम नेभराज, उम्र 70 वर्ष, निवासी जिला-अलवर, राजस्थान बताया, जो कि एस-4 कोच में पीएनआर नं. 2664549964 पर दिल्ली से रायपुर के मध्य यात्रा कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि वह ग्वालियर स्टेशन पर पानी लेने के लिए उतरे थे, मगर चढ़ते समय पैर फिसलने के कारण गिर गए, जिससे बाएं हाथ की उंगलियों में चोट लग गई थी। उक्त यात्री की उंगलियों में चोट ज्यादा होने के कारण डॉक्टर भूषण द्वारा उन्हें गाड़ी से उतारकर मेडिकल कॉलेज झांसी के लिए रेफर कर दिया गया, जहां उनकी मरहमपट्टी की गई।
रेल प्रशासन ने सर्वसामान्य यात्रियों से अपील की है कि यात्रीगण चलती गाड़ियों में चढ़ने का प्रयास न करें, यह उनके अमूल्य जीवन को खतरे में डाल सकता है। इस खतरे से बचें, क्योंकि गंतव्य पर उनके आत्मीयजन उनके सकुशल पहुंचने की बड़ी बेसब्री से राह देख रहे होते हैं।