झांसी मंडल: ट्रेन संचालन में संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किए जा रहे निरंतर कड़े प्रयास
मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष के दिशानिर्देशन में वर्तमान शीतकाल के दृष्टिगत सभी क्षेत्रों में संरक्षा व्यवस्था पर जोर दिया जा रहा है। इसी क्रम में, मंडल रेल प्रबंधक सहित मंडल के अधिकारियों द्वारा मंडल के सभी खंडों, समपार फाटकों और स्टेशनों के साथ-साथ रेलगाड़ियों में फुटप्लेटिंग की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि फुटप्लेटिंग निरीक्षण के अंतर्गत अधिकारियों द्वारा इंजन में खड़े होकर यात्रा करते हुए लोको पायलट तथा सहायक लोको पायलट की सतर्कता, सजगता एवं ज्ञान की परख की जाती है।
झांसी मंडल के सभी रेल खंडों धौलपुर-बीना, झांसी-कानपुर, कानपुर-खैरार, झांसी-मानिकपुर, ललितपुर-खजुराहो, महोबा-खजुराहो इत्यादि में रेल प्रशासन द्वारा गेटों को अधिकारी नामित करके संरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
समपार फाटकों पर संरक्षा के नियमों के तहत गेटमैन अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहा है, इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
मंडल के झांसी, ग्वालियर, ललितपुर, उरई, बाँदा, महोबा आदि प्रमुख स्टेशनों के साथ अन्य स्टेशनों पर भी संरक्षा सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है। “संरक्षा सेमिनार” का आयोजन का मुख्य उद्देश्य “संरक्षा सर्वदा सर्वप्रथम” होता है।
इसके अंतर्गत रेलकर्मियों ओएचई अनुरक्षण के दौरान अपनाई जाने वाली सावधानियां, गाड़ी परिचालन में प्रायवेट नंबरों के आदान-प्रदान का महत्व, इंजीनियरिंग ब्लॉक प्रदान करते समय बरती जाने वाली सावधानियां, गाड़ियों के आगमन-प्रस्थान के समय सही तरीके से कांटों का क्लेंप करना और ताला लगाना, संयोजन/वियोजन मेमो का महत्व, विद्युतीकृत खंड में कर्मचारियों एवं यात्रियों द्वारा ध्यान रखने वाली सावधानियां, समपार फाटकों पर दुर्घटनाओं को रोकने और आग की रोकथाम हेतु अपनाई जाने वाली सावधानियों के बारे में स्टाफ को जागरूक किया जा रहा है।
ट्रैकमैन को पेट्रोलिंग के दौरान जीपीएस डिवाइस उपलब्ध कराई गई है, है जिससे किसी भी प्रकार की त्रुटि पाए जाने पर तत्काल नियंत्रण कक्ष को जानकारी प्राप्त हो जाती है और उसका समाधान कर रेल संचालन को संरक्षित किया जाता है।
मंडल के सभी लोको में फोग सेफ डिवाइस भी उपलब्ध कराई गई है, जिनमें जीपीएस प्रणाली के माध्यम से अगले सिग्नल की जानकारी लोको पायलट को प्राप्त होती है। संरक्षा के दृष्टिगत रेल प्रशासन द्वारा संपूर्ण रेल मार्ग पर रात्रिकालीन पेट्रोलिंग के लिए खंडवार ट्रैकमैनों को नियुक्त किया जाता है।