झांसी मंडल द्वारा माल लदान एवं राजस्व अर्जन में निरंतर बढ़त सहित उत्कृष्ट प्रदर्शन
झांसी मंडल अपने माल लदान को बढ़ाने के लिए सतत प्रयासरत है। अप्रैल से नवंबर तक झांसी मंडल ने पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में माल लदान में 19.86% से अधिक की वृद्धि दर्ज की।
झांसी मंडल द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार राजस्व में भी इसी अवधि के दौरान 17.21% की वृद्धि दर्ज हुई तथा वैगन लदान में 17.27% की वृद्धि दर्ज की गई है।
मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष के दिशानिर्देशन तथा वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक नवीन दीक्षित के नेतृत्व में झांसी मंडल ने इस साल अप्रैल से नवंबर 2021 की अवधि के दौरान कुल 51.61 लाख तन टन माल लदान किया, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 43 लाख टन माल का लदान किया गया था। इस अवधि के दौरान लोडिंग से ₹501 करोड़ से अधिक रेल राजस्व अर्जित किया गया।
उक्त राजस्व अर्जन करने में विशेष योगदान क्रमश: पेट्रोलियम पदार्थ से ₹242 करोड़ से अधिक, खाद्य पदार्थों की लोडिंग से ₹98 करोड़, सीमेंट से ₹63 करोड़, DOC से ₹436.49 करोड, फ्लाई एश तथा बैलास्ट लोडिंग द्वारा दिया गया। उल्लेखनीय है कि इस वित्तीय वर्ष में मंडल द्वारा नए पदार्थों की लोडिंग की शुरुवात की गई है, जिसमें एडिबल आयल, सैंड, इलेक्ट्रिक गुड्स, शुगर इत्यादि प्रमुख हैं।
राजस्व बढ़ने के पीछे रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में गठित बिजनेस डेवलेपमेंट यूनिट (बीडीयू) का प्रमुख योगदान है, जिसके अंतर्गत पारंपरिक वस्तुओं के लदान में रेल की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए और मौजूदा तथा नए संभावित माल ग्राहकों के साथ प्रभावी बातचीत के लिए ग्राहकों के सामने आने वाली कठिनाईयों के संबंध में विभिन्न मुद्दों को हल करने के लिए इन यूनिटों का गठन किया गया है।
टीकमगढ़-ललितपुर रेलखंड की सेक्शनल गति में वृद्धि
झांसी मंडल द्वारा कई महत्वपूर्ण रखरखाव और बुनियादी ढ़ांचे के विकास कार्यों को सफलतापूर्वक निष्पादित करने के साथ यात्री सेवाओं तथा कर्मियों को प्रदान की जाने वाली आवश्यक सुविधाओं पर निरंतर कार्य किया जा रहा है। मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष के नेतृत्व में मंडल संरक्षा एवं आधारभूत अवसंरचना को बेहतर करने हेतु निरंतर प्रयासरत् है।
इसी क्रम में ललितपुर-टीकमगढ़ रेलखंड पर किमी सं. 1038.260 से 1090.780 तक ट्रैक सहित अन्य इंस्टालेशन में सुधार करते हुए सेक्शनल गति को बढ़ाया गया है। अब इस खंड पर अधिकतम अनुमेय गति को 70 किमी से बढ़ाकर 100 किमी प्रति घंटा कर दिया गया है। गति में बढ़ोतरी से खंड में संचालित की जाने वाली सभी यात्रीवाही और मालवाही गाड़ियों को गति मिलेगी, जिससे क्षेत्र वासियों को लाभ होगा। गाड़ियों के समय पालन में भी सुधार होगा।