August 12, 2021

ऐतिहासिक जीत की स्मृति में स्टेशन मास्टरों ने मनाया “शक्ति दिवस”

ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन (एस्मा) मुंबई मंडल मध्य रेलवे द्वारा बुधवार, 11 अगस्त 2021 को कल्याण स्टेशन पर 11 अगस्त 1997 की प्रत्येक सिग्नल पर दो मिनट के लिए प्रत्येक ट्रेन को रोकने की सफल हड़ताल की ऐतिहासिक जीत की स्मृति में हर साल की तरह इस साल भी “शक्ति दिवस” मनाया।

उल्लेखनीय है कि स्टेशन मास्टरों द्वारा यह ऐतिहासिक और सफल आयोजन रेल प्रशासन को अपने कैडर की एकता और रेलवे की कार्यप्रणाली और संचालन में स्टेशन मास्टरों की महत्ता को साबित करने के लिए 11 अगस्त 1997 को किया गया था। आज के दिन उसी की स्मृति में भारतीय रेल के सभी मंडलों में स्टेशन मास्टरों द्वारा यह शक्ति दिवस मनाया जाता है।

इस ऐतिहासिक दिवस पर यह बैठक कल्याण स्टेशन पर स्टेशन डायरेक्टर ए. के. जैन की अध्यक्षता में हुई। बैठक में उपरोक्त ऐतिहासिक जीत के नायक और परिपक्व लीडर रिटायर्ड स्टेशन मास्टर दादा बी. आर. मजूमदार, एस. बी. महिधर प्रमुख आमंत्रित आदरणीय के रूप में उपस्थित रहे।

बैठक में मुंबई मंडल मध्य रेलवे के लगभग सभी वरिष्ठ स्टेशन मास्टर उपस्थित थे। “शक्ति दिवस” के इस अवसर पर श्री रमणी, पी. के. दास और विवेक नायर जैसे सभी नेताओं को याद किया गया, जिन्होंने न केवल उक्त ऐतिहासिक जीत के सफल संचालक रहे, बल्कि स्टेशन मास्टरों की गरिमा और महत्ता का औचित्य भी साबित किया था।

इस मौके पर एस्मा, मध्य रेलवे के जोनल अध्यक्ष धरमवीर सिंह अरोड़ा प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने बैठक का संचालन किया।

वर्तमान में स्टेशन मास्टर/दादर श्री दास इस अवसर पर उपस्थित नहीं थे, क्योंकि वह चेन्नई में एस्मा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भाग लेने गए हुए हैं। परंतु सभी वक्ताओं एवं उपस्थित स्टेशन मास्टरों ने उन्हें याद किया।

ऐतिहासिक जीत के नायक और साक्षी रहे दादा मजूमदार ने सर्वप्रथम उस जीत के सभी नायकों को याद करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया। तत्पश्चात इस अवसर पर आमंत्रित किए जाने के लिए वर्तमान पीढ़ी के नायकों को भी धन्यवाद देते हुए अपने संबोधन में कहा कि “आज के प्राथमिक ग्रेड 4200, ड्रेस अलाउंस, एमएसीपी, 5400 इत्यादि तक जो हम पहुंचे हैं, वह उसी “11.08.1997 की टू मिनट हिस्टोरिकल स्ट्राइक” का परिणाम है।

इस मौके पर अपने संबोधन में श्री महिधर ने वर्तमान पीढ़ी के स्टेशन मास्टरों को कांट्रैक्ट मैनेजमेंट पढ़ने तथा नियम-कानून में पक्के रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि रेल के लगातार बदलते स्वरूप को ध्यान में रखकर ही स्टेशन मास्टर अपना कार्य-व्यवहार करें। यदि वह नियम में पक्के रहेंगे तो उन्हें किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।

इस मौके पर उपनगरीय स्टेशनों से स्टेशन मास्टरों को हटाएं जाने, बड़े पैमाने पर रिक्तियां, एमएसीपी मिलने में देरी, मूवमेंट इंस्पेक्टरों को ड्रेस अलाउंस, सदस्यता सहित अन्य कई महत्वपूर्ण एवं आवश्यक मुद्दों पर चर्चा हुई। वक्ताओं ने स्टेशन मास्टर कैडर की गरिमा को लगातार कम किए जाने पर चिंता व्यक्त की।

जोनल अध्यक्ष धरमवीर सिंह अरोड़ा ने सभी उपस्थित स्टेशन मास्टरों सहित पूरे स्टेशन मास्टर कैडर को संबोधित करते हुए कैडर की एकजुटता बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हम एकजुट रहे हैं, तभी उपरोक्त जीत हासिल हुई और आज लाभ मिल रहा है, वह उसी जीत का प्रतीक है। एकजुट रहने की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि भावी परिस्थितियां और ज्यादा कठिन होने जा रही हैं, अगर हम सब एकजुट और संगठित रहेंगे, तभी प्रशासन हमारी बात पर ध्यान देगा।

इस अवसर पर विशेष आमंत्रित के तौर पर सुरेश त्रिपाठी, संपादक, रेल समाचार भी प्रमुख रूप से उपस्थित थे। सभी वक्ताओं ने इस मौके पर रेल समाचार द्वारा उक्त “टू मिनट स्ट्राइक” के समय दिए गए सहयोग का विशेष उल्लेख किया और नई पीढ़ी के तथा उसके बाद में सर्विस में आए स्टेशन मास्टरों को मीडिया की भूमिका के बारे में बताया।

मंडल अध्यक्ष वी. एस. काशीकर, मंडल वित्त सचिव कुमार कुंदन और मंडल संगठन सचिव लाल मोहन सिंह इत्यादि पदाधिकारियों ने भी बैठक को संबोधित किया। बैठक में मंडल सचिव जी. पी. यादव, सहायक मंडल सचिव कृष्ण हसलकर सहित बड़ी संख्या में स्टेशन मास्टर उपस्थित थे।

बैठक के अंत में अध्यक्ष ए. के. जैन, स्टेशन डायरेक्टर, कल्याण ने सभी उपस्थित स्टेशन मास्टरों, पदाधिकारियों का धन्यवाद करते हुए आभार व्यक्त किया।

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