जेई/एसएसई/पी-वे की एमएसीपी का न्यायोचित लाभ देने की मांग
दोनों लेबर फेडरेशनों के माध्यम से इंडियन रेलवे परमानेंट-वे एसोसिएशन ने लगाई रेलवे बोर्ड से न्यायपूर्ण आदेश जारी करने की गुहार
इंडियन रेलवे परमानेंट-वे एसोसिएशन के महामंत्री कुमार आलोक ने दोनों लेबर फेडरेशनों एआईआरएफ और एनएफआईआर के महामंत्रियों को पत्र लिखकर उनके माध्यम से रेलवे बोर्ड को गुहार लगाई है कि उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्ण विचार करके न्यायपूर्ण आदेश जारी किया जाए।
उन्होंने पत्र में लिखा है, ड्यूटी में किसी भी बदलाव के बिना रेलवे बोर्ड के आदेश पर एक समयांतराल के बाद पीडब्ल्यूएम, पीडब्ल्यूएस, ट्रैक सुपरवाइजर और सीनियर पीडब्ल्यूएस के रूप में सिर्फ पदनाम परिवर्तित करके उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है।
वर्ष 2013 में दिल्ली हाईकोर्ट के आलोक में रेलवे बोर्ड के आदेश से पीडब्ल्यूएम, पीडब्ल्यूएस, ट्रैक सुपरवाइजर और सीनियर पीडब्ल्यूएस का समायोजन 3 जुलाई 2013 को कनिष्ठ अभियंता/रेलपथ (जेई/पी-वे) में हुआ।
रेलवे बोर्ड पहले से ही एमएसीपी के तहत पूर्व मध्य रेलवे को अपने पत्र क्रमांक पीवी-वी/2010/एमएसीपी/7/ईसीआर दि. 04.09.2014 के तहत स्पष्टीकरण दे चुका है, “कर्मचारी सीधी भर्ती के आधार पर 4200 के ग्रेड में एक पद में शामिल हो सकता है। ग्रेड-पे 4600, 4800 और 5400 के पीबी-2 के ग्रेड में वित्तीय उन्नयन के लिए विचार करें, बशर्ते कि कोई दूसरा ग्रेड यानि फीडर और पदोन्नति एक ही ग्रेड-पे में न हो।”
जेई/पी-वे ग्रेड पे 4200 में (लेवल-6) उपरोक्त पदों के लिए फीडर पोस्ट है और जिनको एसएसई/पी-वे में प्रमोशन मिला – ग्रेड-पे 4600 (लेवल-7) – अगर उन्हें बड़ी पेनाल्टी मिलती है, तो उन्हें वापस फीडर पोस्ट जेई/पी-वे ₹4200 में (लेवल-6) कर दिया जाता है।
उन्होंने लिखा है कि जिन सीनियर पीडब्ल्यूएस ने दि. 22.03.2007 बाद ग्रेड-पे ₹4200 में जॉइन किया है, वे प्रशिक्षु अवधि छोड़कर 10 वर्ष की सेवा अवधि पूरी होने के बाद ग्रेड-पे ₹4600 में पहली एमएसीपी पाने के लिए पात्र हैं।
लेकिन जो पीडब्ल्यूएम, पीडब्ल्यूएस, ट्रैक सुपरवाइजर और सीनियर पीडब्ल्यूएस के पद पर 22.03.2007 से पहले जॉइन किए हैं, वे ग्रेड-पे ₹4600 में पहली एमएसीपी के लिए पात्र नहीं हैं। यह एक बहुत बड़ी विसंगति है।
इसलिए वह बार-बार महासचिव/एआईआरएफ और एनएफआईआर से लगातार आग्रह करते आ रहे हैं कि रेलवे बोर्ड के साथ होने वाली मासिक बैठक, जो हर महीने के दूसरे शुक्रवार को आयोजित होती है, में उपरोक्त मुद्दे को हल करके पत्र जारी करवाने का कष्ट करें। परंतु ऐसा लगता है कि अब तक उनके इस मुद्दे को किसी बैठक का एजेंडा नहीं बनाया जा सका है।
वर्तमान में लगभग 80% एसएसई/पी-वे (आईसी) पुराने समय के सीपीडब्ल्यूआई इसी कैडर के हैं। पीडब्ल्यूएम, पीडब्ल्यूएस, ट्रैक सुपरवाइजर और सीनियर पीडब्ल्यूएस, जो अब जेई/पी-वे और एसएसई/पी-वे में हैं, को ग्रेड-पे ₹4600 (लेवल-7) में पहली वित्तीय अपग्रेडेशन (एमएसीपी) का लाभ मिलना चाहिए।
प्रस्तुति : सुरेश त्रिपाठी
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