पूर्वोत्तर रेलवे, वाराणसी मंडल: तरांव-नंदगंज स्टेशनों के बीच नवनिर्मित दोहरी लाइन एवं विद्युतीकरण का निरीक्षण
गोरखपुर ब्यूरो : रेल संरक्षा आयुक्त, उत्तर पूर्वी सर्कल, लखनऊ द्वारा आज 12 नवंबर को पूर्वोत्तर रेलवे, वाराणसी मंडल के औंड़िहार-छपरा खंड के तरांव-नंदगंज स्टेशनों के बीच किमी. 156/3-4 से किमी. 147/0-1 तक 9.348 किमी. की नवनिर्मित दोहरी लाइन एवं विद्युतीकरण (25000 बोल्ट) का निरीक्षण किया जा रहा है। रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा निरीक्षण के बाद अधिकतम गति से नई लाइन पर गति परीक्षण किया जाएगा।
रेल प्रशासन द्वारा यात्री सुविधाओं के उन्नयन एवं परिचालन सुगमता हेतु मूलभूत ढ़ांचे में विस्तार का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है।
इसी क्रम में पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल में वाराणसी सिटी-छपरा रेल खंड का विद्युतीकरण सहित दोहरीकरण चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है।
निरीक्षण के दौरान पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण), मंडल रेल प्रबंधक, वाराणसी, मुख्य इंजीनियर/कार्य, मुख्य कारखाना प्रबंधक/पुल, मुख्य विद्युत सेवा इंजीनियर, मुख्य विद्युत वितरण इंजीनियर, मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर/निर्माण, मुख्य विद्युत इंजीनियर/निर्माण, मुख्य इंजीनियर/निर्माण/मुख्यालय, उप मुख्य संरक्षा अधिकारी सहित मुख्यालय एवं वाराणसी मंडल के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे।
कार्यक्रम के दौरान रेल संरक्षा आयुक्त मो. लतीफ नन्दगंज रेलवे स्टेशन का निरीक्षण, नन्दगंज-तरांव के मध्य मोटर ट्राली इंस्पेक्शन, तरांव स्टेशन का निरीक्षण तथा तरांव से नंदगंज तक निरीक्षण विशेष गाड़ी से नई डाउन लाइन स्पीड ट्रायल करेंगे।
यात्रियों और सर्वसामान्य जनता से अनुरोध है कि निरीक्षण के दौरान इस दोहरीकृत एवं विद्युतीकृत रेल खंड पर न जाएं और न ही अपने मवेशियों को जाने दें।
उल्लेखनीय है कि 12 किमी. की औंड़िहार-तरांव के बीच नवनिर्मित इस दूसरी लाइन एवं विद्युतीकरण का संरक्षा निरीक्षण 12 अक्टूबर, 2020 को रेल संरक्षा आयुक्त, उत्तर पूर्वी सर्किल, लखनऊ द्वारा किया गया था तथा इस खंड पर गाड़ियों का संचालन भी शुरू हो चुका है।
एक माह के अंतराल पर यह दूसरे खंड के दोहरीकरण का सीआरएस निरीक्षण किया जाना एक बड़ी उपलब्धि है। इन खंडों के दोहरीकरण से लाइन का क्षमता विस्तार किया जा सकेगा तथा समयपालन में आशातीत सुधार होगा।