महाप्रबंधक, पूर्वोत्तर रेलवे ललित चंद्र त्रिवेदी द्वारा इज्जतनगर मंडल की अर्द्धवार्षिक समीक्षा
मालगाड़ियों की औसत गति और माल लदान में वृद्धि के फलस्वरूप रेल राजस्व में भी हो रही अपेक्षित बढ़ोत्तरी
गोरखपुर ब्यूरो : महाप्रबंधक, पूर्वोत्तर रेलवे ललित चंद्र त्रिवेदी ने एमएस टीम के माध्यम से इज्जतनगर मंडल की अर्द्धवार्षिक समीक्षा की। मंडल रेल प्रबंधक/इज्जतनगर मंडल दिनेश कुमार सिंह के अनुसार इज्जतनगर मंडल ने माल परिवहन की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किया है। सितम्बर, 2020 में लोडिंग पिछले वर्ष सितम्बर 2019 की तुलना में लगभग दोगुनी रही।
मंडल की बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट के प्रयासों से ऑटोमोबाइल सेक्टर में अच्छी लोडिंग प्राप्त हुई। अब तक कुल 50 ऑटोमोबाइल्स के रेक की लोडिंग की जा चुकी है।
मंडल द्वारा संरक्षा के क्षेत्र में भी बेहतर कार्य किया गया है। चालू वित्त वर्ष में अभी तक 45 किमी. डीप स्क्रीनिंग का कार्य पूरा कर लिया गया है। 40 टर्नआउट की डीप स्क्रीनिंग की गई है।
3.15 किमी कम्पलीट ट्रैक रिन्यूवल का काम किया गया, 530 किमी. की टैम्पिंग की गई तथा 295 टर्नआउट की भी टैम्पिंग की गई, जिससे संरक्षा सुदृढ़ हुई है। इस दौरान मंडल में कोई भी परिणामी दुर्घटना नही हुई।
इस दौरान 108 किमी. रेलवे विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण किया गया। टनकपुर रेलवे स्टेशन के फसाड़ में सुधार का कार्य किया गया है। मथुरा एवं टनकपुर स्टेशन पर इलेक्ट्रानिक चार्टिंग की व्यवस्था की गई।
मंडल के सात मैकेनिकल लिफ्टिंग बैरियर को इलेक्ट्रिक लिफ्टिंग बैरियर से रिप्लेस किया गया है।
कोविड के दौरान सभी रेलकर्मियों की सुरक्षा हेतु बड़े पैमाने पर रैपिड एंटीजन टेस्ट तथा आरटीपीसीआर टेस्ट कराए गए। मंडल चिकित्सालय, इज्जतनगर में 70 बेड के कोविड वार्ड की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई।
डिजिटलाइजेशन के क्षेत्र में इज्जतनगर मंडल में शत-प्रतिशत ई-ऑफिस प्रणाली लागू की गई है।
रेलवे के कांट्रैक्ट सिस्टम को पारदर्शी एवं तेज बनाने हेतु ई-प्लेटफॉर्म यानि कि आईआरडब्लूसीएमएस (इंडियन रेलवे वर्क्स कांट्रैक्ट मैनेजमेंट सिस्टम) लागू किया गया है। रेलकर्मियों को ई-पासेज की सुविधा भी प्रारम्भ की गई है।
महाप्रबंधक श्री त्रिवेदी ने इज्जतनगर मंडल में किए गए कार्यों की सराहना की।
मालगाड़ियों की औसत गति में वृद्धि होने से वैगन उपलब्धता बढ़ी
पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय एवं मंडल स्तर पर गठित ‘बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट‘ के विपणन प्रयासों, माल गोदामों में सुधार एवं विस्तार, रेल मंत्रालय द्वारा माल लदान में दी जा रही रियायतों, एनएमजी वैगनों की नियमित उपलब्धता तथा माल गाड़ियों की बढ़ती रफ्तार से सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं।
रेल मार्ग के माध्यम से निर्यात को बढ़ावा मिल रहा है। 13 अक्टूबर, 2020 को वाराणसी मंडल के चौरीचौरा स्टेशन से 42 वैगनों के रेक में 2479 टन खाद्यान्न (गेहूँ) बंग्लादेश के दर्शना स्टेशन के लिए लोड किया गया।
गत माह वाराणसी मंडल के चौरीचौरा स्टेशन एवं लखनऊ मंडल के सुभागपुर स्टेशन से दो-दो रेक कुल चार रेक खाद्यान्न के बंग्लादेश भेजे गए।
इसके अतिरिक्त बंग्लादेश हेतु रेल मार्ग से ऑटोमोबइल्स भेजा जा रहा है। टाटा एस, मिनी ट्रक के रेक इज्जतनगर मंडल के हल्दी रोड स्टेशन से नियमित अंतराल पर बंग्लादेश हेतु भेजे जा रहे हैं।
इसी प्रकार लखनऊ मंडल के नौतनवा स्टेशन पर केआईए मोटर्स की गाड़ियों के एक रेक को अनलोड कर नेपाल भेजा गया।
मालगाड़ियों की औसत गति में लगभग दोगुनी वृद्धि होने से रेलवे के वैगन अगली लोडिंग के लिए जल्दी उपलब्ध हो जा रहे हैं।
इसके कारण यात्रा समय में काफी कमी आई है, जिसके फलस्वरूप व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का रुझान रेलवे की तरफ बढ़ा है।
माल लदान में वृद्धि के फलस्वरूप रेल राजस्व में भी अपेक्षित बढ़ोत्तरी हो रही है।