सुरक्षित रेल संचालन में महत्वपूर्ण है रेल संगठनों की भूमिका -राजीव अग्रवाल

महाप्रबंधक, पूर्वोत्तर रेलवे के साथ पूर्वोत्तर रेलवे मजदूर यूनियन की पीएनएम बैठक संपन्न

गोरखपुर ब्यूरो : पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल की अध्यक्षता में मान्यताप्राप्त पूर्वोत्तर रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) के साथ दो दिवसीय स्थाई वार्ता तंत्र (पीएनएम) की बैठक का आयोजन 30 जुलाई को महाप्रबंधक सभाकक्ष में किया गया. इस अवसर पर सभी विभाग प्रमुख, ‘नरमू’ के महामंत्री के. एल. गुप्ता, अध्यक्ष बसंत चतुर्वेदी, संयुक्त मंत्री नवीन मिश्रा, तीनों मंडलों के मंडल मंत्री तथा यूनियन के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.

यूनियन प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल ने कहा कि पूर्वोत्तर रेलवे पर रेल प्रशासन एवं मजदूर संगठनों के बीच सौहार्द्रपूर्ण वातावरण कायम है, जिससे प्रशासनिक कार्यों में काफी सुविधा मिलती है. उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन अपने कर्मचारियों की हित रक्षा के लिये सदैव तत्पर रहा है, ताकि रेलकर्मी स्वस्थ्य एवं तनावमुक्त होकर रेल संचालन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें. महाप्रबंधक ने कहा कि पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन महिला सशक्तीकरण की दिशा में सतत् प्रयासरत है, जिससे महिला रेलकर्मियों की कार्य-क्षमता का पूरा उपयोग हो सके. उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख स्टेशनों पर महिला रेस्ट रूम तथा कपड़े बदलने के लिए अलग से कक्ष की व्यवस्था कराई जा रही है.

इसी क्रम में रेलवे में हो रही महिला कांस्टेबल की भर्ती को ध्यान में रखकर तीनों मंडलों में अलग से महिला बैरक के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है. महाप्रबंधक ने बताया कि रेलकर्मियों के स्वास्थ्य की जांच अभियान चलाकर की जा रही है. रेल अस्पतालों में रिक्त चिकित्सकों एवं नर्सिंग स्टाफ के पदों को संविदा के आधार पर भरा जा रहा है. उन्होंने कहा कि रेलवे अस्पताल में दवा की कमी को दूर करने के लिए रेट कांट्रेक्ट के माध्यम से दवा की खरीद करने की प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी गई है. सेवानिवृत्त होने वाले रेलकर्मियों को समापक भुगतान तथा दिवंगत रेलकर्मियों के आश्रितों की नियुक्ति समय से की जा रही है.

महाप्रबंधक श्री अग्रवाल ने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे सहित भारतीय रेल पर रेल दुर्घटनाओं में काफी कमी आई है. ज्यादातर रेल दुर्घटनाएं अनारक्षित समपार फाटकों पर होती हैं, जिन्हें रोकने के लिए वहां सीमित ऊंचाई के अंडरपास बनाए जा रहे हैं तथा कुछ समपारों पर भूतपूर्व सैनिकों को संविदा के आधार पर तैनात किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यात्री सुख-सुविधा बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है. स्टेशनों पर लिफ्ट, एस्केलेटर, वाई-फाई, वाटर प्वाइंट, कोच इंडिकेशन बोर्ड, समुचित प्रकाश व्यवस्था आदि मूलभूत सुविधाओं को विकसित किया गया है. महाप्रबंधक ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि मान्यताप्राप्त यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ सामंजस्य बनाकर पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन रेलवे के विकास कार्यों एवं सुरक्षित, संरक्षित गाड़ी संचालन में अवश्य सफल होगा.

इससे पहले महाप्रबंधक एवं यूनियनों प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी एल. बी. राय ने स्थाई वार्ता तंत्र के महत्व पर प्रकाश डाला तथा सुरक्षित और बेहतर रेल संचालन के लिए ऐसी बैठकों को अत्यंत उपयोगी बताया. उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर रेलवे पर रेल प्रशासन एवं कर्मचारी यूनियनों में सकारात्मक माहौल है, जिससे किसी प्रकार के कार्यों में कोई व्यवधान उत्पन्न नहीं हो रहा है.

इस अवसर पर पूर्वोत्तर रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री के. एल. गुप्ता ने रेल कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं का क्रमवार चर्चा की तथा महाप्रबंधक को अपने स्तर से नियमसंगत आदेश जारी करने का अनुरोध किया. उन्होंने रेलवे प्रेस को बंद करने तथा उसके कर्मचारियों को दूसरे विभागों में समायोजित करने के लिए अलग से बैठक करने हेतु अनुरोध किया. यूनियन के अध्यक्ष बसंत चतुर्वेदी ने रेलकर्मियों की विभिन्न समस्याओं पर महाप्रबंधक का ध्यान आकृष्ट करते हुए छोटे स्टेशनों पर रेलकर्मियों के आवासों तथा उनको मिलने वाली अन्य सुविधाओं पर अधिक ध्यान देने हेतु महाप्रबंधक से अनुरोध किया. उन्होंने गेटमैन तथा ट्रैकमैन की सुरक्षा एवं उनकी मूलभूत सुविधाओं की ओर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट किया.

बैठक में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम पर क्रमवार ढ़ंग से चर्चा कर समस्याओं के समाधान हेतु समुचित निर्णय लिए गए तथा उनके क्रियान्वयन हेतु संबंधित वरिष्ठ रेल अधिकारियों एवं यूनियन प्रतिनिधियों को नामित किया गया.