प्रक्रिया में सतत सुधार ही सफलता एवं उन्नति का मूल मंत्र है -अश्वनी लोहानी
मानव संसाधन, व्यवसायिक ईमानदारी एवं प्रक्रिया में सुधार के प्रति हमेशा सजग रहें
भारतीय रेल से सर्वसामान्य को बड़ी अपेक्षाएं हैं, हमारा दायित्व है कि उन पर खरे उतरें
पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय के तूफानी दौरे में अश्वनी लोहानी ने जीता रेलकर्मियों का दिल
चेयरमैन, रेलवे बोर्ड अश्वनी लोहानी ने की पूर्वोत्तर रेलवे की कार्य-संस्कृति की सराहना
गोरखपुर ब्यूरो : पदेन प्रमुख सचिव, भारत सरकार एवं चेयरमैन, रेलवे बोर्ड (सीआरबी) अश्वनी लोहानी ने 1 जून को पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय, गोरखपुर के अपने तूफानी निरीक्षण दौरे में रेलकर्मियों का दिल जीत लिया. उनकी सरलता और मिलनसारिता के समक्ष पूर्वोत्तर रेलवे के सभी अधिकारी और कर्मचारी नत-मस्तक हो गए. इस अवसर पर उन्होंने महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल एवं सभी विभाग प्रमुखों के साथ महाप्रबंधक सभाकक्ष में एक बैठक के दौरान पूर्वोत्तर रेलवे के कार्य-निष्पादन एवं इसके क्षेत्र में चल रही रेल परियोजनाओं की समीक्षा की. उन्होंने गोरखपुर रेलवे स्टेशन, यांत्रिक कारखाना तथा ललित नरायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय का सघन निरीक्षण करने के साथ ही अंत्योदय केंद्र एवं रेल म्यूजियम को भी देखा. श्री लोहानी विभिन्न यूनियनों एवं एसोसिएशनों के प्रतिनिधि मंडलों से भी मिले.
सीआरबी श्री लोहानी ने महाप्रबंधक, पूर्वोत्तर रेलवे राजीव अग्रवाल एवं विभाग प्रमुखों के साथ बैठक को संबोधित करते हुए पूर्वोत्तर रेलवे की कार्य-संस्कृति की सराहना की. उन्होंने कहा कि गोरखपुर जं. जैसा स्वच्छ, उन्नत सुविधाओं से युक्त एवं आकर्षक रेलवे स्टेशन शायद ही पूरे भारतीय रेल पर कहीं हो. उन्होंने पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक एवं उनकी टीम को उत्कृष्ट कार्य संपादन के लिए दिल खोलकर बधाई दी. श्री लोहानी ने कहा कि उन्हें पूर्वोत्तर रेलवे की उन्नत कार्य-प्रणाली के बारे में विभिन्न स्रोतों से जानकारी मिली थी और वे स्वयं यहां आने के इच्छुक थे. उन्होंने कहा कि जैसा सोचा था, उससे कहीं बेहतर काम यहां हो रहा है.
सीआरबी अश्वनी लोहानी ने जोर देकर कहा कि प्रक्रिया और कार्य-प्रणाली में सतत सुधार ही सफलता एवं उन्नति का मूल मंत्र है और हमें मानव संसाधन, व्यवसायिक ईमानदारी एवं प्रक्रिया में सुधार के प्रति हमेशा सजग रहना होगा. उन्होंने कहा कि भारतीय रेल से प्रधानमंत्री, रेलमंत्री सहित आम जनता तक की बड़ी अपेक्षाएं हैं और उन पर खरा उतरना हमारा दायित्व है. रेल अधिकारियों की कार्यदक्षता एवं कार्य-कुशलता की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि सभी मंत्रालयों में रेल अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की जबरदस्त मांग है. कोई वजह नहीं है कि हम सब मिलकर अपनी कार्य-संस्कृति में सुधार कर भारतीय रेल को नई ऊंचाइयों तक ले जाएं.
उन्होंने भयमुक्त कार्य-संस्कृति पर जोर देते हुए कहा कि परिवर्तन के लिए हमें हमेशा तैयार रहना होगा और नए तौर-तरीके अपनाने होंगे. श्री लोहानी ने दृष्टिकोण (सोचने के नजरिये) में सकारात्मकता लाने पर बल देते हुए कहा कि हमें काम और कर्मचारियों की सफलता में सहयोग करना होगा और अपने अनुभवों से उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा देनी होगी. उन्होंने संरक्षा को भारतीय रेल की सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए कहा कि इससे किसी तरह का समझौता नहीं किया जाना चाहिए.
तात्कालिक लाभ की तुलना में दीर्घकालिक लाभ को ध्यान में रखकर निर्णय लेने की क्षमता विकसित करने की सलाह देते हुए श्री लोहानी ने कहा कि आधारभूत ढ़ांचे को मजबूत करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए और इस दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं. उन्होंने ट्रैक मेंटीनेंस एवं ट्रैक रिन्यूवल के कार्य हेतु पर्याप्त ब्लाक उपलब्ध कराने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि अनेक क्षेत्रों में सुधारात्मक कार्यवाही हो रही है. इसके लिए गठित ट्रांसफारमेशन डायरेक्टरेट ने ढ़ांचागत सुधार, सांस्कृतिक सुधार एवं प्रक्रिया संबंधी सुधार के लिए कई पहल की गई हैं और आवश्यक निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि प्रबंधन पर उच्च स्तर का दायित्व चीजों को होने देने में है, न कि उनके क्रियान्वयन में बाधा उत्पन्न करने का है. श्री लोहानी ने कहा कि रेलकर्मी अन्य संगठनों की तुलना में निश्चित रूप से अधिक काम करते हैं तथा दायित्वों के प्रति उनका समर्पण सराहनीय है.
इससे पहले महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल ने पावर प्वाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से पूर्वोत्तर रेलवे की कार्य-प्रणाली, उपलब्धियों एवं भावी योजनाओं की विस्तृत जानकारी सीआरबी को दी. उन्होंने संरक्षा, उपकरणों की विश्वसनीयता, यात्री सुविधाओं, चल रही परियोजनाओं, स्वच्छता तथा सिस्टम इम्प्रूवमेंट हेतु किए जा रहे प्रयासों सहित आगामी कुम्भ मेला हेतु पूर्वोत्तर रेलवे की तैयारियों से सीआरबी श्री लोहानी को अवगत कराया.
इस मौके पर सीआरबी अश्वनी लोहानी ने गोरखपुर स्थित रेल म्यूजियम का भी निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने रेल म्यूजियम में लार्ड लारेंस स्टीम इंजन तथा 0004 वाईपी स्टीम इंजन एवं स्टीम क्रेन के मॉडल को दिलचस्पी के साथ देखा. इसके अतिरिक्त उन्होंने फोटो गैलरी में लगे दुर्लभ एवं ज्ञानवर्धक चित्रों को भी देखा. तत्पश्चात उन्होंने एसी हेरिटेज कोच रेस्टोरेंट का निरीक्षण भी किया. रेल म्यूजियम की भव्यता एवं उत्कृष्ट रख-रखाव पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए श्री लोहानी ने इसे और बेहतर बनाने के लिए कई व्यवहारिक सुझाव भी दिए.
श्री लोहानी ने पूर्वोत्तर रेलवे महिला कल्याण संगठन द्वारा संचालित विद्यालय ‘अंत्योदय कल्याण केंद्र’ में स्मार्ट क्लास की शुरूआत की. इस अवसर पर केंद्रीय महिला कल्याण संगठन की अध्यक्ष श्रीमती अरूणिमा लोहानी एवं अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड अश्वनी लोहानी ने अंत्योदय कल्याण केंद्र के सभी बच्चों को स्कूल ड्रेस, पाठ्य सामग्री तथा खाद्य सामग्री प्रदान की. इस मौके पर पूर्वोत्तर रेलवे महिला कल्याण संगठन की अध्यक्ष श्रीमती अलका अग्रवाल, संगठन की सभी सदस्याएं, सभी विभाग प्रमुख, वरिष्ठ रेल अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे.
इस अवसर पर अपने संबोधन में केंद्रीय महिला कल्याण संगठन की अध्यक्ष श्रीमती अरूणिमा लोहानी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को साक्षर बनाने हेतु इस अंत्योदय कल्याण केंद्र की स्थापना भारतीय रेलवे के लिए गौरव की बात है. श्रीमती लोहानी ने अंत्योदय कल्याण केंद्र से प्रभावित होकर इससे भारतीय रेल महिला कल्याण संगठन को भी जोड़ने की इच्छा व्यक्त की. अंत्योदय कल्याण केंद्र को भारतीय रेल महिला कल्याण संगठन की तरफ से एक लाख रुपये की सहयोग राशि देने की घोषणा की तथा अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड ने भी भारतीय रेल की तरफ से एक लाख रुपये देने की घोषणा की.