मानवरहित समपारों पर दुर्घटनाओं को समाप्त करने का संकल्प

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पूर्वोत्तर रेलवे ने मनाया ‘अंतरराष्ट्रीय समपार जागरूकता दिवस’

गोरखपुर ब्यूरो : रेलवे बोर्ड के निर्देशानुसार पूरी भारतीय रेल पर प्रत्येक वर्ष की भांति इस साल भी 7 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय समपार जागरूकता दिवस’ मनाया गया. आज के दिन पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय समपार जागरूकता दिवस मनाया जाता है. पूर्वोत्तर रेलवे संरक्षा संगठन द्वारा 7 जून को सैयद मोदी रेलवे स्टेडियम, गोरखपुर से अंतरराष्ट्रीय समपार जागरूकता दिवस पर जागरूकता फैलाने हेतु ‘वाकाथन’ (दौड़ प्रतियोगिता) कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस प्रतियोगिता को महाप्रबंधक, पूर्वोत्तर रेलवे राजीव अग्रवाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.

महाप्रबंधक, पूर्वोत्तर रेलवे राजीव अग्रवाल ने अपने संरक्षा संदेश में कहा कि पूर्वोत्तर रेलवे, उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के घनी आबादी वाले क्षेत्रों में यातायात सुविधा उपलब्ध कराता है. उन्होंने कहा कि प्रत्येक दिन हम औसतन 480 कोचिंग एवं 65 मालगाड़ियों का संचालन करते हैं. पिछले पांच वर्षों के दौरान पूर्वोत्तर रेलवे क्षेत्र में 19 दुर्घटनाएं समपारों पर हुई हैं. समपारों में सबसे ज्यादा खतरा मानवरहित समपार फाटक पर होता है. अभी हाल ही में एक दुःखद घटना में 26 अप्रैल 2018 को कुशीनगर जिले के दुदही-तमकुही रोड स्टेशनों के बीच मानवरहित समपार संख्या 45-सी पर मैक्सीमों स्कूल वाहन के चालक की लापरवाही के कारण 13 बच्चों की जान चली गई तथा चार बच्चे घायल हुए.

उन्होंने बताया कि मानवरहित समपारों पर दुर्घटनाओं के मुख्य कारण हैं- सड़क उपयोगकर्ताओं द्वारा ट्रेन की गति और दूरी का गलत आकलन करना, वाहनों में तेज म्यूजिक बजाकर, कान में ईयरफोन लगाकर मानवरहित समपार को पार करना, नशे की हालत मे सड़क वाहन को चलाना तथा अप्रशिक्षित/अव्यस्कों द्वारा वाहन चलाना इत्यादि.

महाप्रबंधक ने कहा कि मानवरहित समपारों पर दुर्घटनाएं सामान्यतः सड़क उपयोगकर्ताओं की लापरवाही से होती हैं. रेलवे, समाज के प्रति अपना दायित्व समझते हुए विभिन्न माध्यमों के जरिए आम जनता को आगाह करने का निरंतर प्रयास करता रहा है. उन्होंने कहा कि मानव जीवन अत्यंत बहुमूल्य है, हमारे लिए प्रत्येक जान को बचाना जरूरी है. इसलिए हम जीवन रक्षा के लिए लगातार प्रयासरत हैं तथा आम जनता से भी सहयोग की अपेक्षा करते हैं. इसके साथ ही हम मानवरहित समपारों की संख्या में भी कमी करने का अथक प्रयास कर रहे हैं. महाप्रबंधक श्री अग्रवाल ने इस अवसर पर उपस्थित रेल अधिकारियों, कर्मचारियों एवं बच्चों से अपील किया कि रेल संरक्षा के प्रति अपने दायित्व को पूरा करते हुए मानवरहित समपार फाटकों पर हो रही दुर्घटनाओं को जड़ से समाप्त करने का संकल्प लें.