ईडी/पीएम/रे.बो. की पोस्ट पर एक भ्रष्ट अधिकारी को बैठाने की तैयारी?
रेलवे बोर्ड में भी शुरू होने जा रहा है उत्तर रेलवे के व्यभिचार का नंगा-नाच
‘4के गैंग’ लीडर के झांसे में काम कर रहा है रेलवे बोर्ड का ट्रैफिक निदेशालय
कुछ खास सदस्यों को कमाऊ पदों पर सेट कराने की जल्दी में है 4के गैंग लीडर
नई दिल्ली : रेलवे बोर्ड ट्रैफिक निदेशालय में कमर्शियल की एक अत्यंत महत्वपूर्ण पोस्ट – ‘कार्यकारी निदेशक/पैसेंजर मार्केटिंग’ (ईडी/पीएम) – पर एक ऐसे अधिकारी को बैठाने की कोशिश की जा रही है, जो कि न सिर्फ अत्यंत भ्रष्ट बताया जाता है, बल्कि उत्तर रेलवे के कदाचारी गैंग (4के गैंग) का एक प्रमुख सदस्य भी है. रेलवे बोर्ड ट्रैफिक निदेशालय के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की यह कोशिश यदि कामयाब हो जाती है, तो रेलवे बोर्ड में भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलने से कोई नहीं रोक पाएगा. यह कहना है रेलवे बोर्ड के कई वरिष्ठ अधिकारियों का.
रेलवे बोर्ड के अत्यंत विश्वसनीय सूत्रों से ‘रेलवे समाचार’ को मिली जानकारी के अनुसार उक्त अधिकारी को ईडी/पीएम की पोस्ट पर सेट किए जाने की ‘4के गैंग’ को इतनी जल्दी है कि इसका एक प्रस्ताव भी चला दिया गया है. सूत्रों का कहना है कि ‘4के गैंग’ के कहने पर ही ट्रैफिक निदेशालय ने यह प्रस्ताव किया है. सूत्रों ने बताया कि कुछ दिन पहले तक इस गैंग लीडर को ट्रैफिक निदेशालय में पसंद नहीं किया जा रहा था, परंतु पिछले काफी समय से इस गैंग लीडर को रेलवे बोर्ड और खासतौर पर ट्रैफिक निदेशालय के मुखिया के चैम्बर में ही अक्सर बैठे देखा जाता है.
सूत्रों ने बताया कि ‘4के गैंग’ लीडर इस कोशिश में है कि मेंबर ट्रैफिक के रिटायर होने से पहले खासतौर पर रेलवे बोर्ड सहित उत्तर रेलवे के ट्रैफिक एवं कमर्शियल के कुछ खास पदों पर गैंग के प्रमुख सदस्यों को सेट कर लिया जाए. उनका कहना है कि गैंग लीडर के कहने पर ही सर्वप्रथम ‘बंटी’ को ईडी/पीजी की पोस्ट पर सेट किया गया और अब उसे ईडी/पीएम की प्रमुख पोस्ट पर सेट करने का प्रस्ताव कराया गया गया है, जिससे बाद में उसकी ‘बबली’ को भी रेलवे बोर्ड में सेट किया जा सके. इसके साथ ही गैंग के एक अन्य सदस्य को भी सीसीएम/पीएस/उ.रे. की पोस्ट से रेलवे बोर्ड में ले जाया गया है.
रेलवे बोर्ड के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका नाम उजागर न करने की शर्त पर इस संदर्भ में घोर आश्चर्य व्यक्त करते हुए ‘रेलवे समाचार’ से कहा कि आश्चर्य इस बात का है कि मेंबर ट्रैफिक इस महा-कदाचारी ‘4के गैंग’ लीडर के झांसे में कैसे आ गए? अपने इस सवाल का जवाब भी उन्होंने ही देते हुए बताया कि वास्तव में ‘4के गैंग’ लीडर ने मेंबर ट्रैफिक को इस बात का झांसा दे रखा है कि गृह मंत्रालय और जुडीशियरी में उच्च संपर्कों के माध्यम से रिटायरमेंट से पहले उन्हें सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (कैट) अथवा रेलवे टैरिफ अथॉरिटी (आरटीए) का सदस्य बनवा देगा. उनका कहना था कि जबकि अब ऐसा हो पाने की कोई संभावना नहीं रह गई है.
इन वरिष्ठ अधिकारियों ने ‘रेलवे समाचार’ के जरिए चेयरमैन, रेलवे बोर्ड अश्वनी लोहानी से मांग की है कि वह इस मामले में सीधे हस्तक्षेप करके रेलवे बोर्ड में होने वाले इस भावी अनाचार को रोकें, अन्यथा व्यभिचार का जो नंगा नाच अब तक उत्तर रेलवे में चल रहा था, उसकी शुरुआत अब रेलवे बोर्ड में भी होने जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि इसी ‘4के गैंग’ लीडर की साजिश के तहत हाल ही में दो प्रमोटियों के साथ एक सीधी भर्ती अधिकारी को उत्तर रेलवे से उत्तर मध्य रेलवे में ट्रांसफर किया गया. इससे पहले एक अन्य अधिकारी को उ.म.रे. में ट्रांसफर किए जाने पर रेलवे बोर्ड ट्रैफिक निदेशालय को मुंह की खानी पड़ी है.
अधिकारियों ने बताया कि ‘4के गैंग’ लीडर द्वारा इन ऊटपटांग कार्यों के लिए गैंग के एक अन्य प्रमुख सदस्य उत्तर रेलवे ऑपरेटिंग विभाग में कार्यरत अधिकारी का इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इसी गैंग की साजिश के तहत दिल्ली मंडल की सीटीएम की पोस्ट को उत्तर रेलवे मुख्यालय बड़ोदा हाउस में शिफ्ट कर दिया गया, जबकि इस गैंग के निशाने पर राहुल, जतिन और प्रवीण नामक तीन युवा एवं ईमानदार अधिकारी हैं, जिनमें से प्रवीण को उ.म.रे. में शिफ्ट कराने में यह गैंग लीडर कामयाब हो गया है. यही नहीं, यह गैंग उक्त तीनों ईमानदार अधिकारियों का नाम ‘सीक्रेट लिस्ट’ में भी डलवाने में कामयाब रहा है, जबकि उनके खिलाफ न तो कोई विजिलेंस केस है, और न ही ऐसी कोई भी जांच चल रही है.
इन अधिकारियों का कहना था कि जहां उत्तर रेलवे में जेएजी अधिकारियों की कमी बताकर लगभग एक महीने पहले ट्रांसफर हो चुके विवादास्पद सीनियर डीसीएम, दिल्ली को रिलीव नहीं किया जा रहा है, वहीँ उत्तर रेलवे से अधिकारियों को उ.म.रे. में भेजा जा रहा है, जबकि वहां अब ऐसी कोई जगह नहीं बची है. उनका कहना था कि यह एक बड़ी साजिश है और इस साजिश के तहत भ्रष्टों को प्रोटेक्ट करने के साथ ही ईमानदार अधिकारियों को टारगेट किया जा रहा है. उन्होंने स्पष्ट कहा कि उत्तर रेलवे प्रशासन और रेलवे बोर्ड सब कुछ जानते-बुझते हुए भी इस साजिश के विरुद्ध कोई कारगर कदम उठाने से बच रहा है, जिससे ‘4के गैंग’ के कदाचारियों को बड़ी शह मिल रही है. क्रमशः