भारतीय रेल ने विशेष अभियान 4.0 में 2.5 लाख जन शिकायतों का समाधान किया
1065 सांसदों के संदर्भों का निपटारा और राज्य सरकार के 138 मामलों का समाधान किया
रेल मंत्रालय ने 56168 स्वच्छता अभियान चलाए, जो इस अभियान के लिए निर्धारित 50,000 के लक्ष्य से अधिक है
रेलवे ने स्क्रैप निपटान के माध्यम से 452.40 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया और 12.15 लाख वर्ग फीट जगह बनाई
नई दिल्ली (पीआईबी): रेल मंत्रालय ने 2 अक्टूबर, 2024 को शुरू की गई एक महीने की पहल विशेष अभियान 4.0 को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। हाल ही में सम्पन्न हुए इस अभियान को #स्वच्छता की संस्कृति को बढ़ावा देने, संगठनात्मक दक्षता में सुधार करने तथा भारतीय रेल में कर्मचारियों और जनता को सार्थक तरीके से जोड़ने के लिए डिजाइन किया गया था। अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रेलवे बोर्ड के नेतृत्व में तथा सचिव, रेलवे बोर्ड एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सक्रिय रूप से निगरानी किए गए इस अभियान में सभी स्तरों पर रेल कर्मचारियों की व्यापक भागीदारी रही, जिससे यह अभियान बहुत सफल रहा।
विशेष अभियान 4.0 की प्रमुख उपलब्धियाँ:
व्यापक स्वच्छता अभियान: भारतीय रेल में कुल 56,168 स्वच्छता अभियान चलाए गए, जिनमें कार्यस्थलों और रेलवे स्टेशनों की स्वच्छता पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया। स्क्रैप निपटान पर विशेष जोर दिया गया, जिससे 12.15 लाख वर्ग फीट जगह खाली हुई और 452.40 करोड़ रुपये का महत्वपूर्ण राजस्व प्राप्त हुआ।
लम्बित मामलों में कमी: अभियान के कारण विभिन्न विभागों में लम्बित मामलों के समाधान में उल्लेखनीय प्रगति हुई। 1065 सांसदों के संदर्भों का पूर्ण समाधान किया गया। राज्य सरकार के 138 संदर्भों का सफलतापूर्वक निपटारा किया गया। पीएमओ के 69 संदर्भों में से 65 का निपटान किया गया। 139 संसदीय आश्वासनों में से 55 का निपटान किया गया। 2.5 लाख जन-शिकायतों का समाधान किया गया। 1427 जन-शिकायत अपीलों का समाधान किया गया।
फाइल समीक्षा और प्रबन्धन: उचित रिकॉर्डिंग और छंटाई के लिए 1.6 लाख से अधिक फाइलों की समीक्षा की गई, जिसके परिणामस्वरूप रिकॉर्ड प्रबन्धन को सुव्यवस्थित करने के लिए 89,000 से अधिक पुरानी फाइलों को हटाया गया।
रेल चौपाल-सामुदायिक जुड़ाव: नई दिल्ली, जयपुर, चेन्नई, नागपुर, कोटा, जोधपुर, लखनऊ, पुणे, भोपाल, कोलकाता और कई अन्य प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर विशेष रेल चौपालों का आयोजन किया गया। इन आयोजनों में स्वच्छता के बारे में जागरूकता बढ़ाने, सार्वजनिक जुड़ाव में सुधार करने, जन-शिकायतों का समाधान करने और पर्यावरणीय स्थिरता प्रयासों के हिस्से के रूप में एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक को कम करने को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
सोशल मीडिया से जुड़ाव: इस अभियान ने सोशल मीडिया पर 3713 ट्वीट और कई रीपोस्ट के साथ महत्वपूर्ण गति प्राप्त की, जिससे स्वच्छता आंदोलन में व्यापक सार्वजनिक रुचि और भागीदारी पैदा हुई।
इस विशेष अभियान-4.0 से न केवल स्वच्छता और दक्षता में उल्लेखनीय परिणाम प्राप्त हुए हैं, बल्कि भारतीय रेल में कार्यस्थल संस्कृति को नया रूप देने में भी मदद मिली है। स्वच्छता को एक नियमित अभ्यास के रूप में संस्थागत बनाकर, रेल मंत्रालय ने स्वच्छ और संगठित कार्य वातावरण के महत्व पर बल दिया है तथा वह संदर्भों के शीघ्र निपटान और स्वच्छता को एक नियमित अभ्यास बनाने के लिए प्रतिबद्ध रहेगा।