January 27, 2024

यात्रियों की संरक्षा-सुरक्षा हमारे लिए अत्‍यंत संवेदनशील मुद्दा है और हम इसके प्रति पूरी तरह गंभीर हैं -रवींद्र गोयल, जीएम/उ.म.रे.

प्रयागराज ब्यूरो: 26 जनवरी 2024 को, उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय, प्रयागराज में राष्ट्र का 75वां गणतंत्र दिवस भव्यता, उल्लास, जोश और उत्साह के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ महाप्रबंधक रवींद्र गोयल द्वारा झंडा फहराने के साथ हुआ। इस अवसर पर, महाप्रबंधक ने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 18 रेलवे कर्मियों को सम्मानित भी किया। 75वें गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर महाप्रबंधक ने उत्तर मध्य रेलवे के सभी कर्मचारियों और उनके परिजनों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं।

75वें गणतंत्र दिवस पर महाप्रबंधक का संदेश

अपने गौरवशाली राष्ट्र के 75वें गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर पूरे उत्‍तर मध्य रेलवे परिवार को मेरी हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। इस पावन अवसर पर हम अपने उन महान पूर्वजों एवं देशभक्तों का कृतज्ञतापूर्वक स्मरण करते हैं, जिन्‍होंने अपने अप्रतिम त्याग एवं बलिदान से इस विशाल लोकतांत्रिक गणतंत्र की आधारशिला रखी। यह वह सुअवसर भी है जब हम अपने कार्यनिष्पादन और लक्ष्यों की समीक्षा करते हैं, ताकि अपने लक्ष्यों और उपलब्धियों के पथ पर निरंतर आगे बढ़ते हुए हम अपने संविधान निर्माताओं के सपनों को साकार कर सकें।

उत्‍तर मध्य रेलवे 2003 में अपने गठन से बीस वर्ष पूरा कर चुकी है। अपने गठन के समय से ही हमारी रेलवे ने भारतीय रेल के महत्वपूर्ण अंग के रूप में अहम योगदान देते हुए अपना अग्रणी स्थान बनाया है। उत्‍तर मध्य रेलवे, देश के उत्‍तरी भाग को दक्षिणी, पूर्वी और पश्चिमी भाग से जोड़कर राष्ट्र की प्रमुख परिवहन प्रणाली की भूमिका निभा रही है।

हालाँकि, उत्तर मध्य रेलवे मुख्यतः यात्री यातायात वाला पासिंग थ्रू ज़ोन है, फिर भी हम अपनी मालभाड़ा आय में वृद्धि के लिए ठोस प्रयास कर रहे हैं। वर्तमान वित्त वर्ष की प्रारंभिक तीन तिमाहियों के दौरान हमने 679 मालगाड़ी औसत प्रतिदिन के थ्रू-पुट की उपलब्धि हासिल की है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में हासिल प्र‍गति से 11.7% अधिक है। वर्तमान वित्‍त वर्ष 2023-24 के दौरान हमारे बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट के सतत प्रयासों के परिणामस्वरूप हमें नए यातायात प्राप्त हुए हैं और इस क्रम में 177 रेकों की लोडिंग हासिल हुई है।

यात्रियों से होने वाले मूल अर्जन और अन्‍य कोचिंग अर्जन में क्रमश: 12.90% और 32% की बढ़ोत्‍तरी हुई है। टिकट जाँच से होने वाले अर्जन में हमने इस वर्ष के लिए निर्धारित लक्ष्‍य से 14% से अधिक अर्जन की उपलब्धि हासिल की है। दिसंबर, 2023 तक हमने स्‍क्रैप की बिक्री से ₹188.11 करोड़ का अर्जन किया है। इस सिलसिले को बरकरार रखते हुए हम उत्तर मध्‍य रेलवे को एक स्‍क्रैप फ्री जोन बनाने के लक्ष्‍य की ओर निरंतर अग्रसर हैं।

ग्राहकों की संतुष्टि हमारी सफलता का मूल मंत्र है। ग्राहकों को उत्तम सुविधाएं प्रदान करने की दृष्टि से हम अपनी सेवाओं को लगातार अपग्रेड कर रहे हैं। अपने देशवासियों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हम अपने जोन के 54 स्‍टेशनों का पुनर्विकास कर रहे हैं, जिनमें से 46 स्‍टेशनों को अमृत स्‍टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। हमने अब तक विभिन्‍न महत्‍वपूर्ण स्‍टेशनों पर 56 स्‍वचालित सीढ़ियाँ और 33 लिफ्ट लगाई हैं। इस वित्‍त वर्ष के अंत तक 5 और स्‍वचालित सीढ़ियाँ तथा 4 लिफ्ट लगाई जाएंगी।

हम ‘वोकल फार लोकल’ को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और अपने स्‍टेशनों पर रेलयात्रियों के लिए स्‍थानीय उत्‍पादों की उपलब्‍धता सुनिश्चित कर रहे हैं। इस हेतु 62 स्‍टेशनों पर ‘एक स्‍टेशन एक उत्‍पाद’ स्‍टॉल खोले गए हैं।

इस वित्त वर्ष के दौरान 11 स्‍टेशनों पर नए ऊपरी पैदल पुलों का निर्माण किया गया, 5 स्‍टेशनों के प्‍लेटफार्मों की ऊॅंचाई बढ़ाई गई तथा लंबी गाड़ियों के रुकने के लिए 2 स्‍टेशनों के प्‍लेटफार्मों की लंबाई बढ़ाई गई। अत्‍यधिक भीड़ वाली अ‍वधि के दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए उत्तर मध्‍य रेलवे में इस वर्ष लगभग 745 फेरे स्‍पेशल गाड़ियाँ संचालित की गईं। उत्तर मध्‍य रेलवे के यात्रियों की सुविधा के लिए इस वर्ष कई वंदे भारत और अमृत भारत ट्रेनों सहित 11 नई गाड़ियाँ भी चलाई गईं।

अपने दैनिक कामकाज में संरक्षा, सुरक्षा एवं पारदर्शिता के स्‍तर को बढ़ाने के लिए हम आधुनिक तकनीक और पद्धति अपना रहे हैं। चलती गाड़ियों में बियरिंग की खराबी तथा ब्रेक बाइंडिंग का पता लगाने के लिए हमने 24 स्‍थानों पर हॉट बाक्‍स डिटेक्‍टर लगाए हैं। उत्तर मध्‍य रेलवे के 518 कोचों में फायर एंड स्‍मोक डिटेक्‍शन सिस्‍टम लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्‍त सभी 55 पावर कारों में स्‍मोक डिटेक्‍शन एंड सप्रेशन सिस्‍टम का प्रावधान किया गया है।

हमने अनुरक्षण इनपुट में भी वृद्धि की है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष टीआरआर/पी में 19%, टीएसआर/पी में 125%, सीटीआर में 45% तथा टीएफआर में 72% की बढ़ोत्‍तरी हुई है। वर्तमान वित्‍त वर्ष के दौरान 40 पुलों का नवीनीकरण किया गया है। संचार व्‍यवस्‍था को और अधिक सुदृढ़ बनाने की दृष्टि से वित्‍त वर्ष 2023-24 के दौरान उत्‍तर मध्‍य रेलवे में 129 किलोमीटर ओएफसी एवं क्‍वाड केबल चालू की गई तथा 134 स्‍टेशनों पर VoIP आधारित ट्रेन कम्‍यूनिकेशन स्‍थापित किया गया। संरक्षा के विभिन्‍न पहलुओं के संबंध में जागरूकता उत्‍पन्‍न करने के लिए हमारे संरक्षा विभाग द्वारा 16 संरक्षा अभियान चलाए गए।

समपार फाटकों पर होने वाली दुर्घटनाएं रेलवे के लिए हमेशा से ही चिंता का विषय रही हैं। इस वर्ष हमने 28 समपार फाटकों को बंद कर दिया है तथा 17 आरओबी एवं 38 आरयूबी का निर्माण किया है। समपारों पर संरक्षा को और सुदृढ़ बनाने के लिए 11 संवेदनशील समापारों पर बिजली चालित लिफ्टिंग बैरियर एवं स्‍लाइडिंग बूम लगाए गए हैं।

उत्तर मध्‍य रेलवे, भारतीय रेल के व्‍यस्‍ततम रेल मार्गों पर अपनी सेवाएं प्रदान करती है। यहाँ और अधिक गाड़ियों की आवश्‍यकता निरंतर तेजी के साथ बढ़ रही है। इस आवश्‍यकता की पूर्ति के लिए नये इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण और मौजूदा इन्फ्रास्ट्रक्चरों को सुदृढ़ बनाकर अतिरिक्‍त क्षमताओं का सृजन किया जा रहा है।

इस वर्ष हमने 41.94 किमी रूट पर स्‍वचालित सिगनल प्रणाली तथा 14 स्‍टेशनों पर इलेक्‍ट्रानिक इंटरलॉकिंग चालू की है। वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान 48.23 किमी रेलमार्ग का गेज परिवर्तन किया गया और 80 किमी से अधिक तीसरी और चौथी लाइन को चालू किया गया। हमने वर्तमान वर्ष में उत्‍तर मध्‍य रेलवे के 11 सेक्‍शनों में गाड़ियों की गति में वृद्धि के साथ ही 6 परमानेंट स्पीड रिस्ट्रिक्शन पर गति बढ़ाई गई है या इसे समाप्‍त कर दिया गया है।

हमारे कारखाने भारतीय रेल में अपनी अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। वैगन मरम्‍मत कारखाना, झाँसी द्वारा दिसंबर, 2023 के दौरान अब तक के सर्वाधिक 870 वाहन यूनिटों के मासिक आउटटर्न की उपलब्धि हासिल की गई है, जो निर्धारित लक्ष्‍य से लगभग 13% अधिक है। यात्री कोचों के पीओएच और पुनर्निर्माण हेतु चालू किए गए नए रेल कोच नवीनीकरण कारखाना, झाँसी द्वारा सितंबर, 2023 में पहले कोच का पुनर्निर्माण किया गया।

पर्यावरण अनुकूल परिचालन तथा भारतीय रेल के लिए 2030 तक नेट जीरो कार्बन एमिशन के लक्ष्‍य के प्रति हमारी प्रतिबद्धता हमारे दिन-प्रतिदिन के कामकाज में परिलक्षित हो रही है। उत्तर मध्‍य रेलवे ने विभिन्‍न ऊर्जा दक्ष तकनीकी उपायों को अपनाकर अनुकरणीय उदाहरण सामने रखा है, जिसके फलस्‍वरूप हमारी रेलवे को राष्‍ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्‍कार, 2023 का प्रथम पुरस्‍कार प्राप्‍त हुआ है। उत्तर मध्‍य रेलवे के सौर ऊर्जा संयंत्रों द्वारा इस वर्ष अब तक का सर्वाधिक 9.21 मिलियन यूनिट बिजली का उत्‍पादन किया गया और ₹3.83 करोड़ के राजस्‍व की बचत की गई, साथ ही 7,740 मीट्रिक टन कार्बन एमिशन को भी रोका गया। इस उत्‍कृष्‍ट पहल को और अधिक मजबूती प्रदान करते हुए उत्‍तर मध्‍य रेलवे के 32 एलएचबी रेकों को हेड ऑन जेनरेशन में बदला गया है, जिससे वर्तमान वित्‍त वर्ष में लगभग 30 करोड़ रुपए मूल्‍य के डीजल की बचत हुई है। इसके अतिरिक्‍त इस वित्‍त वर्ष में हमने लगभग 8.59 लाख पौधारोपण भी किया है।

पिछले कुछ वर्षों में सूचना प्रौद्योगिकी पारदर्शिता का अति महत्‍वपूर्ण माध्‍यम बन गई है। इससे न केवल हमारे उपभोक्‍ता सशक्‍त हुए हैं, बल्कि हमारे कार्यालयों में सुसंगत एवं सुव्‍यवस्थित  कार्यप्रणाली सुनिश्चित हुई है। हमने माँग तैयार करने से लेकर उसे अंतिम रूप देने तक की पूरी आपूर्ति प्रक्रिया को डिजिटल बना दिया है। जोन में कार्यालयी कार्य संस्‍कृति को और अधिक स्‍वच्‍छ एवं पारदर्शी बनाने के लिए हमारे द्वारा प्रणालीगत सुधार के 12 निर्देश जारी किए गए हैं। सतर्कता विभाग की सक्रियता से जुलाई से दिसंबर, 2023 तक 2 करोड़ रुपए से अधिक की बचत हुई।

यात्रियों की संरक्षा-सुरक्षा हमारे लिए अत्‍यंत संवेदनशील मुद्दा है और हम इसके प्रति पूरी तरह गंभीर हैं। हमारे रेल सुरक्षा बल के जवानों द्वारा अपने परिजनों से बिछड़े 824 बच्‍चों को सुरक्षित बचाया गया। एलार्म चेन पुलिंग की रोकथाम के लिए 6,728 दोषियों को पकड़ा गया तथा उनसे ₹33 लाख से अधिक की जुर्माना राशि वसूल की गई। इसके अलावा अनधिकृत वेंडिंग में लिप्‍त 9,508 वेंडरों तथा प्रतिबंधित मादक पदार्थों की बिक्री करने वाले 62 लोगों को पकड़ा गया। रेल मदद पोर्टल पर यात्रियों की सुरक्षा संबंधी मामलों की लगभग 49000 कॉल प्राप्‍त हुईं, जिनका हमारे सजग और सतर्क कर्मचारियों द्वारा 0.57 मिनट के औसत निपटान समय में निराकरण किया गया।

हमारे खिलाड़ी खेलकूद की विभिन्‍न प्रतियोगिताओं में अपने उत्‍कृष्‍ट प्रदर्शन से हमारी रेलवे का गौरव बढ़ाते रहे हैं। सीनियर नेशनल वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में नया राष्‍ट्रीय रिकार्ड बनाकर स्‍वर्ण पदक जीतने वाली सुश्री अरोकिया अलीश को मैं विशेष रूप से बधाई देता हूँ। मैं अंतर रेलवे चैंपियनशिप जीतने के लिए अपनी महिला वेटलिफ्टिंग एवं पुरुष जिमनास्टिक्‍स टीम को हार्दिक बधाई देता हूँ। मैं ग्‍वालियर में अंतर रेलवे हॉकी लीग, प्रयागराज में जिमनास्टिक और आगरा में कुश्‍ती प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए उत्‍तर मध्‍य रेलवे स्‍पोर्ट्स एसोशिएशन को भी हार्दिक बधाई देता हूँ।

अपने समर्पित कर्मचारियों के हितों का समुचित ध्‍यान रखना हमारी प्राथमिकता है। इस क्रम में कर्मचारियों में कार्यसंतुष्टि की भावना बढ़ाने के लिए हम उनको दी जाने वाली सुविधाओं को बेहतर बनाने का प्रयास कर रहे हैं। कार्य स्‍थलों, स्‍कूलों एवं विभिन्‍न रेलवे चिकित्‍सालयों में 214 स्‍वास्‍थ्‍य जांच शिविर आयोजित किए गए। मंडल चिकित्‍सालय, आगरा में फिजियोथेरेपी यूनिट खोली गई। कर्मचारियों की शिकायतों का तत्‍परता के साथ कारगर निस्‍तारण करने के लिए जोन के सभी मंडलों एवं इकाइयों में सिंगल विंडो सेल स्‍थापित किया गया है।

हमारे निराकरण सेल द्वारा इस वर्ष 1054 शिकायतों का निपटान किया गया। उत्तर मध्‍य रेलवे में शांति और सौहार्दपूर्ण औद्योगिक संबंध बनाए रखने के लिए मैं अपनी मान्‍यता प्राप्‍त यूनियनों, संघों एवं संगठनों को हार्दिक बधाई देता हूँ। राजभाषा के संवैधानिक दायित्‍वों के निर्वहन की दिशा में हमारे राजभाषा विभाग द्वारा उत्‍कृष्‍ट कार्य किए जा रहे हैं। हाल ही में संसदीय राजभाषा समिति द्वारा मुख्‍यालय एवं मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय, प्रयागराज के निरीक्षण के दौरान हमारी रेलवे में राजभाषा प्रगति के कार्यों की सराहना की गई।

अपनी विभिन्‍न कल्‍याणकारी योजनाओं के माध्‍यम से जरूरतमंद रेल कर्मियों और उनके परिवारों की सहायता में अपना सराहनीय योगदान करने के लिए मैं उत्‍तर मध्‍य रेलवे महिला कल्‍याण संगठन को अपनी हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूँ। इस संगठन ने पौधारोपण कार्य तथा विभिन्‍न प्रतियोगिताओं आदि का आयोजन कर पर्यावरण जागरुकता के क्षेत्र में भी अपना उल्‍लेखनीय योगदान दिया है।

हमारे स्‍काउट एवं गाइड तथा सेंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड कर्मी मेला और अन्‍य भीड़-भाड़ वाली अवधि के दौरान यात्रियों को अपनी नि:स्‍वार्थ सेवाएं प्रदान कर अपने सामाजिक दायित्‍वों को निभा रहे हैं और स्‍वच्‍छता एवं पर्यावरण संरक्षण जैसे विभिन्‍न सरोकारों में अपना बहुमूल्‍य योगदान दे रहे हैं। विंध्‍याचल में नवरात्र मेले के दौरान सेंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड द्वारा 1000 से अधिक तीर्थयात्रियों को प्राथमिक चि‍कित्‍सा सहायता प्रदान की गई। गाइड सुश्री सोनाली विश्‍वकर्मा और श्‍वेता यादव तथा स्काउट आकाश यादव को राष्‍ट्रपति पुरस्‍कार प्राप्‍त हुआ है। इसके लिए मैं उन्‍हें हार्दिक बधाई देता हूँ।