रवींद्र गोयल ने महाप्रबंधक/उ.म.रे. का पदभार सँभाला
परिचालन में संरक्षा, यात्रियों को सुविधाएँ प्रदान करना और यात्रा अनुभव में निरंतर सुधार के लिए काम करना तथा कर्मचारियों के कल्याण के साथ हितधारकों को सुविधा प्रदान करना हमारी पहली प्राथमिकता होगी: रवींद्र गोयल, GM/NCR
प्रयागराज ब्यूरो: रवींद्र गोयल ने महाप्रबंधक/उत्तर मध्य रेलवे का पदभार संभाला। रविवार 07.01.2024 को प्रयागराज पहुँच कर श्री गोयल ने महाप्रबंधक कार्यालय, उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित किया। बैठक में उत्तर मध्य रेलवे के सभी प्रधान विभाग प्रमुख, वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे और तीनों मंडलों के डीआरएम समेत शाखा अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े।
बैठक के दौरान अपनी प्राथमिकताओं को रेखांकित करते हुए श्री गोयल ने कहा कि परिचालन में संरक्षा सुनिश्चित करना, यात्रियों को सुविधाएँ प्रदान करना और उनके यात्रा अनुभव में निरंतर सुधार के लिए काम करना तथा कर्मचारियों के कल्याण के साथ हितधारकों को सुविधा प्रदान करना हमारा मुख्य फोकस होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को प्रेरित करते हुए कहा, ईमानदारी और कड़ी मेहनत से कठिन से कठिन लक्ष्य को भी पाया जा सकता है।
पंजाब के फिल्लौर में जन्मे रवींद्र गोयल ने यूबीएस, चंडीगढ़ से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री हासिल की है। उन्होंने चंडीगढ़ से कॉमर्स में ग्रेजुएशन किया। उनकी प्रारंभिक शिक्षा पंजाब के विभिन्न स्थानों जैसे लुधियाना, फरीदकोट, जालंधर और चंडीगढ़ आदि में हुई।
श्री गोयल भारतीय रेलवे यातायात सेवा के 1987 बैच के अधिकारी हैं। उन्होंने रेलवे में अपनी सेवा का आरंभ मुंबई डिवीजन, पश्चिम रेलवे में एरिया ऑफिसर, वलसाड के रूप में किया था और उसके बाद इनको भारतीय रेल में विभिन्न स्थानों पर विविध क्षमताओं में अब तक 34 वर्षों की सेवा करने का व्यापक और समृद्ध अनुभव प्राप्त है।
उन्होंने कॉनकॉर में 5 वर्षों तक सफलतापूर्वक काम किया। उन्होंने पूरी तरह से अलग-अलग परिवहन आवश्यकताओं वाले दो डिवीजनों – बिलासपुर एवं मुंबई डिवीजन – में मंडल रेल प्रबंधक के रूप में काम किया। बिलासपुर डिवीजन भारतीय रेल के सबसे अधिक माल लदान करने वाले डिवीजनों में से एक है और मध्य रेल का मुंबई डिवीजन दुनिया की सबसे व्यस्त उपनगरीय सेवाओं में से एक अत्यधिक यात्री उन्मुख सेवाएँ प्रदान करता है।
उन्होंने नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे और नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे में प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक के रूप में भी काम किया और देश के सुदूर क्षेत्रों यानि पूर्वोत्तर राज्यों और राजस्थान के रेगिस्तान को सेवित करने वाले सीमांत क्षेत्रों में भी काम किया।
इसके अलावा उन्होंने राष्ट्र के सबसे बड़े क्षेत्र को सेवित करने वाले उत्तर रेलवे में प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधक के रूप में भी कार्य किया, जो 5 राज्यों और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सहित चार केंद्र शासित प्रदेशों को रेल सेवाएँ प्रदान करता है। उन्होंने नीति आयोग में भी काम किया है।
उन्होंने पश्चिम रेलवे में सीएफटीएम, सीपीटीएम, सीटीपीएम, सीसीएम/पीएस, और सीसीएम/एफएम के साथ-साथ कई अन्य पदों पर भी काम किया है। उनके पास मुख्य परिवहन प्रबंधक-पेट्रोलियम/पश्चिमी क्षेत्र और जयपुर में आईआरसीटीसी में कार्य करने का भी अनुभव है। महाप्रबंधक/उत्तर मध्य रेलवे के रूप में कार्यभार ग्रहण करने के पहले, उन्होंने रेलवे बोर्ड में अपर सदस्य/वाणिज्य के रूप में काम किया और भारतीय रेल के वाणिज्यिक दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया है।