प्रधान कार्यकारी निदेशक/इन्फ्रा/रे.बो. द्वारा पूर्वी डीएफसी का निरीक्षण
प्रयागराज ब्यूरो: गुरुवार, 27.07.2023 को मुकुल सरन माथुर, प्रधान कार्यकारी निदेशक इन्फ्रा-रेलवे बोर्ड ने प्रयागराज में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (#DFCCIL) के ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर (#OCC) का निरीक्षण किया।
ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर (ओसीसी) में निदेशक (परिचालन एवं व्यवसाय विकास) ने मालगाड़ी संचालन के लिए ओसीसी में उपयोग किए गए सभी तकनीकी विकास युक्त उपकरणों के बारे में जानकारी दी। इसमें वीडियो वॉल पर गाड़ियों की लाइव स्ट्रीमिंग, हॉट एक्सल डिटेंशन सिस्टम, मशीन दृष्टि आधारित निरीक्षण सिस्टम (#MVIS), ओवरहेड उपकरणों को नियंत्रित करने के लिए #SCADA प्रणाली सम्मिलित हैं।
इस दौरान कार्यकारी निदेशक इन्फ्रा, रेलवे बोर्ड, निदेशक (परिचालन एवं व्यवसाय विकास) डीएफसीसीआईएल, निदेशक (परियोजना/योजना), कार्यकारी निदेशक परियोजना प्रबंधन, कार्यकारी निदेशक परिसंपत्ति प्रबंधन, मंडल रेल प्रबंधक प्रयागराज, सीजीएम/एसएंडटी/प्रयागराज (पूर्व), जीएम/समन्वयन /प्रयागराज (पश्चिम), महाप्रबंधक/सुरक्षा, अपर महाप्रबंधक/ परिचालन और व्यवसाय विकास /प्रयागराज, संयुक्त महाप्रबंधक/ऑपरेशन एवं बीडी/कारपोरेट कार्यालय, वरिष्ठ संभागीय संचालन प्रबंधक /सीओ/प्रयागराज, वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता संचालन, के साथ भारतीय रेल और डीएफसी के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
इसके पश्चात मुकुल सरन माथुर ने प्रयागराज (न्यू मनौरी) से न्यू बोराकी (599 Kms) तक निरीक्षण गाड़ी से मैराथन विंडो इंस्पेक्शन किया।
अपने दो दिवसीय दौरे के अंतर्गत 26.07.2023 को मुकुल सरन माथुर, प्रधान कार्यकारी निदेशक इन्फ्रा- रेलवे बोर्ड ने न्यू दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन स्टेशन का भी निरीक्षण किया।
इसी क्रम में उन्होंने निरीक्षण गाड़ी से न्यू दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन स्टेशन से न्यू सोन नगर जंक्शन (112 Kms) और न्यू सोन नगर जंक्शन से प्रयागराज (289 Kms) तक विंडो इंस्पेक्शन किया। इस दौरान सभी स्टेशनों की जानकारी ली और साथ में भविष्य में गाड़ियों को बढ़ाने के लिए प्रबंध निदेशक, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड और वरिष्ठ रेलवे और डीएफसी अधिकारियों के साथ वार्तालाप किया।
इसके लिए उन्होंने न्यू चिरैलापाथु में लूप लाइंस/स्टैब्लिंग लाइन का निर्माण, वर्तमान में डीएफसी और इंडियन रेलवे की कनेक्टिंग लाइन पर दोहरीकरण के कार्यों को पूर्ण करना, जैसे चुनार-न्यू डगमगपुर, शुजातपुर-न्यू शुजातपुर, भीमसेन-न्यू भीमसेन आदि विषयों पर चर्चा की।
निरीक्षण के क्रम में न्यू कानपुर में डीएफसीसी द्वारा चालक दल, ट्रेन प्रबंधकों के आराम करने के लिए 6 घर (अस्थायी) की व्यवस्था का भी पीईडी/इन्फ्रा द्वारा निरीक्षण किया गया।
न्यू भदान स्टेशन कनेक्टिंग लाइन पर दोहरीकरण का कार्य पूर्ण होने पर एटा जवाहरपुर पावर प्लांट के लिए झारखंड से आया हुआ कोयला विद्युत आपूर्ति के लिए बिजली घर को प्रदान होगा जिससे आस-पास के क्षेत्रों को निर्बाध बिजली आपूर्ति हो सकेगी। एटा जवाहरपुर पावर प्लांट के साथ कनेक्टिविटी के लिए न्यू बरहन जंक्शन के नाम से एक नया स्टेशन भी डीएफसी पर प्रस्तावित है।
प्रधान कार्यकारी निदेशक इन्फ्रा-रेलवे बोर्ड ने रोलिंग स्टॉक की जांच में प्रौद्योगिकी आधारित नवाचारों की स्वीकृति का स्वागत किया। उन्होंने न्यू दाउध खान में मशीन विजन आधारित निरीक्षण प्रणाली के कार्य की सराहना की। उन्होंने उत्तर मध्य रेलवे के विभाग प्रमुखों और महाप्रबंधक के साथ बैठक के दौरान भविष्य की माल भाड़े की दरों से संबंधित कार्यप्रणाली पर काम करने पर भी जोर दिया। साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय रेल योजना 2030 द्वारा परिकल्पित और तैयार किए गए माल ढुलाई के लक्ष्यों को प्राप्त करने की वर्तमान में लोडिंग्स की क्षमता को बढ़ाने पर जोर दिया।
सोनांगर-दादरी खंड के चालू होने पर, यह माना जा रहा है कि भारतीय रेलवे ट्रैक पर चलने वाली सभी मालगाड़ियों – जो पूर्व मध्य रेलवे और उत्तर मध्य रेलवे से आएंगी – को ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के ऊपर पूर्णतः ले जाया जाएगा। अब न केवल यात्री ट्रेनों के संचालन के लिए भारतीय रेलवे की पटरियों पर भीड़ कम होगी, बल्कि विशेष ट्रेनों के संचालन के लिए अतिरिक्त आय भी अर्जित होगी। इसके साथ ही महा कुम्भ मेले में अतिरिक्त यात्री ट्रेनों का संचालन सुचारु रूप से किया जा सकेगा।
मुकुल सरन माथुर, प्रधान कार्यकारी निदेशक इन्फ्रा-रेलवे बोर्ड ने डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर में चल रहे कार्यों की प्रशंसा की और देश की उन्नति में माल ढुलाई द्वारा डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की भूमिका को सराहा।