कार्मिक विभाग के ओएस को ₹20 हजार की रिश्वत लेते सीबीआई ने रंगेहाथ पकड़ा
रिटायर कर्मचारी से फाइनल सेटलमेंट क्लियर करने के लिए मांगे थे ₹50 हजार
पर्सनल विभाग और निवास पर टीम ने चार घंटे सीबीआई की सर्च, विभिन्न दस्तावेज किया जब्त
भोपाल: पश्चिम मध्य रेलवे, डीआरएम आफिस भोपाल में सीबीआई की छापेमारी के बाद हड़कंप मच गया। सीबीआई ने पर्सनल विभाग में छापेमारी की। वीआरएस लेने वाले एक कर्मचारी का फाइनल सेटलमेंट क्लियर करने वाले कार्मिक विभाग के ऑफिस सुप्रीटेडेंट (ओएस) को ₹20 हजार की रिश्वत लेते हुए सीबीआई ने रंगेहाथ पकड़कर हिरासत में ले लिया। सीबीआई की टीम ने ओएस के पास से विभिन्न दस्तावेज भी जब्त किए हैं।
डीआरएम ऑफिस के अलावा सीबीआई की दूसरी टीम ने रिश्वत लेने वाले ओएस के निवास पर भी तलाशी ली। निवास से भी रेलवे से जुड़े विभिन्न दस्तावेजों को कब्जे में लिया है। सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि सोमवार, 9 जनवरी को दोपहर बाद लगभग 4.45 बजे उनकी टीम डीआरएम ऑफिस पहुंची थी।
उन्होंने बताया कि स्टैंडर्ड प्रोसीजर के तहत पर्सनल विभाग के ब्रांच ऑफिसर को भी छापे से पहले सूचना दी गई थी। इसके बाद सीबीआई की टीम ने मुकेश भगत को ढ़ाई हजार की रिश्वत के साथ रंगे हाथ पकड़ लिया। वहीं ऑफिस की पार्किंग में खड़ी उसकी स्कूटी से सीबीआई द्वारा बाकी की रकम भी बरामद कर ली गई।
सूत्रों ने बताया कि फरियादी उदय शंकर ठाकुर ने सीबीआई को अपनी शिकायत में बताया था कि उन्होंने रेलवे से वीआरएस ले लिया है। फरियादी ने कहा कि पर्सनल विभाग से पेशन पे-आर्डर और फाइनल सेटलमेंट के लिए रिश्वत मांगी जा रही है। सेटलमेंट क्लियर करने वाले कार्मिक विभाग के ऑफिस सुप्रीटेडेंट मुकेश भगत द्वारा ₹50 हजार की रिश्वत मांगी गई है।
इसके बाद रिटायर्ड कर्मचारी और मुकेश भगत के बीच ₹20 हजार के लेन-देन पर सहमति बन गई। इसके बाद रिटायर्ड कर्मचारी उदयशंकर ठाकुर ने ओएस मुकेश भगत को रिश्वत की रकम दी। फिर सीबीआई ने छापा मारकर भगत को हिरासत में ले लिया। आरोपी को आज मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।