उसरगांव-कालपी-चौंराह रेलखंड के मध्य नई दोहरीकृत रेल लाइन का सीआरएस निरीक्षण
प्रयागराज ब्यूरो: रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) लतीफ खान द्वारा 30 नवंबर को वीरांगना लक्ष्मीबाई-कानपुर के बीच दोहरीकरण योजना के अंतर्गत उसरगांव – कालपी – चौंराह के मध्य नवनिर्मित 13.99 किमी. रेलखंड पर नई दोहरीकृत रेल लाइन सहित सभी संस्थापनों का निरीक्षण किया गया।
इसके अतिरिक्त उक्त रेल खंड के अंतर्गत आने वाले ट्रैक्शन, सिग्नल, गेट, ओएचई, ब्रिज, ट्रैक, ट्रैक-पॉइंट्स आदि सभी इंस्टालेशन तथा उनकी कार्य श्रमता का गहनता से निरीक्षण किया गया। इस दौरान सीआरएस ने इंस्पेक्शन कैरिज तथा मोटर ट्राली से उक्त रेलखंड पर सभी प्रकार के नई संस्थापनों की परख की।
निरीक्षण के बाद सम्बंधित नए स्थापित ट्रैक पर 120 किमी प्रति घंटा की गति से स्पीड ट्रायल के माध्यम से ट्रैक की गुणवत्ता, राइडिंग क्वालिटी आदि की परख की गई। इस दौरान संरक्षा संबंधी संस्थापनों का सघन निरीक्षण कर उन्हें परखा गया।
रेल संरक्षा आयुक्त की अनुमति के बाद, यह दोहरीकृत रेल खंड एवं स्टेशन भवन यात्री एवं मालगाड़ियों के सुरक्षित संचालन हेतु उपलब्ध होगा। इस दूसरी लाइन के शुरू होने से वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी-कानपुर रेलखंड पर गाड़ियों के संचालन में सुगमता आएगी, गति मिलेगी तथा समय पालन में वृद्धि होगी।
वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-कानपुर दोहरीकरण योजना के अंतर्गत तथा मलासा-लालपुर-पामान 19.43 किमी रेलखंड पर दोहरीकरण कार्य प्रगति पर है, जिसको पूरा करने का लक्ष्य जनवरी 2023 रखा गया है। शेष कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
निरीक्षण के दौरान रेल संरक्षा आयुक्त के साथ मुख्यालय से मुख्य सिग्नल अभियंता एन के वर्मा, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) मंजुल माथुर, मुख्य बिजली वितरण इंजीनियर यतेन्द्र कुमार, मुख्य इंजीनियर (टीएमसी) राजेश श्रीवास्तव, झांसी मंडल से मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष, मुख्य परियोजना ्प्रबंधक के के तलरेजा सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।