प.म.रे. द्वारा अप्रैल 2022 में 1000 रेक से ज्यादा कोयले की आपूर्ति
जबलपुर: भारतीय रेल सभी बिजली संयंत्रों के लिए कोयले की मुख्य आपूर्तिकर्ता है। प.म.रे. द्वारा मध्य प्रदेश के क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति के लिए माल यातायात में कोयले की लोडिंग/अनलोडिंग की महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। प.म.रे. द्वारा चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 की शुरुआत में ही अप्रैल 2022 में माल परिवहन में कोयले के 1048 रेक की अनलोडिंग और 87 रेक कोल लोडिंग की गई।
ज्ञातव्य है कि प.म.रे. द्वारा वर्ष 2021-22 में कोल माल परिवहन में 9993 रेक कोल अनलोडिंग और पिछले वर्ष 2020-21 में 7515 रेक कोल अनलोडिंग की तुलना में 2478 रेक कोल अनलोडिंग अधिक की गई थी।
प.म.रे. द्वारा कोल माल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख रेलखंडों – कटनी-बीना, बीना-कोटा एवं कटनी-सिंगरौली आदि – पर प्रमुखता से परिवहन किया जा रहा है, जिससे मध्य प्रदेश एवं राजस्थान के औद्योगिक एवं आवासीय क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति के लिए कोल लोडिंग/अनलोडिंग विभिन्न प्रमुख पॉवर प्लांट्स में पहुचाया जा रहा है।
इसमें प्रमुख कोल साइडिंग्स जेपीवीएन निवास रोड (कटनी-सिंगरौली), एनटीपीसी गाडरवारा (इटारसी-जबलपुर), पीएसएसएस बीड़ (इटारसी-खंडवा), जेबीटीएस सेमरखेड़ी (बीना-कोटा), केपीआरजे झालावाड़ सिटी (रामगंजमंडी-झालावाड़ सिटी), एपीएलएस सालपुरा (कोटा-रुठियाई), पीसीएमसी मोतीपुरा चौकी (कोटा-रुठियाई) एवं जीटीपीएस कोटा गुरला (कोटा-मथुरा) सभी को प.म.रे. द्वारा कोल की आपूर्ति की जा रही है।
पश्चिम मध्य रेल द्वारा माल परिवहन की उत्तरोत्तर वृद्धि के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है। प.म.रे. द्वारा यह प्रयास आगे भी जारी रखा जाएगा।
सौजन्य: मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पश्चिम मध्य रेल, जबलपुर द्वारा दिनांक 02.05.2022 को जारी विज्ञप्ति!