योगाभ्यास सत्र में शामिल हुए रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव
भारतीय रेल द्वारा योग के लाभों के प्रति जागरूक करने, स्वस्थ और निरोगी जीवन जीने के लिए रेलकर्मियों को योगाभ्यास के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से पूर्व 24 अप्रैल, 2022 को नई दिल्ली के करनैल सिंह स्टेडियम में योग अभ्यास सत्र का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के पूर्वाभ्यास के रूप में आयोजित किया गया था।
इस सत्र में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव, अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रेलवे बोर्ड विनय कुमार त्रिपाठी एवं रेलवे बोर्ड के अन्य सदस्यगण तथा वरिष्ठ रेल अधिकारियों, खिलाड़ियों और रेल कर्मचारियों ने भाग लिया। सत्र के दौरान सभी ने योग आसन किए।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भारतीय रेल पर प्रति वर्ष 21 जून को योगाभ्यास का आयोजन बड़े पैमाने पर किया जाता है, जिसमें विशेषज्ञ योग गुरूओं की देखरेख में अधिकारी, कर्मचारी, खिलाड़ी एवं परिजन उत्साहपूर्वक योगाभ्यास में भाग लेते है। पूर्व की भांति इस वर्ष भी 21 जून, 2022 को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जोनल रेलवे मुख्यालयों एवं मंडलों मुख्यालयों में योग के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा समय-समय पर जोनल रेलों पर इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
इस अवसर पर रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने पश्चिमी दुनिया का योग से परिचय करवाया। विश्व को एक बार फिर से योग के प्रति जागरूक करने और मानवता को इस प्राचीन अभ्यास का ज्ञान देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र जनरल एसेंबली में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव दिया। अब सारी दुनिया में योग किया जा रहा है और अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस को बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि लोग यह बात जान गए हैं कि अधिकतर स्वास्थ्य संबंधी विकार आधुनिक शहरी जीवन शैली का दुष्परिणाम है। तनाव, अनियमित आदतों और पर्यावरण के प्रदूषण से मनुष्य के जीवन की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। आंतरिक समन्वय लाने, रोगों का मुकाबला करने के लिए योग एक प्रभावी माध्यम है। इस योग सत्र से निश्चित रूप से रेल कर्मचारियों को लाभ पहुँचेगा।
भारत में प्राचीन काल से ही योग स्वस्थ जीवन का आधार रहा है। यह शरीर और मन के बीच समन्वय लाता है। नियमित रूप से योग करने से तनाव दूर करने, लचीलापन बढ़ाने, शरीर को मजबूती प्रदान करने और भावनात्मक स्थिरता, एकाग्रता और सकारात्मकता का विकास होता है। यह सदाचार को विकसित करके जीवन की गुणवत्ता बढ़ाता है।
पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून, 2015 को मनाया गया। तब से हर साल 21 जून को योग दिवस मनाया जा रहा है। योगासनों के समग्र और सूक्ष्म स्वरूप ने कोरोना महामारी के पश्चात् रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और मानसिक एवं भावनात्मक स्थिरता का विकास करने में मदद की है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से एक कदम पहले भारतीय रेल द्वारा योग के लाभों के संबंध में जागरूकता फैलाने के लिए इस सत्र का आयोजन किया गया।