September 10, 2019

सामाजिक संस्थाएं समाज का आईना हैं, सभी को सहभागी होना चाहिए -रामप्रसाद त्रिवेदी

शिक्षक दिवस समारोह में विधायक नरेंद्र पवार का स्वागत करते हुए कान्यकुब्ज मंडल, मुंबई के ट्रस्टी करुन्शंकर शुक्ल, संतोष अवस्थी एवं अन्य.

शिक्षक दिवस पर कान्यकुब्ज मंडल, मुंबई द्वारा कवि सम्मलेन का आयोजन

कल्याण : शिक्षक दिवस के अवसर पर सामाजिक, सांस्कृतिक क्षेत्र में वर्षों से सक्रिय मुंबई महानगर की सबसे पुरानी सामाजिक संस्था ‘कान्यकुब्ज मंडल, मुंबई’ की कल्याण शाखा द्वारा रविवार, 7 सितंबर को नूतन विद्यालय, कल्याण पश्चिम के फणसे सभाग्रह में एक विशाल कवि सम्मलेन का आयोजन किया गया. इस मौके पर प्रमुख अतिथियों में बिड़ला महाविद्यालय के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. रामप्रसाद त्रिवेदी, मंडल के ट्रस्टी करुणाशंकर शुक्ल, ट्रस्टी आर. डी. शुक्ल, रेलसमाचार के संपादक सुरेश त्रिपाठी, और श्रीमती नीरजा मिश्रा, संतोष अवस्थी, राधेश्याम अवस्थी, रमेश त्रिपाठी इत्यादि सहित मंडल के अन्य पदाधिकारीगण काफी संख्या में उपस्थित थे.

कान्यकुब्ज मंडल, मुंबई द्वारा शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के मंच पर ‘रेलसमाचार’ के संपादक सुरेश त्रिपाठी का सम्मान. साथ में मंच पर विराजमान हैं मुख्य अतिथि बिड़ला महाविद्यालय के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. रामप्रसाद त्रिवेदी, मंडल के ट्रस्टी आर. डी. शुक्ल और ट्रस्टी एवं कार्यक्रम के आयोजक करुणाशंकर शुक्ल.

इसअवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. रामप्रसाद त्रिवेदी ने अपने सारगर्भित संबोधन में कहा किसामाजिक संस्थाएं समाज का आईना होती हैं. उन्होंने सभाग्रह में लोगों की कमउपस्थिति, जिस पर समारोह के आयोजक करुणाशंकर शुक्ल द्वारा पहले ही थोड़ा क्षोभव्यक्त किया जा चुका था, की ओर इशारा और श्री शुक्ल के क्षोभ का शमन करते हुए कहाकि उन्हें इससे निराश नहीं होना चाहिए. ऐसी सभी संस्थाओं की लगभग यही स्थिति है.उन्होंने कहा कि समाज के लोग सामाजिक संस्थाओं से अपेक्षा तो बहुत करते हैं, मगर उनकेद्वारा आयोजित ऐसे साहित्यिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों में जब भाग लेने या उपस्थितहोने की बारी आती है, तो तमाम तरह के बहाने बनाकर कन्नी काट जाते हैं. तथापि इससे उनकीन तो अपेक्षा कम होती है, और न ही वह इनकी आलोचना करने से बाज आते हैं.

कवि सम्मलेन के मंच पर उपस्थित सभी कविगण.

इस मौके पर डॉ. त्रिवेदी ने यह भी कहा कि अपने समाज से जुड़ी सामाजिक संस्था को ‘अपना’ मानकर उसके कार्यक्रमों में तो समाज के लोगों को बड़ी संख्या में उपस्थित होकर पूरी सहभागिता करनी चाहिए, इससे समाज की जागरूकता का पता चलता है. उन्होंने इस अवसर पर अपने जीवन के कई अनुभव भी साझा किए, जिनसे उपस्थित लोगों को काफी प्रेरणा मिली और कार्यक्रम के आयोजक करुणाशंकर शुक्ल का क्षोभ भी काफी कम हुआ. हालांकि 4 बजे से शुरू हुए कार्यक्रम में शाम 6 बजे तक लोगों का आना जारी रहा और 8.30 बजे कार्यक्रम की समाप्ति तक सभाग्रह में अंततः पर्याप्त लोगों की उपस्थिति दर्ज हुई. इस मौके पर सभी अतिथियों एवं प्रमुख अभ्यागतों का शाल, स्मृतिचिन्ह और पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया.

शिक्षक दिवस समारोह में विधायक नरेंद्र पवार का स्वागत करते हुए कान्यकुब्ज मंडल, मुंबई के ट्रस्टी करुन्शंकर शुक्ल, संतोष अवस्थी एवं अन्य पदाधिकारीगण.

कार्यक्रम में स्थानीय विधायक नरेंद्र पवार ने हर बार की तरह इस बार भी अपनी गरिमामय उपस्थिति दर्ज कराई. मंडल के ट्रस्टी और कार्यक्रम के आयोजक करुणाशंकर शुक्ल के साथ संतोष अवस्थी एवं सुरेंद्र शर्मा ने श्री पवार का शाल, स्मृतिचिन्ह और पुष्पगुच्छ देकर सम्मान किया. इस मौके पर अपने संबोधन में विधायक श्री पवार ने कहा कि उन्हें हमेशा से उत्तर भारतीय समाज के सभी वरिष्ठ जनों और गुरुओं (डॉ. त्रिवेदी के छात्र रहे हैं विधायक नरेंद्र पवार) का आशीर्वाद और मार्गदर्शन मिलता रहा है. इसके लिए उन्होंने समाज के सभी लोगों का आभार व्यक्त किया और किसी भी समस्या के लिए कभी भी उनके पास बेहिचक आने का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि जल्दी ही होने जा रहा महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद वह कल्याण में एक भव्य कवि सम्मलेन का आयोजन करेंगे.

कवि सम्मलेन में सहभागी सभी कवियों ने अपनी कविताओं से उपस्थित लोगों का पर्याप्त मनोरंजन किया. कार्यक्रम का सुचारु संचालन ‘समस्त ब्राह्मण सेवा समाज, कल्याण’ के सचिव सुरेंद्र शर्मा ने किया. मंडल के ट्रस्टी और कार्यक्रम के आयोजक करुणाशंकर शुक्ल ने सभी कवियों और अभ्यागतों का आभार व्यक्त किया.