रेलवे इंजीनियर्स ने काली पट्टी बाधंकर जताया विरोध
सेफ्टी कमेटियों की रिपोर्ट लागू करने, ग्रुप ‘बी’ और समयबद्ध पदोन्नति देने की मांग
गोरखपुर ब्यूरो : पूर्वोत्तर रेलवे इंजीनियर्स एसोसिएशन, लखनऊ मंडल ने 27 दिसंबर को विभिन्न मुद्दों को लेकर रेल प्रशासन के विरुद्ध काली पट्टी बाधंकर काला दिवस मनाया. ऑल इंडिया रेलवे इंजीनियर्स फेडरेशन काफी लंबे समय से विभिन्न सेफ्टी कमेटियों की रिपोर्ट लागू करने, राजपत्रित दर्जा देने के साथ ही समयबद्ध पदोन्नति की मांग कर रहा है.
ऑल इंडिया रेलवे इंजीनियर्स फेडरेशन के आव्हान पर रेलवे ग्रुप ‘सी’ इंजीनियर्स द्वारा 26 नवंबर से 27 दिसंबर तक विरोध माह मनाया गया. इसकी घोषणा फेडरेशन ने काफी पहले की थी. तथापि रेल प्रशासन ने इस पर कोई तवज्जो नहीं दी.
उल्लेखनीय है कि 13 दिसंबर को रेलवे ग्रुप ‘सी’ इंजीनियर्स द्वारा दिल्ली में जन्तर-मन्तर पर धरना-प्रदर्शन के दौरान रेलमंत्री एवं अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड को ज्ञापन सौंपा गया था, लेकिन इंजीनियर्स की मांगें अब तक पूरी नहीं हुई हैं. इस मौके पर इंजीनियर्स ने सीधी भर्ती पर रेलवे बोर्ड द्वारा लगाई गई रोक के प्रति भी अपना रोष व्यक्त किया.
इसी क्रम में 27 दिसंबर को ग्रुप ‘सी’ इंजीनियर्स द्वारा काली पट्टी बाधंकर काला दिवस के रूप में रेल प्रशासन के खिलाफ विरोध जताया गया. इस विरोध प्रदर्शन में पूर्वोत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल में मंडल कार्यालय की सभी यूनिटों सहित डीजल शेड गोंडा, गोरखपुर, आनंदनगर, बस्ती, मनकापुर, बलरामपुर, बढ़नी, सीतापुर, जरवलरोड, बहराइच, नानपारा, तिकुनिया, मैलानी एवं लखीमपुर के इंजीनियर्स शामिल थे.
यह जानकारी पूर्वोत्तर रेलवे इंजीनियर्स एसोसिएशन, लखनऊ मंडल के अध्यक्ष जेड. यू. सिद्दीकी ने ‘रेल समाचार’ को ईमेल भेजकर दी है.