नि:शब्द, अवाक “सरकारी”, दरवाजे के पीछे से मुस्करा रहा “प्राइवेट”
देश में चल रही निजीकरण और निगमीकरण की बयार पर सोशल मीडिया में एक मजेदार व्यंग्य शेयर…
देश में चल रही निजीकरण और निगमीकरण की बयार पर सोशल मीडिया में एक मजेदार व्यंग्य शेयर…
तलवे चाटो, हुक्म बजाओ, एक्सटेंशन/री-एंगेजमेंट पाओ! सुरेश त्रिपाठी “अगर तलवे चाटोगे, तो 60 के बाद…
सीसीआरएस निरीक्षण के दौरान उजागर हुआ पूर्व मध्य रेलवे निर्माण संगठन के अधिकारियों का भ्रष्टाचार…
देश को चलाने वाले साहब रेल हित में और देश हित में एक ‘मां’ की…
जूडिशियरी, मिलीटरी सहित राज्यों तक कायम है टीएडीके की व्यवस्था सुरेश त्रिपाठी टेलीफोन सहायक/डाक खलासी…
जरूरत है रेलवे बोर्ड विजिलेंस में बैठे सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को अविलंब बदला जाए…
जनता को लुटवाने और निजी कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाया जा रहा है…
जब तक चमचों/चाटुकारों की फौज को भी दंडित नहीं किया जाएगा, तब तक जीएम जैसे…
जबरन थोपी जाने वाली किसी भी मॉडेलिटी के खिलाफ विद्रोह करने को तैयार हैं अधिकारी…
रेलवे को बदनाम करने के पीछे क्या है रेलमंत्री और सीआरबी का उद्देश्य? सुरेश त्रिपाठी…