राजभाषा हिंदी के प्रयोग-प्रसार को बढ़ावा दिया जाए -विनोद कुमार यादव

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दक्षिण मध्य रेलवे क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक संपन्न

सिकंदाराबद : दक्षिण मध्य रेलवे, प्रधान कार्यालय, सिकंदाराबद में क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 158वीं बैठक दक्षिण मध्य रेलवे, प्रधान कार्यालय, सिकंदाराबद में संपन्न हुई. बैठक की अध्यक्षता करते हुए दक्षिण मध्य रेलवे के महाप्रबंधक विनोद कुमार यादव ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि ‘ग’ क्षेत्र में होने के बावजूद दक्षिण मध्य रेलवे पर राजभाषा के क्षेत्र में अत्यंत सराहनीय कार्य हो रहा है. उन्होंने कहा कि जहां कहीं थोड़ी बहुत कमी रह गई हो, उसे पूरा करने की कोशिश की जाए. महाप्रबंधक श्री यादव ने कहा कि हिंदी में शत-प्रतिशत कार्य के लिए नामित अनुभागों में हिंदी में काम करने को प्राथमिकता दी जाए.

उन्होंने दक्षिण मध्य रेलवे पर कनिष्ठ अनुवादकों की रिक्तियों को भरने के लिए रेल मंत्रालय के साथ विचार-विमर्श करने का आश्वासन दिया. दक्षिण मध्य रेलवे की हिंदी पत्रिका ‘रेल सुधा’ के प्रकाशन के लिए उन्होंने रचनाकारों और राजभाषा विभाग को बधाई दी और कहा कि इसमें प्रकाशित लेखों का स्तर बहुत अच्छा है. उन्होंने कहा कि राजभाषा के प्रयोग-प्रसार तथा स्थानीय प्रतिभाओं को बढ़ावा देने में ऐसी हिंदी पत्रिकाओं के प्रकाशन का विशेष महत्व होता है. इससे अधिकारियों एवं कर्मचारियों की साहित्यिक प्रतिभा भी विकसित और उजागर होती है.

इससे पहले बैठक में उपस्थित सदस्यों का स्वागत करते हुए मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर अ.आ.फडके ने कहा कि प्रत्येक कार्यालय में हर तिमाही में राजभाषा कार्यान्वयन बैठकों का आयोजन करना अनिवार्य है. समिति के सदस्यों के साथ विचार-विमर्श से राजभाषा मदों में प्रगति की जा सकती है. मुख्यालय द्वारा जारी वार्षिक कार्ययोजना के अनुसार सभी कार्यालयों में राजभाषा के प्रयोग-प्रसार संबंधी कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए.

बैठक के दौरान उप महाप्रबंधक (राजभाषा) डॉ. श्याम सुंदर साहू ने पिछली तिमाही और पिछले वर्ष के दौरान प्रधान कार्यालय, मंडलों और कारखानों द्वारा किए गए कार्यों का ब्यौरा दिया और राजभाषा कार्यान्वयन संबंधी विविध मदों पर कार्यालयों की प्रगति की समीक्षा की.

इस बैठक में सभी विभाग प्रमुख, अपर मंडल रेल प्रबंधक, मुख्य कारखाना प्रबंधक, मुख्यालय राजभाषा कार्यान्वयन समिति के सदस्य, राजभाषा अधिकारी एवं अनुवादक उपस्थित थे. उपस्थित सभी अधिकारियों ने अपने-अपने कार्यालयों में हिंदी में हो रहे कार्य और आगामी तिमाही में अमल में लाई जाने वाली कार्ययोजना के बारे में जानकारी दी. अंत में एम. के. नागराजु, राजभाषा अधिकारी, प्रधान कार्यालय द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ बैठक संपन्न हुई.


पुनर्गठित मुख्यालय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक का आयोजन

इससे पहले 19 जून को दक्षिण मध्य रेलवे, प्रधान कार्यालय, सिकंदराबाद में पुनर्गठित मुख्यालय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक अ.आ.फडके, मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रमुख मुख्य विद्युत अभियंता की अध्यक्षता में आयोजित की गई. इस बैठक में प्रधान कार्यालय के सभी विभागों और इसके अंतर्गत आनेवाले सभी अनुभागों के सदस्यों ने भाग लिया. सदस्य सचिव एवं राजभाषा अधिकारी/प्र.का. एम.के.नागराजु के स्वागत भाषण के साथ बैठक आरंभ हुई.

अध्यक्ष एवं मुख्य राजभाषा अधिकारी ने मुख्यालय राजभाषा कार्यान्वयन समिति के पुनर्गठन के उद्देश्य को बताते हुए कहा कि इस समिति के माध्यम से मुख्यालय के हर विभाग और यूनिट में राजभाषा के कार्य को बढ़ावा देना है. इस समिति के लिए नामित सदस्य राजभाषा संपर्क अधिकारी के रूप में काम करेंगे और अपने-अपने विभाग में राजभाषा कार्यान्वयन संबंधी कार्यों का नियमित रूप से जायजा लेंगे. इसके लिए राजभाषा विभाग हर प्रकार से सहायता करेगा, राजभाषा विभाग अन्य विभाग के कर्मचारियों को प्रशिक्षित और प्रेरित करेगा, उनको मार्गदर्शन दिया जाएगा. विभागों में राजभाषा के कार्य को बढ़ावा देने की जिम्मेदारी उस विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की होगी. सदस्यों के साथ निरंतर संपर्क बनाए रखने के लिए और राजभाषा के प्रयोग-प्रसार के लिए एक व्हाट्सऐप ग्रुप बनाए जाएं, जिसमें प्रतिदिन एक हिंदी वाक्य, शब्द और उसका पर्याय लिखा जाए.

समिति के उपाध्यक्ष एवं उप महाप्रबंधक (रा.भा.) डॉ. श्याम सुंदर साहू ने अपने संबोधन में कहा कि विभागों में राजभाषा हिंदी में हो रहे कार्य की प्रगति से संबंधित मासिक, त्रैमासिक प्रगति रिपोर्ट समय पर राजभाषा अनुभाग को भेजी जाए. सभी विभागों में अधिकारियों, कर्मचारियों और आशुलिपिकों के हिंदी प्रशिक्षण से संबंधित रोस्टर अद्यतन किया जाए. अधिकारियों द्वारा हिंदी मदों के निरीक्षण के लिए चेक लिस्ट का उपयोग किया जाए. फाइल कवरों और रजिस्टरों पर विषय अनिवार्य रूप से हिंदी-अंग्रेजी द्विभाषिक रूप में बनवाए जाएं. राजभाषा अधिकारी/प्र.का. एम. के. नागराजु के धन्यवाद प्रस्ताव के बाद बैठक समाप्त हुई.