सीनि.डीसीएम/त्रिची के साथ मारपीट करने वाले यूनियन वालों के विरुद्ध एफआईआर
मद्रास हाई कोर्ट की मदुरै बेंच ने दिया है पुलिस को एफआईआर दर्ज करने का आदेश
तिरुचिरापल्ली : मद्रास हाई कोर्ट की मदुरै बेंच ने पिछले हप्ते तिरुचिरापल्ली की कैंटोनमेंट पुलिस को दक्षिण रेलवे मजदूर यूनियन (एसआरएमयू) के उन 10 पदाधिकारियों के खिलाफ नामजद और 30 अन्य अनजान कार्यकर्ताओं के विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज कर गहराई से जांच किए जाने का आदेश दिया है, जिन्होंने 5 अक्टूबर 2016 को तिरुचिरापल्ली (त्रिची) मंडल, दक्षिण रेलवे के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक (सीनियर डीसीएम) अरुण थॉमस के चैम्बर में अनधिकार घुसकर उनके साथ मारपीट, धक्कामुक्की और गाली-गलौज करने सहित उन्हें जान से मार देने की धमकी दी थी.
श्री थॉमस ने हाई कोर्ट का रुख तब किया था, जब यूनियन एवं उसके परिचित प्रभावशाली राजनीतिज्ञों के दबाव में पुलिस उक्त यूनियन पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के विरुद्ध कोई उचित कार्रवाई नहीं कर रही थी, बल्कि उनके खिलाफ ही कर्मचारियों/यूनियन की शिकायत भी दर्ज कर ली थी. हाई कोर्ट ने कैंटोनमेंट पुलिस, त्रिची को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 147 (हंगामा करना), 447 (अपराधिक घुसपैठ), 294-बी (सार्वजनिक स्थान पर अभद्र एवं असंवैधानिक भाषा का प्रयोग) और 506/आई (जान से मारने की अपराधिक धमकी) के तहत अपराधिक मामला दर्ज कर गंभीरतापूर्वक जांच करने का आदेश दिया है. श्री थॉमस ने अपनी लिखित शिकायत में यूनियन के 10 मंडल पदाधिकारियों को नामजद किया है. इसके अलावा 30 अन्य अनजान कार्यकर्ताओं के विरुद्ध भी उन्होंने शिकायत की है, जो कि हंगामा करने और धमकी देने में शामिल थे.
प्राप्त जानकारी के अनुसार श्री थॉमस की इस एफआईआर में पार्सल क्लर्क एवं सहायक मंडल सचिव, एसआरएमयू/त्रिची इसाक जॉनसन, चीफ टिकट इंस्पेक्टर/त्रिची वी. थमाराई सेल्वन, चीफ टिकट इंस्पेक्टर/मयिलाडूथूराई बी. जयचंद्रन, इन्क्वारी-कम-रिजर्वेशन क्लर्क/त्रिची सैय्यद ताजुद्दीन असलम, डिवीजनल रेलवे हॉस्पिटल/त्रिची की मैट्रन शांति थंगम, फिटर/त्रिची एम. ए. मार्टिन को नामजद किया गया है. जबकि 30 अन्य के नाम अनजान बताए गए हैं. इसके अलावा कर्मचारियों की तरफ से भी श्री थॉमस के विरुद्ध पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है. पुलिस ने दोनों पार्टियों को सीएसआर रिसिप्ट जारी की है. बताते हैं की पुलिस ने अब तक उक्त कर्मचारियों में से किसी की भी गिरफ़्तारी नहीं की है.
उल्लेखनीय है कि सीनियर डीसीएम/त्रिची अरुण थॉमस के साथ उनके चैम्बर में मारपीट, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने वाली इस घटना के बाद 11 कर्मचारियों को निलंबित किया गया था और इनमें से चार कर्मचारियों का इंटर डिवीजन ट्रांसफर किया गया था, जिसे सीआरबी ने रुकवा दिया था. बताते हैं कि भ्रष्टाचार में लिप्त कई टिकट चेकिंग स्टाफ के लिंक ड्यूटी रोस्टर का पालन नहीं करने पर प्रशासन ने कार्रवाई की थी. प्रशासन द्वारा त्रिची मंडल में सालों बाद टिकट चेकिंग स्टाफ सहित बुकिंग स्टाफ, आरक्षण एवं पार्सल स्टाफ का ड्यूटी रोस्टर बनाए जाने से नाराज कर्मचारियों और यूनियन पदाधिकारियों का कहना था कि उनसे पूछे बिना ही नया लिंक ड्यूटी रोस्टर बनाया गया? जबकि यह लिंक ड्यूटी रोस्टर दक्षिण रेलवे मुख्यालय द्वारा बनाया गया था.