हादसों का रेल कारखाना: मध्य रेलवे, माटुंगा वर्कशॉप में आखिर वही हुआ जिसका डर था!
माटुंगा वर्कशॉप प्रशासन की लापरवाही का परिणाम, दो महीने के दरम्यान 9वीं क्रेन दुर्घटना में एक निर्दोष कर्मचारी की मौत, दूसरा गंभीर रूप से घायल
मध्य रेलवे के माटुंगा कारखाना प्रशासन और कुछ अधिकारियों की लापरवाही तथा ठेकेदारों पर उपकार का खामियाजा एक निर्दोष कर्मचारी को भुगतना पड़ा और उसकी जान चली गई, जबकि दूसरा घायल कर्मचारी भायखला रेलवे अस्पताल के आईसीयू वार्ड में गंभीर हालत में भर्ती है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार माटुंगा वर्कशॉप प्रशासन मूकदर्शक बना रहा और दो महीनों के दरम्यान 15 जनवरी 2023 को यहां 9वीं क्रेन दुर्घटना हो गई। कारखाने के वरिष्ठ कर्मचारियों का कहना है कि आखिर वही हुआ जिसका डर था!
माटुंगा कारखाने में हॉइस्ट/ईओटी क्रेन की स्थापना, संचालन और रखरखाव के संरक्षा कार्यों को ठेके पर देने तथा ठेकेदार द्वारा काम की अपूर्ण/निम्न गुणवत्ता के कार्य करने और कुछ अधिकारियों द्वारा ठेकेदारों को संरक्षित करने के कारण 2 महीने के भीतर माटुंगा कार्यशाला में ईओटी क्रेन/हॉइस्ट विफलताओं की 9वीं घातक दुर्घटना हुई।
बार-बार खराबी/असुरक्षित संचालन की शिकायतों के बाद भी ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई और संबंधित शॉप प्रभारियों को अधूरे /घटिया काम को प्रमाणित करने तथा रेलकर्मियों द्वारा रेलवे के संसाधनों का उपयोग करते हुए ऐसे कामों को पूरा करने या ठीक करने के लिए मजबूर किया गया।
संबंधित अधिकारियों द्वारा परिचालन और व्यक्तिगत संरक्षा/सुरक्षा के प्रति उदासीनता के परिणामस्वरूप, कई खतरनाक हादसे दो महीने के भीतर हुए और आने वाले दिनों में और भी होने की संभावना बनी हुई है-
1) 26 नवंबर 2022: ईओटी क्रेन नं. 2464 उत्थापन वायर टूट गई।
2) 03 दिसंबर 2022: ईओटी क्रेन नं. 2439 ब्रेकिंग नॉच टूटा।
3) 16 दिसंबर 2020: ईओटी क्रेन नं. 1803 उत्थापन हुक टूट गया।
4) 19 दिसंबर 2022: ईओटी क्रेन नं. घिसे-पिटे थ्रेड के कारण 2524 लिफ्टिंग ग्रैबलर नीचे गिर गया – दुर्घटना से तीन दिन पहले ही ठेकेदार द्वारा प्रमाणित।
5) 12 जनवरी 2023: ईओटी क्रेन नं. 2464 पूरी उत्थापन युनिट गिर गई।
6) 13 जनवरी 2023: क्रेन नं. 2462 पूरी उत्थापन असेंबली व्हील सेट लोड के साथ गिर गई।
7) 13 जनवरी 2023: क्रेन 2464 मरम्मत के बाद उत्थापन करने में फेल।
8) 13 जनवरी 2023: 2315 क्रेन की लिमिट स्विच फेल, लोड लटका रहा।
9) 15 जनवरी 2023: क्रेन 2463 पर मरम्मत कार्य कर रहे दो कर्मचारी असुरक्षित कार्यदशा के कारण 20 फीट ऊंचाई से गिरे, एक की मौत और दूसरा गंभीर रूप से घायल।
कर्मचारियों का कहना है कि ईओटी क्रेन की स्थापना, संचालन और रखरखाव में गंभीर “प्रणालीगत खामियां” हैं और लापरवाह ठेकेदार एवं अधिकारियों को बचाने तथा संरक्षा/सुरक्षा से समझौता करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
उनका यह भी कहना है कि ठेकेदारों के आधे-अधूरे और घटिया कार्यों और लगातार हो रही दुर्घटनाओं की जानकारी उच्च अधिकारियों को भी दी गई थी किन्तु उन्होंने भी तत्काल कोई कदम नहीं उठाए। आश्चर्य इस बात का है कि एक कर्मचारी की मौत के बावजूद रेल प्रशासन लापरवाह अधिकारियों और दोषी ठेकेदारों पर कार्रवाई करने में आनाकानी कर रहा है। कारखाना प्रशासन हादसों पर लीपापोती करने की कोशिश कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि इसी तरह 30 जुलाई 2022 को माटुंगा वर्कशॉप में कार्यरत ठेकेदार फर्म विकास कंस्ट्रक्शन का एक वर्कर अफरोज शेख लगभग 50 फीट की ऊंचाई से गिर गया था। उसकी जान तो नहीं गई थी, क्योंकि नीचे वहां मशीनें या कबाड़ नहीं था, मगर बहुत गंभीर रूप से घायल हुआ था।
“जब विभाग का #PHOD रिश्वतखोर हो, उस पर 56J की तलवार लटक रही हो, और रेल का शीर्ष नेतृत्व केवल चमक-दमक में लगा हो, तब मातहत अधिकारी लापरवाह होते ही हैं! #Safety जब ठेकेदारों के हवाले होती है, जब अधिकारी बेफिक्र होते हैं, तब ऐसे हादसे होते हैं!”
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