सभी परियोजनाओं को पूरी गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा किया जाए -महाप्रबंधक/पूर्वोत्तर रेलवे
गोरखपुर ब्यूरो: पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी ने स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर 15 अगस्त, 2021 को सैयद मोदी रेलवे स्टेडियम, गोरखपुर में आयोजित समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस अवसर पर उन्होंने रेलवे सुरक्षा बल, नागरिक सुरक्षा संगठन के सदस्यों, स्काउट/गाइड एवं रेलवे विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत परेड का निरीक्षण किया।
इस अवसर पर महाप्रबंधक श्री त्रिपाठी ने संरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 14 रेलकर्मियों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया। तत्पश्चात पूर्वोत्तर रेलवे कला समिति के कलाकारों एवं रेलवे विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने देश भक्ति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी ने रेलकर्मियों, उनके परिजनों तथा आमजन को स्वतंत्रता दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मैं देश की स्वतंत्रता हेतु अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों एवं देशभक्तों को नमन करता हूँ। देश की एकता और अखंडता के प्रति निष्ठा व्यक्त करने हेतु पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर, छपरा, बनारस, बलिया, इज्जतनगर, सीवान एवं वाराणसी सिटी स्टेशनों पर राष्ट्रीय ध्वज लगाया गया है।
उन्होंने कहा कि गाजीपुर सिटी-औड़िहार (40 किमी.) एवं कछवा रोड-ज्ञानपुर रोड (29 किमी.) खंड के दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण का कार्य तथा बलिया-गाजीपुर सिटी दोहरीकरण परियोजना के अंतर्गत बलिया-फेफना (12.54 किमी.) खंड का दोहरीकरण कार्य पूरा कर लिया गया है। पूर्वोत्तर रेलवे पर चल रही विद्युतीकरण परियोजनाओं पर प्रकाश डालते हुए श्री त्रिपाठी ने कहा कि वर्ष 2023 तक पूर्ण होने के उपरांत पूर्वोत्तर रेलवे पर रेल लाइनों का शत-प्रतिशत विद्युतीकरण हो जाएगा।
महाप्रबंधक ने कहा कि पूर्वोत्तर रेलवे पर औसतन 151 जोड़ी मेल/पैसेंजर स्पेशल गाड़ियों का संचालन विद्युत लोको से हो रहा है। यांत्रिक कारखाना, गोरखपुर में एलएचबी डबल डेकर कोचों का अनुरक्षण प्रारम्भ हो गया है। इस रेलवे पर आधुनिक 44 एलएचबी रेकों से 68 गाड़ियों का परिचालन हो रहा है।
कम्प्यूटरीकृत यात्री आरक्षण केंद्रों पर कुल 215 पीओएस मशीनें उपलब्ध कराई गई हैं। चालू वित्त वर्ष में जुलाई, 2021 तक पूर्वोत्तर रेलवे पर ‘रेल मदद’ पर जनपरिवाद के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण की औसत अवधि मात्र 10 मिनट है, जो भारतीय रेल में सर्वश्रेष्ठ है।
पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख स्टेशनों पर 24 स्कैलेटर एवं 25 लिफ्ट लगाए जा चुके हैं तथा 4 स्कैलेटर एवं 2 लिफ्ट लगाने का कार्य प्रगति पर है। सभी उपयुक्त 295 स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है।
महाप्रबंधक श्री त्रिपाठी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में जुलाई, 2021 तक पूर्वोत्तर रेलवे पर 1.19 मीलियन टन माल का लदान हुआ, जो पिछले वर्ष की तुलना में 112.5 प्रतिशत अधिक है। चालू वित्त वर्ष में जुलाई, 2021 तक मेल/एक्स गाड़ियों का समयपालन 96 प्रतिशत रहा, जो रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित लक्ष्य से 16 प्रतिशत अधिक है।
पूर्वोत्तर रेलवे पर कुल 761 पुराने आईसीएफ कोचों को एनएमजी वैगन में परिवर्तित किया गया है, जिनके माध्यम से ऑटोमोबाइल्स एवं एफएमसीजी की लोडिंग की जा रही है। इस वर्ष में जुलाई, 2021 तक की अवधि में मालगाड़ियों की औसत गति 50 किमी. प्रति घंटा रही है, जो गत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 28 प्रतिशत अधिक है।
चालू वित्त वर्ष में जुलाई तक आरम्भिक यात्री यातायात से ₹431.44 करोड़ की आय हुई। इसी प्रकार जुलाई, 2021 तक माल यातायात से ₹157.55 करोड़ की आय हुई, जो गत वर्ष की तुलना में 103.74 प्रतिशत अधिक है।
यात्रियों से टिकट जांच राजस्व प्राप्त करने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे के सभी टीटीई को पीओएस मशीन उपलब्ध कराई जा रही है। महाप्रबंधक ने कहा कि वर्ष 2020-21 में पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा कोविड-19 के दुष्प्रभाव के बावजूद स्क्रैप बिक्री में रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारत ₹150 करोड़ के लक्ष्य के सापेक्ष ₹229.1 करोड़ की स्क्रैप बिक्री कर सर्वकालिक नया आयाम स्थापित किया गया।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि इस वर्ष भी कोई परिणामी दुर्घटना नही हुई है। कुल 107 किमी. रेल नवीनीकरण, 138 टर्न आउट एवं 284 किमी. प्लेन ट्रैक की डीप स्क्रीनिंग, 111 टर्न आउट तथा 11 किमी. पीएससी स्लीपर का रिन्यूअल किया गया तथा मुख्य मार्ग पर 67 थिक वेब स्विच लगाए गए। इसके अलावा कुल 125 समपारों को समाप्त किया गया।
महाप्रबंधक श्री त्रिपाठी ने कहा कि कुल 3224 सवारी यानों में 11611 बायो-टॉयलेट लगाए जा चुके हैं। वृक्षारोपण के तहत वर्ष 2020 में 9 लाख पौधे लगाए गए थे तथा वर्ष 2021 में जुलाई, 2021 तक 6.27 लाख पौधे लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर रेलवे में 4.72 एमडब्ल्यूपी क्षमता के रूफ टाॅप सोलर पैनल लगाए गए हैं, जिनसे वर्तमान वित्त वर्ष में 11.95 लाख यूनिट सौर ऊर्जा का उत्पादन हुआ। फलस्वरूप ₹51.8 लाख के रेल राजस्व की बचत हुई।
हेड ऑन जेनरेशन द्वारा विद्युत आपूर्ति का कार्य 29 जोड़ी गाड़ियों में किया जा रहा है, जिसके फलस्वरूप वर्तमान वित्त वर्ष की प्रथम तिमाही में लगभग ₹22 करोड़ के रेल राजस्व की बचत हुई है।
महाप्रबंधक श्री त्रिपाठी ने कहा कि कोविड की दूसरी लहर के दौरान ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय, गोरखपुर में कुल 65 बेड की व्यवस्था की गई तथा 272 कोरोना मरीजों का उपचार किया गया। कोरोना की सम्भावित तीसरी लहर को देखते हुए इस केंद्रीय चिकित्सालय, गोरखपुर में 16 बेड का पेडियाट्रिक वार्ड बनाया गया है।
पूर्वोत्तर रेलवे के कुल 33,365 रेलकर्मियों एवं उनके आश्रितों का कोरोना टेस्ट किया गया। अभी तक प्रथम डोज में कुल 45,963 रेलकर्मियों एवं उनके 36,173 आश्रितों का टीकाकरण किया गया। इसके अतिरिक्त द्वितीय डोज में 17,899 रेलकर्मियों एवं 16,388 आश्रितों का टीकाकरण किया गया। टीकाकरण का कार्यक्रम निरंतर जारी है।
500 लीटर प्रति मिनट की क्षमता के ऑक्सीजन प्लांटों को मंडल चिकित्सालय इज्जतनगर एवं बादशाहनगर में स्थापित करने का कार्य प्रगति पर है। 500 लीटर प्रति मिनट की क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय, गोरखपुर तथा मंडल चिकित्सालय वाराणसी में 250 लीटर प्रति मिनट क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया गया है।
महाप्रबंधक ने कहा कि रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा पूर्वोत्तर रेलवे हेतु ग्रुप-सी एवं ग्रुप-डी के 6270 पदों पर नियुक्ति हेतु प्रक्रिया चल रही है। वर्ष 2021-22 में अभी तक 36 मृतक आश्रितों को नियुक्ति प्रदान की गई है। कोविड-19 के कारण मृत रेल कर्मचारियों के आश्रितों को कर्मचारी कल्याण निधि से ₹2 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। एचआरएमएस के अंतर्गत अब तक 44,329 कर्मचारियों का मास्टर डाटा एवं 43,302 कर्मचारियों का सेवा अभिलेख एचआरएमएस पोर्टल पर लोड कर दिया गया है तथा यह कार्य अनवरत जारी है।
महाप्रबंधक श्री त्रिपाठी ने कहा कि आरक्षित ई-टिकट एवं साफ्टवेयर डेवलप कर अनधिकृत टिकट बेचने वालों के विरूद्ध अभियान चलाकर सुरक्षा विभाग की टीमों द्वारा लगभग ₹50 करोड़ के अर्जित सम्पत्ति का खुलासा हुआ है। वर्ष 2021 में आरक्षण दलालों के विरूद्ध 101 मामले पंजीकृत कर 121 अभियुक्तों के खिलाफ विधिक कार्यवाही की गई। अभियुक्तों के पास से ₹97.26 लाख मूल्य के टिकटों की बरामदगी की गई। महाप्रबंधक श्री त्रिपाठी ने कहा कि मंडुवाडीह स्टेशन का नाम 15 जुलाई, 2021 से परिवर्तित करके बनारस कर दिया गया है।
उन्होंने रेलकर्मियों से अपील की कि सभी परियोजनाओं को पूरी गुणवत्ता एवं मितव्ययिता के साथ समय से पूरा करें, रेल संरक्षा एवं सुरक्षा के कार्यों को प्राथमिकता दें तथा रेल परिसर को स्वच्छ रखने में अपना पूर्ण योगदान दें।
महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी ने पूर्वोत्तर रेलवे महिला कल्याण संगठन की अध्यक्ष श्रीमती मीना त्रिपाठी के साथ नरवो डिजनी वर्ल्ड में ध्वजारोहण किया। श्रीमती मीना त्रिपाठी ने ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय में सुश्रुत मेडिकल लाइब्रेरी का उद्घाटन किया तथा अंतरंग रोगियों में उपहार वितरित किया। इस अवसर पर महाप्रबंधक श्री त्रिपाठी ने चिकित्सालय में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया।
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