December 19, 2019

आईआरसीटीसी के अधिकृत एजेंटों द्वारा ई-टिकट पर निर्धारित राशि से अधिक वसूली

जेडआरयूसीसी सदस्यों ने आवश्यक कार्यवाही हेतु जीएम एवं आईआरसीटीसी को लिखा पत्र

अहमदाबाद : क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति, पश्चिम रेलवे के सदस्य योगेश मिश्रा एवं किंजन पटेल ने महाप्रबंधक, पश्चिम रेलवे और चीफ ग्रुप मैनेजर (सीजीएम) आईआरसीटीसी, पश्चिम जोन को एक पत्र लिखकर कहा है कि अहमदाबाद मंडल के अंतर्गत दहेगाम स्टेशन के करीब स्थित दहेगाम गांव में आस्था टूर एंड ट्रेवल्स नामक संस्था को आईआरसीटीसी की ई-टिकट बनाने की एजेंसी प्रदान की गई है, वह यात्रियों से निर्धारित शुल्क, रेलवे की टिकट का प्रिंट देने के लिए प्रति व्यक्ति ₹300 अतिरिक्त राशि की वसूली की जाती है।

सदस्यों का कहना है कि एजेंसी का यह कृत्य पूरी तरह से असंवैधानिक है,  यात्रियों का शोषण है और यह रेल टिकटों की खुलेआम कालाबाजारी है।

उन्होंने लिखा है कि इस तरह के अनधिकृत कार्य को रोकने के लिए तुरंत उचित कार्रवाई की जाए  एवं अधिकृत एजेंटों की नियमित जांच की जाए,  कि यात्रियों से अधिक राशि की वसूली न करें। सतर्कता विभाग को सूचित किया जाए कि इन एजेंटों पर तुरंत कार्यवाही करें।

उन्होंने पत्र में उदाहरण देते हुए बताया है कि हम आपको आस्था टूर एंड ट्रेवल्स का टिकट हमारे माननीय सदस्य ने स्वयं ही क्रय किया है, जो हम आप को सबूत के लिए बता सकते हैं। इस टिकट पर प्रति व्यक्ति ₹300 अतिरिक्त, टिकट पर लिखी कीमत से अधिक राशि ली गई है, जो यह प्रमाणित करता है।

उनका कहना है कि यदि जेडआरयूसीसी सदस्य से स्वयं उसके टिकट के पर इस तरह से अधिक धनराशि वह ले रहे हैं, तो जाहिर है कि अन्य व्यक्तियों से भी ₹300 से ₹500 अतिरिक्त लेते ही होंगे, जो कि रेलवे अधिनियम के तहत पूरी तरह अनधिकृत कार्य है।

इस कार्य के लिए इस संस्था पर तो कार्यवाही की जाए,  परंतु आईआरसीटीसी के द्वारा मान्य अन्य एजेंसियों की भी नियमित जांच की जाए और उन पर कड़ी कार्यवाही की जाए, जिससे कि रेलवे की छवि, एजेंट लोग जो खराब कर रहे हैं, इसे धूमिल होने से बचाया जा सके।