कर्मचारीगण खुद की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बाद ही काम करें -अभिषेक कुमार
कर्मचारियों की मौत पर रेल प्रशासन को गंभीर मंथन करना चाहिए -नीलम सिन्हा
आईआरएसटीएमयू ने किया समस्तीपुर में संरक्षा सम्मेलन का आयोजन
‘संरक्षा मार्गदर्शक पुस्तिका’ एवं ‘एसएंडटी समाचार’ का विमोचन
समस्तीपुर : इंडियन रेलवे एसएडंटी मेंटेनर्स युनियन (आईआरएसटीएमयू) द्वारा हाल ही में समस्तीपुर में संरक्षा सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में समस्तीपुर मंडल के वरिष्ठ मंडल संकेत एवं दूरसंचार अभियंता अभिषेक कुमार, विशेष अतिथियों में ‘लोजपा’ की महिला प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती नीलम सिन्हा, मंडल संरक्षा अधिकारी डी. के. चांद, सहायक मंडल संकेत एवं दूरसंचार अभियंता नियाज अहमद उपस्थित थे. सम्मलेन की शुरुआत सरस्वती वंदना एवं मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण से हुई. इस अवसर पर आईआरएसटीएमयू द्वारा प्रकाशित एक “संरक्षा मार्गदर्शक पुस्तिका” का विमोचन अभिषेक कुमार ने और ‘एसएंडटी समाचार’” का विमोचन श्रीमती नीलम सिन्हा ने किया.
सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीनियर डीएसटीई अभिषेक कुमार ने कहा कि हमारे कर्मचारी अपना कार्य पूरी सजगता और सतर्कता के साथ करें. उन्होंने कहा यह भी कि कर्मचारीगण रेलवे एवं खुद की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बाद ही काम की शुरुआत करें. प्रशासन की ओर से उन्हें हर प्रकार का सहयोग प्रदान करने की भरपूर कोशिश की जाएगी. सम्मेलन में बड़ी संख्या में उपस्थित एसएंडटी कर्मियों को संबोधित करते हुए लोजपा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती नीलम सिन्हा ने कहा कि भारतीय रेलवे में संकेत एवं दूरसंचार विभाग की अहम् भुमिका है. गाड़ियों का समयबद्ध परिचालन संकेत एवं दूरसंचार विभाग के सहयोग के बिना नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि ट्रेनों की सुरक्षा एवं संरक्षा सीधे तौर पर एसएंडटी विभाग के पर निर्भर है.
श्रीमती सिन्हा ने कर्मचारियों को कार्य के दौरान खुद की सुरक्षा का खास ध्यान रखने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि हाल ही में जिस प्रकार संकेत एवं दूरसंचार विभाग के कई कर्मचारी रनओवर हुए हैं, वह अत्यंत दुःखद है. उन्होंने कहा कि उन्हें मिली जानकारी के अनुसार पिछले दो सालों में करीब 35 संकेत एवं दूरसंचार कर्मचारी रनओवर, दुर्घटना का शिकार अथवा पब्लिक द्वारा मार दिए गए हैं. यह काफी चिंता का विषय है. इस पर रेल प्रशासन को गंभीरता से मंथन करना होगा.
आईआरएसटीएमयू के राष्ट्रीय महासचिव आलोक चंद्रप्रकाश ने संकेत एवं दूरसंचार विभाग की विभिन्न समस्याओं के बारे में बताते हुए कहा कि आईआरएसटीएमयू के प्रतिनिधि मंडलों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन कुमार, के. के. मिश्रा, आलोक चंद्रप्रकाश तथा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लोकेश कुमार के नेतृत्व में 2 सितंबर को चक्रधरपुर, 6 सितंबर को इंदौर, 2 सितंबर को गांधीनगर, 1 नवंबर को कोटा तथा 14 नवंबर को बांदीकुई में चेयरमैन, रेलवे बोर्ड आश्वनी लोहानी से मुलाकात की. इन प्रतिनिधि मंडलों ने मुलाकात के दौरान संकेत एवं दूरसंचार विभाग की विभिन्न समस्याओं से सीआरबी को अवगत कराया. आलोक चंद्रप्रकाश ने कहा कि हमारे आकड़ों के मुताबिक जुलाई 2016 से नवंबर 2018 तक करीब 35 संकेत एवं दूरसंचार कर्मचारी रनओवर या दुर्घटना अथवा पब्लिक द्वारा मार दिए गए हैं.
उनका कहना था कि संकेत एवं दूरसंचार विभाग का ज्यादातर काम खतरों से भरा होता है. ज्यादातर संकेत एवं दूरसंचार उपकरण दूरदराज जंगलों में स्थित होते हैं और उन तक पहुंचकर जान जोखिम में डाल कर उनका अनुरक्षण तथा फेलियर ट्रेनों की पंक्चुअलिटी को ध्यान में रखते हुए ठीक करना होता है. अतः संकेत एवं दूरसंचार कर्मचारियों को मूल-वेतन का 10% रिस्क अलाउंस देने की वर्षों पुरानी मांग को अविलंब माने जाने का निवेदन किया गया. सीआरबी ने आश्वासन दिया है कि इस पर बहुत जल्द कोई उचित फैसला लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि फेलियर अटेंड करने के दौरान उपकरणों को जल्द से जल्द ठीक करने और उसके लिए शार्ट-कट अपनाने हेतु अधिकारियों द्वारा मोबाइल पर बार-बार अनावश्यक दबाव बनाया जाता है, जो कि रेलवे तथा यात्रियों की सुरक्षा एवं संरक्षा के साथ खिलवाड़ है. उनका कहना था कि उन्होंने मुलाकात में सीआरबी से संकेत एवं दूरसंचार कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान मोबाइल के उपयोग पर पूर्णतः रोक लगाने की मांग की है.
इसके अलावा महासचिव ने कहा कि इंटरमीडिएट ब्लाक सेक्शन (आईबीएस) बनाकर संकेत एवं दूरसंचार विभाग ने सेक्शन में ट्रेनों की क्षमता बढ़ा दी है, जिससे ट्रेनों की पंक्चुअलिटी बढ़ गई है और रेलवे के बहुत सारे असेट्स और कार्मिक खर्च संकेत एवं दूरसंचार विभाग ने कम कर दिए हैं. इससे रेलवे की भारी बचत हुई है. परंतु जंगली इलकों में बनाए गए इन आईबीएस के अनुरक्षण तथा फेलियर को ठीक करने के लिए अलग से एसएंडटी स्टाफ नहीं रखा गया, न ही इसके लिए अलग से एसएंडटी का कैडर बनाया गया है. इसके परिणामस्वरूप वर्तमान कार्यरत स्टाफ पर अतिरिक्त कार्य का दबाव बढ़ गया है. इसके लिए सीआरबी से निवेदन किया गया कि आईबीएस का अनुरक्षण तथा फेलियर अटेंड करने हेतु एसएंडटी विभाग को उसके द्वारा बचाए गए पैसों का 50% मैचिंग सरेंडर कर एसएंडटी कैडर में मर्ज किया जाए.
विजय कुमार मंडल अध्यक्ष तथा राजेश कुमार मंडल सचिव और बी. एन. मीना बने कोषाध्यक्ष
सभा में आईआरएसटीएमयू की समस्तीपुर मंडल की कार्यकारिणी का भी गठन किया गया, जिसमें सर्वसम्मति से विजय कुमार को मंडल अध्यक्ष, राजेश कुमार को मंडल सचिव तथा बी. एल. मीना को मंडल कोषाध्यक्ष चुना गया. मीडिया प्रभारी का कार्य गजनफर को सौंपा गया. प्रेम ठाकुर, गुरुदत्त, शिवपूजन महतो, संजय साहनी, रामनिवास कुमार को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया. जबकि जसवंत सिंह, रंजीत कुमार, अश्वनी कुमार, जितेन्द्र कुमार साफी, राकेश कुमार को संयुक्त सचिव तथा संतोष कुमार को संगठन सचिव चुने जाने पर महासचिव आलोक चंद्रप्रकाश ने बधाई दी.
राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन कुमार, महबूब संधी तथा कल्पेश परवतिया ने माला पहनाकर समस्तीपुर मंडल के नव-नियुक्त कार्यकारिणी सदस्यों का स्वागत किया. इस अवसर पर संगठन के राष्ट्रीय उपप्रमुख महबूब संधी, कार्यकारणी सदस्य कल्पेश परवतिया, सुरेश गोहेल, बी. एल. मीणा, राजेश कुमार, मनिंदर कुमार, विजय कुमार, गजेन्द्र कुमार, मंजूर आलम, रंजीत कुमार, मोहम्मद मुस्ताक, गुरुदत्त, संजय कुमार, उज्जवल कांत, अश्वनी कुमार, प्रेम कुमार, गजनफर, आनंद कुमार, संतोष कुमार, संतोष कुमार का सहयोग और योगदान सराहनीय रहा.