गोंडा-बहराइच नए आमान परिवर्तित रेल खंड का उद्घाटन
उत्तर प्रदेश में 409 किमी. नई रेल लाइन का निर्माण, 293 किमी. आमान परिवर्तन, 2,156 किमी. रेल लाइनों का विद्युतीकरण और 29 सड़क उपरिगामी पुलों का निर्माण पूरा किया गया
गोरखपुर ब्यूरो : रेल राज्यमंत्री एवं संचार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनोज सिन्हा ने 9 नवंबर को गोंडा जं. पर आयोजित एक समारोह में गोंडा-बहराइच नए आमान परिवर्तित रेल खंड का उद्घाटन तथा इस खंड पर बड़ी लाइन की गाड़ियों के संचालन का शुभारम्भ किया. इस अवसर पर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए मनोज सिन्हा ने कहा कि उत्तर प्रदेश की लंबित रेल परियोजनाओं पर विशेष ध्यान देते हुए इस खंड का आमान परिवर्तन कार्य पूरा किया गया है. उन्होंने कहा कि 60 किमी. लंबी यह रेल लाइन उत्तर प्रदेश के गोंडा एवं बहराइच जिलों को बड़ी लाइन के माध्यम से जोड़ती है. इस खंड पर बड़ी लाइन का निर्माण हो जाने से तराई एवं सीमावर्ती क्षेत्र देश के विभिन्न महानगरों से सीधी रेल सेवा के माध्यम से जुड़ गए हैं, जिससे इस क्षेत्र के आर्थिक एवं सामाजिक विकास को गति मिलेगी.
श्री सिन्हा ने कहा कि लगभग 318 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से इस खंड का आमान परिवर्तन पूरी गुणवत्ता के साथ किया गया है. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों को आवागमन में कोई असुविधा न हो, इसे ध्यान में रखकर तीन सीमित ऊँचाई के सब-वे तथा 25 मानव समपारों का निर्माण किया गया है. रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने इस खंड पर तीन जोड़ी डेमू गाड़ियों के नियमित संचालन हेतु उपस्थित जनसमूह को बधाई दी.
मनोज सिन्हा ने कहा कि भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए भारतीय रेल की आधारभूत संरचना को सुदृढ़ किया जाए, जिसके अंतर्गत बड़े पैमाने पर आमान परिवर्तन, दोहरीकरण, नई रेल लाइन, विद्युतीकरण की स्वीकृति एवं नए कारखानों की स्थापना प्राथमिकता के आधार पर की जा रही है. उन्होंने कहा कि भारतीय रेल देश के विकास का इंजन है. पिछले चार वर्षो में भारतीय रेल ने प्रगति के नए मापदंड स्थापित किए हैं. कैबिनेट कमेटी ने भारतीय रेल पर सभी बड़ी रेल लाइनों के विद्युतीकरण की मंजूरी प्रदान कर दी है. हाल ही में कैबिनेट ने 4940 करोड़ रुपये की लागत से 240 किमी. लंबी बहराइच-भिनगा-श्रावस्ती-बलरामपुर-उतरौला-डुमरियागंज-मेंहदावल-खलीलाबाद नई लाइन के निर्माण को स्वीकृति प्रदान की है. गोंडा एवं आसपास के क्षेत्रों में 517 करोड़ रुपये के कार्य हो रहे हैं.
श्री सिन्हा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में रेलों के विकास हेतु वर्ष 2009-14 तक के औसत वार्षिक 1,109 करोड़ रुपये की तुलना में वर्ष 2014-19 तक औसत वार्षिक 5,278 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया, जो कि 376% अधिक है. उत्तर प्रदेश में वर्ष 2014 से अब तक 409 किमी. नई रेल लाइन का निर्माण, 293 किमी. आमान परिवर्तन, 2,156 किमी. रेल लाइनों का विद्युतीकरण करने के साथ ही 29 सड़क उपरिगामी पुलों का निर्माण पूरा किया गया.
इससे पहले, पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल ने रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा, उपस्थित सांसदों, विधायकों एवं अन्य जनप्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि 60 किमी. लंबी गोंडा-बहराइच रेल लाइन का आमान परिवर्तन लगभग 318.4 करोड़ रु. की अनुमानित लागत से किया गया है. इस रेल खंड पर सात स्टेशन एवं एक हाल्ट स्टेशन है. इस खंड में 13 सीमित ऊँचाई के सब-वे तथा 25 मानवयुक्त समपार फाटक का निर्माण किया गया है. इसमें पांच बड़े पुल तथा 33 छोटे पुल हैं. इस आमान परिवर्तित रेल खंड पर स्टैंडर्ड-2 आरएमएसीएल सिंगनलिंग प्रणाली लगाई गई है. महाप्रबंधक ने कहा कि इस खंड पर तीन जोड़ी डेमू गाड़ियों का नियमित संचालन किया जाएगा, जिससे बहराइच एवं सीमावर्ती क्षेत्र के यात्रियों को विभिन्न शहरों में जाने हेतु सुविधा उपलब्ध होगी. इस खंड के आमान परिवर्तन से इस क्षेत्र के सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास को गति मिलेगी.
इस अवसर पर पूर्व सांसद सत्यदेव सिंह, पूर्व सांसद पदम सिंह चैधरी, विधायक प्रतीक भूषण सिंह, विधायक प्रेम नारायण पांडेय, विधायक प्रभाव वर्मा, सदस्य विधान परिषद ध्रुव कुमार त्रिपाठी भी उपस्थित थे. समारोह का संचालन मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन मंडल रेल प्रबंधक, लखनऊ श्रीमती विजयलक्ष्मी कौशिक ने किया.