सभी जोनल मुख्यालयों पर बीआरएमएस का एक दिवसीय उपवास-धरना

ओपीएस लागू करने और कामकाजी सुविधाएं मुहैया कराने की प्रमुख मांग

मुंबई : भारतीय रेलवे मजदूर संघ (बीआरएमएस) के आह्वान पर इससे सम्बद्ध सभी जोनल और प्रोडक्सन यूनिट्स के संगठनों द्वारा 31 अक्टूबर, 2018 को सभी महाप्रबंधक कार्यालयों पर एक दिन का ‘उपवास धरना’ का कार्यक्रम आयोजित गया.

बीआरएमएस के राष्ट्रीय पदाधिकारियों – अध्यक्ष, महामंत्री, संगठन मंत्री एवं अन्य ने दिल्ली में रेलवे बोर्ड के समक्ष उपवास – धरना किया.

इस एक दिवसीय उपवास – धरना की प्रमुखतः दो मांगें थीं-

1. भारत के संविधान, केंद्रीय श्रम मंत्रालय, श्रम कानून और समय-समय पर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए गए निर्णयों के अनुरूप भारतीय रेलवे मजदूर संघ और सम्बद्ध संगठनों को कार्य करने की सुविधाएं प्रदान की जाएं.

इसके अंतर्गत न्यूनतम दर पर कार्यालय, टेलीफोन, बिजली, पानी की उपलब्धता, बोर्ड लगाने की जगह, द्वार सभा, बैठक करने के लिए रेलवे सभागृह, अधिकारियों के साथ वार्ता, जिसमें कर्मचारियों की समस्या रखी जा सके, यूनियन के काम के लिए प्रवास हेतु कार्ड पास, बोर्ड में प्रवेश के लिए परिचय पत्र इत्यादि शामिल हैं.

2.  नई पेंशन योजना खत्म करके पुरानी पेंशन योजना पुनः लागू की जाए.

इनके अलावा सभी जोनों की अपनी स्थानीय समस्याएं भी इन मांगों में जोड़ी गई हैं.

मध्य रेलवे कर्मचारी संघ द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, मुंबई में राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डॉ. दिनेश प्रताप सिंह की उपस्थिति में उपवास धरना किया गया. धरने पर जोनल अध्यक्ष अशोक सिंह (नागपुर), कार्याध्यक्ष अनिल शर्मा, महामंत्री रत्नाकर वागज, कोषाध्यक्ष ब्रह्मानंद पांडेय, पूर्व कार्याध्यक्ष विट्ठल गाढवे, पूर्व कोषाध्यक्ष भागवत सुरवाड़े, भारतीय मजदूर संघ, मुंबई के महामंत्री एड. डी. अनिल सहित लगभग 80 कार्यकर्ता बैठे थे.

उपवास धरना पूर्व अध्यक्ष विजय ठाकरे के मार्गदर्शन के साथ शुरू हुआ. दोपहर साढ़े बारह बजे पूर्व निर्धारित समय पर अध्यक्ष के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने मध्य रेलवे के महाप्रबंधक देवेंद्र कुमार शर्मा को मांगों का ज्ञापन सौंपा. शाम पांच बजे बीएमएस के महाराष्ट्र प्रदेश के महामंत्री रवींद्र देशपांडे के संबोधन के साथ उपवास-धरना का कार्यक्रम संपन्न हुआ.

इसी क्रम में पश्चिम रेलवे कर्मचारी परिषद द्वारा इसके महामंत्री शिवलहरी शर्मा के नेतृत्व और मुकुट बिहारी दवे की गरिमामयी उपस्थिति में पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष चर्चगेट में धरना किया गया. यहां लगभग 150 कार्यकर्ता उपस्थित थे. प्राप्त जानकारी के अनुसार महाप्रबंधक की अनुपस्थिति में जब ज्ञापन देने के लिए एक प्रतिनिधि मंडल प्रिंसिपल सीपीओ के पास पहुंचा, तो वह लंच करके सोते पाए गए. उपस्थित कर्मचारी ने जब उन्हें उठाने से मना कर दिया, तब मजबूरन प्रतिनिधि मंडल ने सीपीओ/आईआर को अपना ज्ञापन सौंपा.

उधर दिल्ली में रेलमंत्री पीयूष गोयल और रेलवे बोर्ड के मेंबर स्टाफ से मिलकर राष्ट्रीय पदाधिकारियों द्वारा ज्ञापन सौपा गया.