ट्रैकमैन भारतीय रेल की रीढ़ हैं -डॉ. अशोक त्रिपाठी
ट्रैकमैनों की दुर्दशा के लिए दोनों फेडरेशन जिम्मेदार हैं -गणेश्वर राव
नई दिल्ली : रेलवे कर्मचारी ट्रेकमेंटेनर एसोसिएशन (आरकेटीए) की ओर से शुक्रवार, 26 अक्टूबर को दिल्ली मंडल, उत्तर रेलवे के हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन परिसर में स्वच्छता अभियान सहित सेफ्टी सेमिनार का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में उत्तर रेलवे के विभिन्न रेलवे स्टेशनों से सैकड़ों ट्रैकमैनों ने भाग लिया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि यात्री सुविधा समिति, रेलवे बोर्ड के पूर्व सदस्य डॉ. अशोक त्रिपाठी ने कहा कि रेलवे कर्मचारी ट्रेकमेनटेनर एसोसिएशन अर्थात आरकेटीए ने ट्रैकमैनों को एकजुट करके पूरे देश के कर्मचारियों को एक सीख दी है कि वे अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ एक पुल का काम करें, ताकि कर्मचारियों में खुशी बरकरार रहे और तनाव कम हो. डॉ त्रिपाठी ने कहा कि ट्रैकमैन भारतीय रेल की रीढ़ हैं. उन्होंने कहा कि ट्रैकमैनों के कारण ही भारतीय रेल प्रगति कर रही है और आने वाले दिनों में आरकेटीए को रेलवे बोर्ड द्वारा मान्यता देने का प्रयास होना चाहिए, ताकि जमीनी कर्मचारियों में उत्साह बना रहे.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरकेटीए के राष्ट्रीय महामंत्री जी. गणेश्वर राव ने कहा कि भारतीय रेल में इन दिनों स्वच्छता की ओर विशेष ध्यान दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार स्वच्छता कार्यक्रम की विशेष निगरानी कर रहे हैं. इसलिए हम सभी ट्रैकमैनों को भी चाहिए कि रेल परिसर की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए. गणेश्वर राव ने कहा कि हम रेल कर्मचारी प्रतिदिन रेलवे स्टेशन की साफ-सफाई करें और पटरी के आस-पास खर-पतवार की भी सफाई सुनिश्चित करें. इससे रेलवे की सेफ्टी के साथ-साथ हमारे कर्मचारियों की भी सेफ्टी बनी रहेगी. राव ने कहा कि ट्रैकमैनों को ड्यूटी के दौरान विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए. अप और डाउन से आने वाली ट्रेन का पूरा ध्यान रखना चाहिए, ताकि स्वयं की सेफ्टी बनी रहे और हम रेलवे की सेफ्टी के प्रति लगातार काम करते रहें.
उन्होंने एक बार पुनः इस बात को दोहराते हुए कहा कि ट्रैकमैनों की दुर्दशा के लिए रेलवे के दोनों मान्यताप्राप्त फेडरेशन जिम्मेदार हैं. आज रेलवे बोर्ड में अश्वनी लोहानी जैसे महान सपूत ट्रैकमैनों की ओर विशेष ध्यान दे रहे हैं, जिससे रेलवे की सेफ्टी दिनों-दिन बढ़ती जा रही है. परंतु हम श्री लोहानी से निवेदन करना चाहते हैं कि बरसों से हमारी मांग रही है कि बेसिक पेमेंट का तीस पर्सेंट रिस्क एवं हार्डशिप अलाउंस हमें मिलना चाहिए. हालांकि रेलवे बोर्ड ने हमें 2700 रुपया रिस्क ड्यूटी एलाउंस दिया है, जिसके लिए हम सभी ट्रैकमैन उनका आभार व्यक्त करते हैं.
परंतु उनका कहना था कि आज ट्रैकमैनों की जो दुर्दशा है, उसको सुधारने के लिए रेलवे बोर्ड को और कदम उठाने की आवश्यकता है, क्योंकि ट्रेन पटरी पर चलती है और पटरी की निगरानी, सेफ्टी की जिम्मेदारी और इसकी मरम्मत का काम ट्रैकमैन करता है. इसलिए जब तक ट्रैकमैन की दुर्दशा को सुधार नहीं दिया जाता, तब तक रेलवे की सेफ्टी पूरी तरह से नहीं की जा सकती है. हमारी मांग रही है कि एलडीसीई ओपन-टू-ऑल के साथ-साथ ग्रुप ‘डी’ में जितने भी नए कर्मचारी भर्ती होंगे, वे सभी ट्रैकमैन में ही होने चाहिए और 5 वर्षों के पश्चात पुराने ट्रैकमैनों को अलग विभाग में भेजा जाए.
उन्होंने कहा कि अन्य विभागों की तरह इंजीनियरिंग विभाग में भी सीनियर टेक्नीशियन का पद होना चाहिए, ताकि हमारे ट्रैकमैन को 2800 ग्रेड-पे के बाद आगे बढ़ने का रास्ता खुले. इसके साथ ही प्रत्येक 2 वर्ष में रिस्ट्रक्चरिंग का कार्य होना चाहिए, ऐसा करने से ट्रैकमैनों में ऊर्जा बरकरार रहेगी और उन्हें कार्य के प्रति लगाव भी बना रहेगा. कई सेक्शन में ऐसा सुनने को मिल रहा है कि उनके पीडब्ल्यूआई यानि एसएसई उन्हें प्रताड़ित करते हैं. ऐसे सभी एसएसई या अन्य अधिकारियों से कहना चाहते हैं कि वे ट्रैकमैनों के प्रति आदर का व्यवहार करें. उन्हें सम्मान देने से कार्य में बढ़ोत्तरी होगी और सेफ्टी बरकरार रहेगी. राव ने ट्रैकमैनों से आग्रह किया कि वे ठंड के दौरान पटरी का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि इसी समय अधिक ‘वेल्ड फेल्योर’ सबसे ज्यादा होता है, इसलिए प्रोटेक्शन जरूर करें.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्थापक अध्यक्ष वी. रवि ने कहा कि आज तक ट्रैकमैन के कारण ही रेलवे की सेफ्टी लगातार बढ़ी है और हम ट्रेनों को तेज रफ्तार देने में सहयोग करते रहेंगे. चाहे जितने भी स्पीड वाले ट्रेन क्यों न आ जाएं, जब तक ट्रैकमैनों की सेफ्टी और सम्मान को ध्यान में नहीं रखा जाएगा, तब तक ट्रेन की स्पीड को नहीं बढ़ाया जा सकता है.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिलीप राय ने कहा कि अब समय आ गया कि हम लोग आरकेटीए के संगठन को मजबूत करने में विशेष ध्यान दें, ताकि पूरी भारतीय रेल के ट्रैकमैनों में एक नई आशा की किरण जगे और उन्हें आरकेटीए के प्रति रुचि जागृत हो. इस अवसर पर उत्तर रेलवे के जोनल सेक्रेटरी उत्तम सिंह मीणा, अध्यक्ष अयोध्या प्रसाद द्विवेदी, दिल्ली डिवीजन के सेक्रेटरी लालचंद, अध्यक्ष मनीष कुमार सहित अन्य लोगों ने भी अपने विचार प्रकट किए. इससे पूर्व उपस्थित सारे ट्रैकमैनों ने स्टेशन परिसर की सफाई की और प्रभात फेरी निकाली.