उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में संरक्षा बैठक का आयोजन
महाप्रबंधक एम. सी. चौहान ने दिए विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश
इलाहाबाद ब्यूरो : उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय सूबेदारगंज, इलाहाबाद के विन्ध्य सभागार में महाप्रबंधक, उत्तर मध्य रेलवे एम. सी. चौहान की अध्यक्षता में 1 मार्च को संरक्षा बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय के सभी विभाग प्रमुख एवं वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से तीनो मंडलों – इलाहाबाद, आगरा एवं झांसी – के मंडल रेल प्रबंधकों सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
बैठक की शुरुआत फरवरी माह के दौरान हुई असामान्य घटनाओं पर चर्चा के साथ हुई. महाप्रबंधक ने निर्देशित किया कि सभी असामान्य घटनाओं की गहराई से जांच की जाए और कोई कमी पाए जाने पर सुधारात्मक कार्यवाही करते हुए सभी मंडलों को उसकी जानकारी दी जाए, ताकि उसी तरीके की घटनाएं अन्य स्थानों एवं मंडलों में रोकी जा सकें. महाप्रबंधक ने कहा कि यद्यपि बेहतर अनुरक्षण एवं सघन मॉनीटरिंग की वजह से रेल फ्रैक्चरों में कमी आई है, तथापि इस संदर्भ में विशेष सतर्कता बनाए रखने की जरूरत है.
उन्होंने सलाह दी कि स्विच एक्सपेंशन ज्वाइंटों के नीचे की पैकिंग पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि उनके किसी प्रकार के फेलियर को बचाया जा सके. महाप्रबंधक एम. सी. चौहान ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि त्यौहारों के मद्देनजर रेलकर्मियों और विशेष तौर पर रनिंग स्टाफ की सतर्कता बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सजगता बरती जाए.
उन्होंने कहा कि होली के सप्ताह के दौरान अलार्म चेनपुलिंग की घटनाएं न बढ़ें, इस पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया. बैठक में यह निर्णय भी किया गया कि अक्टूबर के बाद से जिन खंडों में रेल फ्रैक्चर प्रकाश में आए हैं, मौसम में बदलाव के बाद भी उन खंडों में पेट्रोलिंग जारी रखी जाए और साथ ही ऐसे खंडों में भी पेट्रोलिंग जारी रहे, जहां पर गति अवरोधक लगे हुए हैं. ऐसे सभी खंडों पर विशेष ध्यान देने का निर्णय किया गया.
मुख्य संरक्षा अधिकारी ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी मालगाड़ी इनवैलिड बीपीसी के साथ न चले. महाबंधक ने कहा कि अधिकारियों एवं वरिष्ठ पर्यवेक्षकों द्वारा अपने निरीक्षणों के दौरान स्टेशनों पर लूप लाइन में खड़ी गाड़ियों के कर्मियों की सतर्कता की विशेष मॉनीटरिंग की जाए.
बैठक के दौरान अनुरक्षण ब्लॉकों को निर्धारित समय में पूरा करने, सिगनल फेलियर की घटनाओं की रोकथाम करने, कैटल ओवर घटनाओं वाले ब्लॉक सेक्शनों की पहचान करके वहां कैटल रनओवर की रोक थाम के लिए कर्मियों को लगाने, मानवरहित लेवल क्रासिंगों को वर्तमान वित्त वर्ष के अंतर्गत निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप हटाने आदि महत्पूर्ण संरक्षा विषयों पर बैठक में चर्चा हुई.
इसके अतिरिक्त महाप्रबंधक एम. सी. चौहान ने सभी मंडलों को 6.5 एमडब्ल्यूपी क्षमता के सौर ऊर्जा संयत्रों की स्थापना पर बधाई देने के साथ ही 15 मार्च तक शेष 3.5 एमडब्ल्यूपी के संयत्र लगाए जाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि दूरस्थ स्थित ऐसे स्थानों, जहां बिजली की कमी हो, वहां रेलकर्मियों के घरों पर बिजली हेतु सौर ऊर्जा का प्रयोग किया जाए.